8 September 2024 Current Affairs Questions
हैलो दोस्तों !
आज हम current affairs के इन बिंदुओं पर गहराई से विचार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि आप इन बिंदुओं को लंबे समय तक याद रखने के लिए हमारे साथ 60 प्रश्नों की क्विज जरूर खेलेंगे
- A1. मर्सर की रिपोर्ट: भारत के शहरों की वैश्विक रैंकिंग
- A2. दुनिया की टॉप 5 कोयला खदानें: भारत का बढ़ता दबदबा
- A3. स्टील स्लैग: सड़कों के लिए एक नया रास्ता
- A4. भारत में होगा नागरिक उड्डयन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
- A5. दुनिया के सबसे स्वच्छ देश कौन से हैं?
- A6. नाटो शिखर सम्मेलन 2024: एक संक्षिप्त विवरण
आप प्रतिदिन हमारी वेबसाइट SelfStudy Meter पर 30 करंट अफेयर प्रश्नों को पढ़ सकते हैं और अगले दिन सुबह 6:00 बजे इन पढ़े हुए प्रश्नों की क्विज खेल सकते हैं हमारे YouTube channel - Mission: CAGS पर, जबकि प्रतिदिन 60 करंट अफेयर प्रश्नों की क्विज खेलने के लिए व pdf डाउनलोड करने के लिए हमें टेलीग्राम पर फॉलो कर सकते हैं ।Our Telegram channel - Mission: CAGS
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क्विज खेलने के फायदे:
क्विज खेलने से आपकी रीडिंग स्किल इंप्रूव होगी, लर्निंग स्किल बढ़ेगी और आप अपनी तैयारी का स्वमूल्यांकन कर सकेंगे मतलब आप अपना याद किया हुआ चेक कर सकेंगे कि आपके द्वारा पढ़ा हुआ आपको कितना याद है?
क्विज खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी तैयारी को एक दिशा दे पाएंगे।
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A1. मर्सर की रिपोर्ट: भारत के शहरों की वैश्विक रैंकिंग
Mercer Report: Global Ranking of Indian Cities
मर्सर की जीवन-यापन लागत रिपोर्ट 2024: यह रिपोर्ट दुनिया भर के शहरों में रहने की
लागत का तुलनात्मक विश्लेषण करती है।
सबसे महंगे शहर: हांगकांग, सिंगापुर और ज्यूरिख 2024 में रहने के लिए दुनिया के सबसे महंगे शहर
हैं।
सबसे सस्ते शहर: इस्लामाबाद,
लागोस और अबुजा रहने के लिए दुनिया के सबसे
सस्ते शहरों में से हैं।
भारत के शहर:
· मुंबई पिछले साल की तुलना में 11 पायदान ऊपर चढ़कर 136वें स्थान पर है।
· दिल्ली चार अंक ऊपर चढ़कर 165वें स्थान पर है।
· चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और कोलकाता भी सूची में शामिल हैं।
क्या है जीवन-यापन लागत: इसमें आवास,
खाद्य पदार्थ, परिवहन, कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें शामिल
होती हैं।
रिपोर्ट का महत्व: यह रिपोर्ट कंपनियों को अपने कर्मचारियों को दिए जाने वाले भत्ते तय
करने और व्यक्तियों को विभिन्न शहरों में स्थानांतरित होने के निर्णय लेने में मदद
करती है।
अतिरिक्त जानकारी:
जीवन-यापन लागत को प्रभावित करने वाले कारक: मुद्रास्फीति, आर्थिक स्थिति, कर, मांग और आपूर्ति आदि।
भारतीय शहरों में जीवन-यापन लागत बढ़ने के कारण: महंगाई, आवास
की बढ़ती कीमतें, और सेवाओं की बढ़ती मांग।
रिपोर्ट की सीमाएं: यह रिपोर्ट केवल एक अनुमान है और वास्तविक जीवन-यापन लागत व्यक्तिगत
खर्च करने की आदतों और जीवनशैली पर निर्भर करती है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
Q1. 2024 में दुनिया का सबसे महंगा शहर कौन सा है?
(a) मुंबई
(b) हांगकांग
(c) दिल्ली
(d) न्यूयॉर्क
Q2. भारत के किस शहर ने मर्सर की रिपोर्ट में सबसे
ऊंचा स्थान प्राप्त किया है?
(a) दिल्ली
(b) मुंबई
(c) चेन्नई
(d) बेंगलुरु
Q3. जीवन-यापन लागत किन कारकों से प्रभावित होती है?
(a) केवल आवास की कीमतें
(b) मुद्रास्फीति, आर्थिक स्थिति, कर
आदि
(c) केवल खाद्य पदार्थों की कीमतें
(d) केवल परिवहन की लागत
Q4. मर्सर की जीवन-यापन लागत रिपोर्ट का क्या महत्व
है?
(a) यह केवल व्यक्तिगत यात्राओं के लिए उपयोगी है।
(b) यह कंपनियों को कर्मचारियों के भत्ते तय करने
में मदद करती है।
(c) यह केवल सरकारों के लिए उपयोगी है।
(d) इसका कोई व्यावहारिक उपयोग नहीं है।
Q5. भारतीय शहरों में जीवन-यापन लागत बढ़ने का
मुख्य कारण क्या है?
(a) कम आबादी
(b) महंगाई और आवास की बढ़ती कीमतें
(c) कम सेवाएं
(d) कम वेतन
A2. दुनिया की टॉप 5 कोयला खदानें: भारत का बढ़ता दबदबा
Top 5 Coal Mines in the World: India's Growing
Influence
दुनिया
की सबसे बड़ी कोयला खदानें: वर्ल्ड एटलस की सूची में दुनिया की पाँच सबसे बड़ी कोयला खदानों में
दो भारत की हैं।
भारत
की प्रमुख खदानें:
छत्तीसगढ़ में स्थित कोल इंडिया की सहायक कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) द्वारा संचालित गेवरा और कुसमुंडा खदानें क्रमशः
दूसरे और चौथे स्थान पर हैं।
दुनिया
की सबसे बड़ी खदान:
अमेरिका की ब्लैक थंडर माइन को दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खदान का दर्जा मिला
है।
इंडोनेशिया
की स्थिति:
इंडोनेशिया इस सूची में सबसे आगे है, क्योंकि
उसके पास चार बड़ी खदानें हैं।
चीन
और भारत का योगदान:
चीन दुनिया का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक और उपभोक्ता है, जबकि भारत दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।
भारत
के कोयला उत्पादक राज्य: भारत में झारखंड सबसे बड़ा कोयला उत्पादक राज्य है, उसके बाद ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल आते हैं।
भविष्य
की संभावना:
भारत की बढ़ती ऊर्जा मांग के साथ, इन
खदानों का महत्व और भी अधिक हो जाएगा, खासकर
ऊर्जा उत्पादन और औद्योगिक विकास के लिए।
बहुविकल्पीय प्रश्न
Q6.
दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खदान कौन सी है?
a) गेवरा
b) कुसमुंडा
c) ब्लैक थंडर माइन
d) इंडोनेशिया की खदान
Q7. भारत की गेवरा और कुसमुंडा खदानों का क्रमशः
कौन सा स्थान है?
a) पहला और तीसरा
b) दूसरा और चौथा
c) तीसरा और पाँचवाँ
d) चौथा और पाँचवाँ
Q8. इंडोनेशिया का कोयला खदानों की सूची में क्या
स्थान है?
a) सबसे ऊपर, चार
खदानों के साथ
b) दूसरा स्थान, तीन खदानों के साथ
c) तीसरा स्थान, दो खदानों के साथ
d) चौथा स्थान, पाँच
खदानों के साथ
Q9. चीन को किस श्रेणी में दुनिया का सबसे बड़ा
माना गया है?
a) कोयला उत्पादक
b) कोयला निर्यातक
c) कोयला उपभोक्ता
d) कोयला उत्पादक और उपभोक्ता दोनों
Q10. भारत में सबसे बड़ा कोयला उत्पादक राज्य कौन सा
है?
a) ओडिशा
b) पश्चिम बंगाल
c) झारखंड
d) छत्तीसगढ़
A3. स्टील स्लैग: सड़कों के लिए एक नया
रास्ता
Steel Slag: A New Road Ahead
सम्मेलन की झलक
भारत ने हाल ही
में स्टील स्लैग रोड प्रौद्योगिकी पर पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर एक नई
शुरुआत की है। इस सम्मेलन का आयोजन नई दिल्ली में सीएसआईआर (केंद्रीय वैज्ञानिक और
औद्योगिक अनुसंधान परिषद) द्वारा किया गया था। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य था स्टील
स्लैग, जो कि इस्पात उत्पादन का एक उप-उत्पाद है, का उपयोग करके सड़कें बनाने की तकनीक
को बढ़ावा देना।
नीति आयोग का योगदान
भारत सरकार के
नीति आयोग ने भी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सड़क निर्माण में स्टील स्लैग
के उपयोग के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इन दिशानिर्देशों का उद्देश्य स्टील स्लैग
का अधिक से अधिक उपयोग सुनिश्चित करना और इस तरह से देश में सड़क निर्माण के लिए एक
नया विकल्प उपलब्ध कराना है।
स्टील स्लैग रोड क्या है?
स्टील स्लैग रोड
प्रौद्योगिकी में स्टील उत्पादन के दौरान निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ, जिसे स्टील स्लैग
कहते हैं, का उपयोग सड़क निर्माण में किया जाता है। यह एक किफायती और पर्यावरण के अनुकूल
विकल्प है क्योंकि इससे न केवल कचरे का निस्तारण होता है बल्कि सड़क निर्माण की लागत
भी कम होती है।
भारत में स्टील स्लैग रोड
भारत में स्टील
स्लैग रोड का प्रयोग एक नई पहल है और इस दिशा में कई सफल प्रयोग किए जा चुके हैं। सूरत
में बनाई गई भारत की पहली स्टील स्लैग रोड इस तकनीक की सफलता का एक उदाहरण है। इस रोड
का निर्माण केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई), नई दिल्ली द्वारा इस्पात मंत्रालय
और प्रमुख इस्पात निर्माण कंपनियों के सहयोग से किया गया था।
अतिरिक्त जानकारी
पर्यावरणीय
लाभ: स्टील स्लैग का उपयोग करके सड़कें बनाने से कचरे
का निस्तारण होता है और इससे पर्यावरण प्रदूषण भी कम होता है।
आर्थिक
लाभ: स्टील स्लैग का उपयोग करके सड़कें बनाने से सड़क
निर्माण की लागत कम होती है, जिससे सरकार के लिए धन की बचत होती है।
भविष्य
की संभावनाएं: स्टील
स्लैग रोड प्रौद्योगिकी का भविष्य उज्ज्वल है और आने वाले समय में इसका व्यापक रूप
से उपयोग किया जा सकता है।
स्टील स्लैग रोड पर आधारित बहुविकल्पीय
प्रश्न
Q11. स्टील स्लैग रोड प्रौद्योगिकी में किसका उपयोग किया जाता है?
(a) प्लास्टिक
(b) स्टील स्लैग
(c) कांच
(d) लकड़ी
Q12. भारत में पहली स्टील स्लैग रोड कहाँ बनाई गई थी?
(a) दिल्ली
(b) मुंबई
(c) सूरत
(d) कोलकाता
Q13. स्टील स्लैग रोड प्रौद्योगिकी का क्या लाभ है?
(a) केवल पर्यावरण
के लिए अच्छा है
(b) केवल लागत
प्रभावी है
(c) पर्यावरण के
लिए अच्छा है और लागत प्रभावी भी है
(d) इनमें से कोई
नहीं
Q14. स्टील स्लैग रोड प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए किसने दिशानिर्देश जारी किए हैं?
(a) इस्पात मंत्रालय
(b) नीति आयोग
(c) सीएसआईआर
(d) केंद्रीय सड़क
अनुसंधान संस्थान
Q15. स्टील स्लैग रोड प्रौद्योगिकी का भविष्य कैसा है?
(a) अज्ञात
(b) उज्ज्वल
(c) निराशाजनक
(d) इनमें से कोई
नहीं
A4. भारत में होगा नागरिक उड्डयन पर अंतर्राष्ट्रीय
सम्मेलन
India to Host International Civil
Aviation Summit
भारत, 11 और
12 सितंबर, 2024 को, नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की मेज़बानी करने जा रहा है। इस सम्मेलन में दुनिया भर के लगभग
40 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
यह सम्मेलन, नागरिक
उड्डयन के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों, नीतियों और चुनौतियों पर चर्चा करने का एक मंच
प्रदान करेगा। भारत और अन्य देशों के बीच हवाई यात्रा को और अधिक सुरक्षित, सुलभ और
टिकाऊ बनाने के लिए इस सम्मेलन में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।
यह सम्मेलन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि:
यह भारत को नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में एक वैश्विक
नेता के रूप में स्थापित करेगा।
यह भारत और अन्य देशों के बीच द्विपक्षीय और बहुपक्षीय
सहयोग को बढ़ावा देगा।
यह नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में सामने आने वाली
चुनौतियों का समाधान खोजने में मदद करेगा।
अतिरिक्त जानकारी:
क्यों भारत: भारत ने हाल के वर्षों में नागरिक उड्डयन के क्षेत्र
में उल्लेखनीय प्रगति की है। देश में हवाई अड्डों का विस्तार हो रहा है और नई एयरलाइंस
शुरू की जा रही हैं।
ICAO की
भूमिका: ICAO, संयुक्त
राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है जो अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के मानकों को निर्धारित
करती है और उन्हें लागू करती है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
Q16. भारत नागरिक उड्डयन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की मेज़बानी कब करेगा?
a) 10 और 11 सितंबर, 2024
b) 11 और 12 सितंबर, 2024
c) 12 और 13 सितंबर, 2024
d) 13 और 14 सितंबर, 2024
Q17. नागरिक उड्डयन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में कितने देशों के
प्रतिनिधि भाग लेंगे?
a) 30
b) 35
c) 40
d) 45
Q18. नागरिक उड्डयन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का एक प्रमुख उद्देश्य
क्या है?
a) हवाई यात्रा को और महंगी बनाना
b) नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों
और नीतियों पर चर्चा करना
c) केवल भारत के नागरिक उड्डयन को बढ़ावा देना
d) हवाई यात्रा की प्रक्रिया को जटिल बनाना
Q19. भारत, नागरिक उड्डयन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से क्या प्राप्त करने की उम्मीद करता है?
a) विश्वव्यापी बहिष्कार
b) नागरिक उड्डयन में वैश्विक नेता के रूप में
स्थापित होना
c) हवाई यात्रा की सुरक्षा को कम करना
d) द्विपक्षीय सहयोग को समाप्त करना
Q20. ICAO की भूमिका क्या है?
a) राष्ट्रीय उड्डयन मानकों को निर्धारित करना
b) अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के मानकों को निर्धारित
करना और उन्हें लागू करना
c) हवाई यात्रा की कीमतें बढ़ाना
d) केवल पर्यावरणीय मुद्दों पर ध्यान देना
A5. दुनिया के सबसे स्वच्छ देश कौन से हैं?
Which Countries Are the Cleanest in the World?
कौन जारी करता है: विश्व आर्थिक मंच (WEF), येल और कोलंबिया विश्वविद्यालयों के सहयोग से हर साल पर्यावरण
प्रदर्शन सूचकांक (EPI) जारी किया जाता है।
कितने देश शामिल: इस सूचकांक में दुनिया के 180
देशों को शामिल किया जाता है।
सबसे स्वच्छ देश: 2024 में एस्टोनिया को दुनिया का सबसे स्वच्छ देश
घोषित किया गया है।
टॉप 10: टॉप 10
में एस्टोनिया के बाद लक्ज़मबर्ग, जर्मनी, फ़िनलैंड, यूनाइटेड
किंगडम, स्वीडन, नॉर्वे, ऑस्ट्रिया, स्विट्ज़रलैंड
और डेनमार्क का नाम शामिल है।
कैसे मापा जाता है: EPI 11 श्रेणियों में फैले 40 मापदंडों के आधार पर देशों के पर्यावरण
प्रदर्शन का आकलन करता है।
WEF के बारे में: विश्व आर्थिक मंच की स्थापना प्रोफेसर क्लॉस
श्वाब ने 1971 में की थी। इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में है।
अतिरिक्त जानकारी:
EPI क्या मापता है: EPI देशों
की पर्यावरणीय स्वास्थ्य और पारिस्थितिक तंत्र की स्थिति का आकलन करता है।
भारत की स्थिति: भारत इस सूचकांक में अभी भी मध्य स्तर पर है। हालांकि, भारत सरकार स्वच्छ भारत अभियान जैसे कई पहलों
के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास कर रही है।
महत्वपूर्ण क्यों: यह सूचकांक देशों को अपनी पर्यावरण नीतियों में सुधार करने और अधिक
टिकाऊ विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
Q21.
कौन सा देश 2024 में पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक में शीर्ष पर
रहा है?
(a) जर्मनी
(b) स्वीडन
(c) एस्टोनिया
(d) फिनलैंड
Q22.
पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक किसके द्वारा जारी किया जाता है?
(a) संयुक्त राष्ट्र
(b) विश्व बैंक
(c) विश्व आर्थिक मंच
(d) यूरोपीय संघ
Q23. EPI किस आधार पर देशों के पर्यावरण प्रदर्शन का
आकलन करता है?
(a) सिर्फ वायु प्रदूषण
(b) सिर्फ जल प्रदूषण
(c) विभिन्न पर्यावरणीय कारकों पर आधारित 40 मापदंड
(d) सिर्फ कचरा प्रबंधन
Q24. विश्व आर्थिक मंच की स्थापना किसने की थी?
(a) बिल गेट्स
(b) क्लॉस श्वाब
(c) अटल बिहारी वाजपेयी
(d) नरेन्द्र मोदी
Answer and Explanation
Q25. पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक का मुख्य उद्देश्य
क्या है?
(a) देशों को पर्यावरण नीतियों में सुधार करने के
लिए प्रेरित करना
(b) केवल विकसित देशों की पर्यावरणीय स्थिति का
आकलन करना
(c) विकासशील देशों की आर्थिक स्थिति का आकलन करना
(d) वैश्विक तापमान में वृद्धि को रोकना
Answer and Explanation
A6. नाटो शिखर सम्मेलन 2024: एक संक्षिप्त विवरण
NATO Summit 2024: A Brief Overview
कब और कहाँ: 9-11 जुलाई, 2024 को अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में हुआ।
मेजबान: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन।
महत्वपूर्ण निर्णय: स्वीडन को नाटो का नया सदस्य बनाया गया।
पिछला सम्मेलन: जुलाई 2023 में लिथुआनिया की राजधानी विलनियस में हुआ था।
नाटो क्या है: यूरोप और उत्तरी अमेरिका के 32
देशों का एक सैन्य गठबंधन।
स्थापना: 4 अप्रैल, 1949 को वाशिंगटन डीसी में।
उद्देश्य: सामूहिक सुरक्षा सुनिश्चित करना और सदस्य देशों के बीच सहयोग बढ़ाना।
वर्तमान स्थिति: यूक्रेन युद्ध के कारण नाटो की भूमिका और महत्व बढ़ गया है।
अतिरिक्त जानकारी:
स्वीडन का नाटो में शामिल होना: तुर्की के विरोध के बाद स्वीडन का नाटो में
शामिल होना एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
यूक्रेन: यूक्रेन को नाटो सदस्यता का वादा किया गया है, लेकिन अभी तक इसे औपचारिक रूप से सदस्य नहीं
बनाया गया है।
रूस:
रूस नाटो का विरोध करता है और इसे अपने लिए एक खतरा मानता है।
चीन:
चीन भी नाटो की बढ़ती गतिविधियों पर नजर रख रहा है।
नाटो शिखर सम्मेलन 2024 पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न
Q26. 2024 का नाटो शिखर सम्मेलन कहाँ आयोजित किया गया था?
(a) लंदन
(b) पेरिस
(c) वाशिंगटन डीसी
(d) बर्लिन
Q27. नाटो का पूरा नाम क्या है?
(a) उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन
(b) दक्षिणी अटलांटिक संधि संगठन
(c) यूरोपीय संघ
(d) संयुक्त राष्ट्र
Q28. नाटो शिखर सम्मेलन 2024 में कौन से देश को नाटो का नया सदस्य बनाया
गया था?
(a) फिनलैंड
(b) स्वीडन
(c) यूक्रेन
(d) जर्मनी
Q29. नाटो की स्थापना कब हुई थी?
(a) 1945
(b) 1949
(c) 1952
(d) 1960
Q30. नाटो का मुख्य उद्देश्य क्या है?
(a) विश्व व्यापार को बढ़ावा देना
(b) पर्यावरण संरक्षण
(c) सदस्य देशों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
(d) अंतरिक्ष अनुसंधान
Other Current Affairs Questions
Q31. केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में कितने नए जिले
बनाने की घोषणा की गई है?
(a) 3
(b) 4
(c) 5
(d) 6
Q32. हाल ही में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड का नया
अध्यक्ष किसे चुना गया है?
(a) नजमुल हुसैन
(b) फारूक अहमद
(c) मिन्हाजुल अबेदिन
(d) अलमगीर
Q33. भारत का पहला रीयूजेबल हाइब्रिड रॉकेट किसने
बनाया है?
(a) इसरो
(b) स्पेस ज़ोन इंडिया और मार्टिन ग्रुप
(c) डीआरडीओ
(d) एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन
Answer and Explanation
Q34. एशियाई सर्फिंग चैंपियनशिप 2024 का आयोजन कहाँ किया गया?
(a) थाईलैंड
(b) इंडोनेशिया
(c) मालदीव
(d) श्रीलंका
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