14 March 2025 Current Affairs Questions
हैलो दोस्तों !
आज हम current affairs के इन बिंदुओं पर गहराई से विचार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि आप इन बिंदुओं को लंबे समय तक याद रखने के लिए हमारे साथ 30 से अधिक प्रश्नों की क्विज जरूर खेलेंगे
- A1. बाल वैज्ञानिकों का महाकुंभ
- A2. लोक संवर्धन पर्व: कला और संस्कृति का संगम
- A3. वैश्विक धन प्रेषण: भारत शीर्ष पर
- A4. राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक: राज्यों का वित्तीय दर्पण
- A5. लोकतंत्र का उत्सव: 85वां अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन
- A6. भारत की जलवायु कार्रवाई: एक सकारात्मक बदलाव
आप प्रतिदिन हमारी वेबसाइट SelfStudy Meter पर 30 करंट अफेयर प्रश्नों को पढ़ सकते हैं और अगले दिन सुबह 6:00 बजे इन पढ़े हुए प्रश्नों की क्विज खेल सकते हैं हमारे YouTube channel - Mission: CAGS पर, जबकि प्रतिदिन 45 से अधिक करंट अफेयर प्रश्नों की क्विज खेलने के लिए व pdf डाउनलोड करने के लिए हमें टेलीग्राम पर फॉलो कर सकते हैं ।Our Telegram channel - Mission: CAGS
Quiz time on Telegram is 7:30 p.m
क्विज खेलने के फायदे:
क्विज खेलने से आपकी रीडिंग स्किल इंप्रूव होगी, लर्निंग स्किल बढ़ेगी और आप अपनी तैयारी का स्वमूल्यांकन कर सकेंगे मतलब आप अपना याद किया हुआ चेक कर सकेंगे कि आपके द्वारा पढ़ा हुआ आपको कितना याद है?
क्विज खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी तैयारी को एक दिशा दे पाएंगे।

A1.
बाल वैज्ञानिकों का महाकुंभ
Grand
Gathering of Child Scientists
31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन 3 जनवरी, 2025 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल के रवीन्द्र भवन में किया।
इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने वराहमिहिर खगोलीय वेधशाला के स्वचालन का भी उद्घाटन किया, जिससे आम नागरिक घर बैठे वेधशाला की दूरबीन का उपयोग कर सकेंगे।
31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय "स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना" है।
यह आयोजन 3 से 6 जनवरी 2025 तक चलेगा।
इस आयोजन में भारत के विभिन्न राज्यों के 700 से अधिक बाल वैज्ञानिक, शिक्षक और मार्गदर्शक भाग लेंगे।
बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कुवैत, ओमान और सऊदी अरब जैसे खाड़ी देशों के बाल वैज्ञानिक भी अपनी प्रस्तुतियों के साथ शामिल होंगे।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी) द्वारा किया जाता है।
पहली राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 1993 में आयोजित की गई थी।
इस कांग्रेस में 10-17 वर्ष की आयु के बच्चे भाग लेते हैं।
अतिरिक्त जानकारी:
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस एक ऐसा मंच है जहां युवा वैज्ञानिक अपनी रचनात्मकता और वैज्ञानिक सोच का प्रदर्शन करते हैं।
यह आयोजन बच्चों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति प्रेरित करता है और उन्हें भविष्य के वैज्ञानिक बनने के लिए प्रोत्साहित करता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
1. 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन कहाँ हुआ?
a) दिल्ली
b) अहमदाबाद
c) भोपाल
d) जयपुर
2. 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय क्या है?
a) अंतरिक्ष अन्वेषण
b) जल संरक्षण
c) स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना
d) नवीकरणीय ऊर्जा
3. राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन कौन करता है?
a) इसरो
b) डीआरडीओ
c) एनसीएसटीसी
d) यूजीसी
4. पहली राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस कब आयोजित की गई थी?
a) 1983
b) 1993
c) 2003
d) 2013
5. राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में भाग लेने वाले बच्चों की आयु सीमा क्या है?
a) 8-12 वर्ष
b) 10-17 वर्ष
c) 12-18 वर्ष
d) 14-20 वर्ष
A2.
लोक संवर्धन पर्व: कला और संस्कृति का संगम
Lok
Samvardhan Parv: A Confluence of Art and Culture
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा "लोक संवर्धन पर्व" का आयोजन किया जाता है।
यह पर्व भारतीय शिल्पकारों और उनकी कला को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
इस पर्व में देश के विभिन्न भागों से कारीगर अपनी कला और शिल्प का प्रदर्शन करते हैं।
यह आयोजन भारतीय संस्कृति और विरासत को संरक्षित करने में मदद करता है।
यह पर्व अल्पसंख्यक समुदायों की परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए भी एक अच्छा आयोजन है।
यह पर्व कारीगरों के लिए एक अभिनव और उद्यमशील वातावरण को बढ़ावा देने के लिए भी एक अच्छा आयोजन है।
हाल ही में इसका आयोजन 27 जनवरी से 2 फरवरी, 2025 तक अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा अब स्टेट एम्पोरिया कॉम्प्लेक्स, बाबा खड़क सिंह मार्ग, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली में किया गया था।
इस आयोजन में देशभर से लगभग 90 शिल्पकारों ने भाग लिया था।
अतिरिक्त जानकारी:
यह पर्व भारतीय शिल्पकारों को अपनी कला को प्रदर्शित करने और बेचने का अवसर प्रदान करता है।
यह आयोजन लोगों को भारतीय कला और संस्कृति के बारे में जानने और सराहना करने का अवसर प्रदान करता है।
यह पर्व भारतीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
यह पर्व अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की योजनाओं और उपलब्धियों को पोस्टर प्रदर्शनी द्वारा प्रदर्शित कर रहा है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
6. "लोक संवर्धन पर्व" का आयोजन किसके द्वारा किया जाता है?
a) संस्कृति मंत्रालय
b) पर्यटन मंत्रालय
c) अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय
d) गृह मंत्रालय
7. "लोक संवर्धन पर्व" का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) पर्यटन को बढ़ावा देना
b) भारतीय शिल्पकारों और उनकी कला को बढ़ावा देना
c) विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करना
d) सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना
8. "लोक संवर्धन पर्व" में कितने शिल्पकारों ने भाग लिया?
a) 50
b) 75
c) 90
d) 100
9. "लोक संवर्धन पर्व" का आयोजन कहाँ किया गया था?
a) इंडिया गेट, नई दिल्ली
b) लाल किला, नई दिल्ली
c) स्टेट एम्पोरिया कॉम्प्लेक्स, बाबा खड़क सिंह मार्ग, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली
d) प्रगति मैदान, नई दिल्ली
10. "लोक संवर्धन पर्व" कब आयोजित किया गया था?
a) 15 जनवरी से 22 जनवरी, 2025
b) 27 जनवरी से 2 फरवरी, 2025
c) 10 फरवरी से 17 फरवरी, 2025
d) 1 मार्च से 8 मार्च, 2025
A3.
वैश्विक धन प्रेषण: भारत शीर्ष पर
Global
Remittances: India Leads the Way
विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत $129 बिलियन के साथ शीर्ष प्रेषण प्राप्तकर्ता देश है।
भारत के बाद मेक्सिको ($68 बिलियन), चीन ($48 बिलियन), फिलीपींस ($40 बिलियन), और पाकिस्तान ($33 बिलियन) का स्थान है।
छोटी अर्थव्यवस्थाओं में, धन प्रेषण प्रवाह सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के एक महत्वपूर्ण हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है।
ताजिकिस्तान (जीडीपी का प्रतिशत) इस सूची में सबसे ऊपर है, इसके बाद टोंगा (38 प्रतिशत) का स्थान है।
विश्व बैंक की रिपोर्ट "माइग्रेशन एंड डेवलपमेंट ब्रीफ" में प्रकाशित की गई है।
भारत को प्रेषण का सबसे बड़ा स्रोत अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, और सिंगापुर है।
प्रेषण से भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान होता है, और यह कई परिवारों के लिए आय का एक प्रमुख स्रोत है।
अतिरिक्त जानकारी:
प्रेषण वह धन है जो प्रवासी अपने गृह देश में अपने परिवारों को भेजते हैं।
प्रेषण विकासशील देशों के लिए विदेशी मुद्रा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
विश्व बैंक प्रेषण प्रवाह और रुझानों पर नज़र रखता है, और यह जानकारी सरकारों और अन्य संगठनों के लिए उपयोगी है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
11. विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में शीर्ष प्रेषण प्राप्तकर्ता देश कौन सा है?
a) मेक्सिको
b) चीन
c) भारत
d) फिलीपींस
12. छोटी अर्थव्यवस्थाओं में, धन प्रेषण प्रवाह सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के एक महत्वपूर्ण हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है। इस सूची में सबसे ऊपर कौन सा देश है?
a) टोंगा
b) पाकिस्तान
c) ताजिकिस्तान
d) चीन
13. विश्व बैंक की रिपोर्ट किस नाम से प्रकाशित की गई है?
a) वैश्विक अर्थव्यवस्था रिपोर्ट
b) प्रवासन और विकास संक्षिप्त
c) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार रिपोर्ट
d) वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट
14. भारत को प्रेषण का सबसे बड़ा स्रोत कौन सा देश है?
a) कनाडा
b) यूनाइटेड किंगडम
c) संयुक्त अरब अमीरात
d) जर्मनी
15. प्रेषण क्या है?
a) देशों के बीच व्यापार
b) विदेशी निवेश
c) प्रवासियों द्वारा अपने गृह देश में भेजे गए धन
d) अंतर्राष्ट्रीय ऋण
A4.
राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक: राज्यों का वित्तीय दर्पण
Fiscal
Health Index: A Financial Mirror of States
नीति आयोग ने 24 जनवरी, 2025 को राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक (एफएचआई) का पहला संस्करण जारी किया।
यह रिपोर्ट 2022-23 वित्तीय वर्ष के अनुसार भारत के 18 प्रमुख राज्यों के राजकोषीय स्वास्थ्य का आकलन करती है।
ओडिशा ने 67.8 के उच्चतम समग्र सूचकांक स्कोर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया।
ओडिशा ऋण सूचकांक और ऋण स्थिरता रैंकिंग में भी सबसे ऊपर है।
राज्यों को चार श्रेणियों में बांटा गया है:
अचीवर्स
(1-5 रैंक): ओडिशा, छत्तीसगढ़, गोवा, झारखंड और गुजरात।
फ्रंटरनर
(6-10 रैंक): महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, कर्नाटक।
परफॉर्मर
(11-14 रैंक): तमिलनाडु, राजस्थान, बिहार, हरियाणा।
एस्पिरेशनल
(15-18 रैंक): केरल, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और पंजाब।
इस सूचकांक के पांच प्रमुख उप-सूचकांक हैं:
व्यय की गुणवत्ता।
राजस्व जुटाना।
राजकोषीय विवेक।
ऋण सूचकांक।
ऋण स्थिरता।
यह सूचकांक राज्यों को उनके वित्तीय प्रदर्शन का आकलन करने और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करता है।
राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक का उद्देश्य राज्यों के बीच स्वस्थ वित्तीय प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है।
यह सूचकांक राज्यों को सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने और वित्तीय स्थिरता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
अतिरिक्त जानकारी:
यह सूचकांक राज्यों को उनके वित्तीय प्रदर्शन का आकलन करने और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करता है।
राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक का उद्देश्य राज्यों के बीच स्वस्थ वित्तीय प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है।
यह सूचकांक राज्यों को सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने और वित्तीय स्थिरता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
यह सूचकांक राज्यों को अधिक जिम्मेदार और टिकाऊ वित्तीय प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित करता है।
यह सूचकांक राज्यों को उनकी वित्तीय स्थिरता में सुधार करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
16. नीति आयोग द्वारा जारी राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक (एफएचआई) के पहले संस्करण में किस राज्य ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया?
a) महाराष्ट्र
b) ओडिशा
c) गुजरात
d) केरल
17. राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक में राज्यों को कितने समूहों में विभाजित किया गया है?
a) 2
b) 3
c) 4
d) 5
18. राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक में कितने प्रमुख उप-सूचकांक शामिल हैं?
a) 3
b) 4
c) 5
d) 6
19. निम्न में से कौन सा राज्य राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक में 'अचीवर्स' श्रेणी में शामिल नहीं है?
a) ओडिशा
b) छत्तीसगढ़
c) कर्नाटक
d) गुजरात
20. राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) राज्यों के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना
b) राज्यों के वित्तीय प्रदर्शन का आकलन करना और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करना
c) राज्यों को वित्तीय सहायता प्रदान करना
d) राज्यों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना
A5.
लोकतंत्र का उत्सव: 85वां अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन
Celebration
of Democracy: 85th All India Presiding Officers' Conference
लोकतंत्र के मंदिर, संसद और राज्य विधानसभाओं के पीठासीन अधिकारियों का 85वां अखिल भारतीय सम्मेलन 20 और 21 जनवरी, 2025 को बिहार की राजधानी पटना में आयोजित किया गया। इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश भर के पीठासीन अधिकारियों ने भाग लिया।
मुख्य बिन्दु:
उद्घाटन: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 20 जनवरी, 2025 को सम्मेलन का उद्घाटन किया।
विषय: सम्मेलन का मुख्य विषय था "संविधान की 75वीं वर्षगांठ: संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने में संसद और राज्य विधायी निकायों का योगदान"।
प्रकाशन: लोकसभा अध्यक्ष ने "संसद की कार्यप्रणाली और प्रक्रिया" के 8वें संस्करण का विमोचन किया।
नेवा सेवा केंद्र: ओम बिरला ने 21 जनवरी, 2025 को बिहार विधानमंडल परिसर में नेवा सेवा केंद्र का उद्घाटन किया।
सचिवों का सम्मेलन: 85वें AIPOC से पहले 19 जनवरी, 2025 को भारत में विधायी निकायों के सचिवों का 61वां सम्मेलन हुआ।
यह सम्मेलन बिहार विधानमंडल परिसर में आयोजित हुआ।
इस सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई, जिनमें विधायी निकायों की स्वायत्तता, पारदर्शिता और जवाबदेही शामिल हैं।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारतीय लोकतंत्र को और मजबूत बनाना है।
अतिरिक्त जानकारी:
अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन (AIPOC) भारत के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों का सर्वोच्च निकाय है।
यह सम्मेलन हर साल आयोजित किया जाता है और इसका उद्देश्य विधायी निकायों के कामकाज में सुधार करना है।
यह सम्मेलन पीठासीन अधिकारियों को एक मंच प्रदान करता है जहां वे अपने विचारों और अनुभवों को साझा कर सकते हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
21. 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का उद्घाटन किसने किया?
a) बिहार के राज्यपाल
b) भारत के राष्ट्रपति
c) लोकसभा अध्यक्ष
d) बिहार के मुख्यमंत्री
22. 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का मुख्य विषय क्या था?
a) भारत की आर्थिक नीति
b) भारत की विदेश नीति
c) संविधान की 75वीं वर्षगांठ: संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने में संसद और राज्य विधायी निकायों का योगदान
d) भारत में शिक्षा प्रणाली
23. 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने किस पुस्तक का विमोचन किया?
a) भारत का संविधान
b) संसद की कार्यप्रणाली और प्रक्रिया
c) भारतीय राजनीति
d) भारत का इतिहास
24. 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन से पहले किस सम्मेलन का आयोजन किया गया था?
a) भारत के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन
b) भारत के राज्यपालों का सम्मेलन
c) भारत में विधायी निकायों के सचिवों का सम्मेलन
d) भारत के न्यायाधीशों का सम्मेलन
25. 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का आयोजन कहाँ किया गया था?
a) नई दिल्ली
b) मुंबई
c) पटना
d) कोलकाता
A6.
भारत की जलवायु कार्रवाई: एक सकारात्मक बदलाव
India's
Climate Action: A Positive Shift
हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन कार्यालय (UNFCCC) ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें भारत के ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के प्रयासों की सराहना की गई है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत के उत्सर्जन में 2020 में पिछले वर्ष की तुलना में 7.93 प्रतिशत की गिरावट आई है।
यह गिरावट भारत सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का परिणाम है, जैसे कि नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना, वनों का संरक्षण करना और ऊर्जा दक्षता में सुधार करना।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2005 से 2020 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद की उत्सर्जन तीव्रता में 36 प्रतिशत की गिरावट आई है।
अक्टूबर,
2024 तक देश की स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता में गैर-जीवाश्म स्रोतों की हिस्सेदारी 46.52% थी।
देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र में वन और वृक्ष आवरण 25.17% है।
2005 और
2021 के बीच अलग से 2.29 बिलियन टन CO2 समतुल्य अतिरिक्त कार्बन सिंक बनाया गया।
यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि यह दर्शाता है कि भारत विकास के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
भारत सरकार ने 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन हासिल करने का लक्ष्य रखा है, और इस रिपोर्ट से पता चलता है कि देश सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।
अतिरिक्त जानकारी:
भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्वच्छ ऊर्जा कोष (National Clean Energy
Fund) की स्थापना की है, जो नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को वित्तपोषित करता है।
भारत सरकार ने राष्ट्रीय वनीकरण कार्यक्रम (National Afforestation
Programme) शुरू किया है, जिसका उद्देश्य वनों का संरक्षण और विस्तार करना है।
भारत सरकार ने उजाला योजना जैसी योजनाएं चलाई है जिससे घरो में LED बल्बों का उपयोग बढ़ा है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
26. UNFCCC की रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में भारत के ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में पिछले वर्ष की तुलना में कितनी गिरावट आई?
a.
5.93 प्रतिशत
b.
6.93 प्रतिशत
c.
7.93 प्रतिशत
d.
8.93 प्रतिशत
27. 2005 से 2020 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद की उत्सर्जन तीव्रता में कितनी गिरावट आई?
a.
26 प्रतिशत
b.
36 प्रतिशत
c.
46 प्रतिशत
d.
56 प्रतिशत
28. अक्टूबर, 2024 तक भारत की स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता में गैर-जीवाश्म स्रोतों की हिस्सेदारी कितनी थी?
a.
36.52%
b.
46.52%
c.
56.52%
d.
66.52%
29. 2005 और 2021 के बीच भारत में कितना अतिरिक्त कार्बन सिंक बनाया गया?
a.
1.29 बिलियन
टन CO2 समतुल्य
b.
2.29 बिलियन
टन CO2 समतुल्य
c.
3.29 बिलियन
टन CO2 समतुल्य
d.
4.29 बिलियन
टन CO2 समतुल्य
30. भारत सरकार ने कब तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन हासिल करने का लक्ष्य रखा है?
a.
2050
b. 2060
c.
2070
d.
2080
Miscellaneous
Current Affairs Questions
31. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था वास्तविक रूप से कितनी बढ़ी?
a. 5.8%
b. 6.2%
c. 6.5%
d. 7.0%
32. राष्ट्रीय विज्ञान दिवस प्रतिवर्ष कब मनाया जाता है?
a. 25 फरवरी
b. 28 फरवरी
c. 1 मार्च
d. 5 मार्च
33. सेबी के नए अध्यक्ष के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?
a. अजय त्यागी
b. माधबी पुरी बुच
c. तुहिन कांता पांडे
d. के. वी. कामथ
34. हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च किया गया आधार गवर्नेंस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a. आधार कार्ड के लिए आवेदन करना
b. आधार प्रमाणीकरण अनुरोधों की अनुमोदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना
c. आधार डेटाबेस को अपडेट करना
d. आधार से संबंधित शिकायतों का समाधान करना
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नोट: ये बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) वर्तमान घटनाओं पर आधारित हैं। कृपया ध्यान दें कि समय के साथ घटनाओं और जानकारी में बदलाव हो सकता है।
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