21 March 2025 Current Affairs Questions
हैलो दोस्तों !
आज हम current affairs के इन बिंदुओं पर गहराई से विचार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि आप इन बिंदुओं को लंबे समय तक याद रखने के लिए हमारे साथ 30 से अधिक प्रश्नों की क्विज जरूर खेलेंगे
- A1. नाड़ी तरंगिनी: आयुर्वेद में नई क्रांति
- A2. खतरे में चंद्रमा और वैश्विक धरोहर
- A3. अंटार्कटिका में भारत का नया अनुसंधान केंद्र: मैत्री-2
- A4. ब्रह्मोस मिसाइल: भारत की रक्षा शक्ति
- A5. भारत की स्वदेशी पैरासिटामोल: एक महत्वपूर्ण उपलब्धि
- A6. मिशन 425: दक्षिण कोरिया का जासूसी उपग्रह कार्यक्रम
आप प्रतिदिन हमारी वेबसाइट SelfStudy Meter पर 30 करंट अफेयर प्रश्नों को पढ़ सकते हैं और अगले दिन सुबह 6:00 बजे इन पढ़े हुए प्रश्नों की क्विज खेल सकते हैं हमारे YouTube channel - Mission: CAGS पर, जबकि प्रतिदिन 45 से अधिक करंट अफेयर प्रश्नों की क्विज खेलने के लिए व pdf डाउनलोड करने के लिए हमें टेलीग्राम पर फॉलो कर सकते हैं ।Our Telegram channel - Mission: CAGS
Quiz time on Telegram is 7:30 p.m
क्विज खेलने के फायदे:
क्विज खेलने से आपकी रीडिंग स्किल इंप्रूव होगी, लर्निंग स्किल बढ़ेगी और आप अपनी तैयारी का स्वमूल्यांकन कर सकेंगे मतलब आप अपना याद किया हुआ चेक कर सकेंगे कि आपके द्वारा पढ़ा हुआ आपको कितना याद है?
क्विज खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी तैयारी को एक दिशा दे पाएंगे।

A1.
नाड़ी तरंगिनी: आयुर्वेद में नई क्रांति
Nadi
Tarangini: A New Revolution in Ayurveda
नाड़ी तरंगिनी एक एआई-संचालित पल्स डायग्नोस्टिक डिवाइस है।
इसे अत्रेय इनोवेशन, पुणे द्वारा विकसित किया गया है।
इसे 06 जनवरी, 2025 को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) से स्वीकृति मिली।
यह आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त भारत का पहला आयुर्वेदिक चिकित्सा उपकरण है।
यह उपकरण 22 मापदंडों पर मरीजों के स्वास्थ्य की निगरानी कर सकता है।
यह 10 भारतीय भाषाओं में रिपोर्ट तैयार कर सकता है।
इस उपकरण को अनिरुद्ध जोशी ने आईआईटी बॉम्बे में अपने शोध प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया है।
यह पेटेंट डिवाइस चिकित्सकों को त्रिदोष संतुलन (वात, पित्त, कफ), तनाव के स्तर, पाचन स्वास्थ्य और किसी व्यक्ति के समय स्वास्थ्य सहित 22 आयुर्वेदिक मापदंडों का विश्लेषण करने में मदद करती है।
इस उपकरण की कीमत 55,000 रुपये है।
इस उपकरण ने 5 लाख से ज्यादा लोगो का परिक्षण किया है।
इस उपकरण की सटीकता दर 85% है।
अतिरिक्त जानकारी:
नाड़ी तरंगिनी पारंपरिक आयुर्वेदिक प्रथाओं को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ती है।
यह उपकरण आयुर्वेदिक चिकित्सकों को रोगी के स्वास्थ्य का अधिक सटीक और व्यापक मूल्यांकन करने में मदद करता है।
यह उपकरण आयुर्वेद को मुख्यधारा की चिकित्सा में एकीकृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
1. नाड़ी तरंगिनी को किसने विकसित किया है?
a) भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR)
b) अत्रेय इनोवेशन, पुणे
c) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)
d) रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO)
2. नाड़ी तरंगिनी को किस संगठन से स्वीकृति मिली है?
a) विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)
b) खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA)
c) केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO)
d) भारतीय मानक ब्यूरो (BIS)
3. नाड़ी तरंगिनी कितने आयुर्वेदिक मापदंडों का विश्लेषण कर सकती है?
a) 10
b) 15
c) 20
d) 22
4. नाड़ी तरंगिनी कितनी भारतीय भाषाओं में रिपोर्ट तैयार कर सकती है?
a) 5
b) 8
c) 10
d) 12
5. नाड़ी तरंगिनी की सटीकता दर कितनी है?
a) 75%
b) 80%
c) 85%
d) 90%
A2.
खतरे में चंद्रमा और वैश्विक धरोहर
Moon
in Danger and Global Heritage
वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड (WMF) ने चंद्रमा को 2025 की विश्व स्मारक निगरानी में 25 संकटग्रस्त स्थलों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया है।
चंद्रमा पर मानव उपस्थिति से जुड़े 90 से अधिक ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनमें ट्रैंक्विलिटी बेस भी शामिल है, जहाँ नील आर्मस्ट्रांग के पदचिह्न और अपोलो 11 मिशन की कलाकृतियाँ संरक्षित हैं।
सूची में अन्य खतरे वाले स्थल गाजा पट्टी, कीव में ऐतिहासिक इमारतें और तटीय क्षेत्र शामिल हैं।
WMF लुप्तप्राय सांस्कृतिक स्थलों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है और उनके संरक्षण के लिए धन जुटाता है।
चंद्रमा पर टेलीविजन कैमरा, एक स्मारक डिस्क और अन्य वस्तुएं ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक हैं।
वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड (WMF) एक निजी गैर-लाभकारी संगठन है जो दुनिया भर में ऐतिहासिक स्मारकों और इमारतों को संरक्षित करने के लिए काम करता है।
यह संगठन 1965 में स्थापित किया गया था।
इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क शहर में स्थित है।
यह संगठन सांस्कृतिक विरासत स्थलों की पहचान करना और उनके संरक्षण के लिये वित्तीय एवं तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
6. वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड (WMF) ने 2025 की विश्व स्मारक निगरानी में चंद्रमा को कितने संकटग्रस्त स्थलों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया है?
a) 10
b) 20
c) 25
d) 30
7. चंद्रमा पर मानव उपस्थिति से जुड़े कितने ऐतिहासिक स्थल हैं?
a) 50 से अधिक
b) 70 से अधिक
c) 90 से अधिक
d) 100 से अधिक
8. ट्रैंक्विलिटी बेस किस मिशन से जुड़ा है?
a) अपोलो 10
b) अपोलो 11
c) अपोलो 12
d) अपोलो 13
9. वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड (WMF) का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
a) लंदन
b) पेरिस
c) न्यूयॉर्क शहर
d) टोक्यो
10. वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड (WMF) की स्थापना किस वर्ष में हुई थी?
a) 1955
b) 1960
c) 1965
d) 1970
A3.
अंटार्कटिका में भारत का नया अनुसंधान केंद्र: मैत्री-2
India's
New Research Center in Antarctica: Maitri-2
भारत अंटार्कटिका में एक नया अनुसंधान केंद्र, मैत्री-2 स्थापित करने की योजना बना रहा है।
यह नया स्टेशन पुराने मैत्री स्टेशन की जगह लेगा, जो 1988 में स्थापित किया गया था।
वर्तमान मैत्री स्टेशन का निर्धारित परिचालन जीवनकाल केवल 10 वर्ष था।
नया स्टेशन पूर्वी अंटार्कटिका में मौजूदा मैत्री स्टेशन के पास स्थित होगा।
इसमें लगभग 90 वैज्ञानिकों के रहने की व्यवस्था होगी।
मैत्री-2 के 2029 तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है।
भारत के अंटार्कटिक अनुसंधान प्रयासों में मैत्री-2 एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
भारत ने अंटार्कटिका में तीन स्थायी अनुसंधान बेस स्टेशन का निर्माण किया है।
दक्षिण गंगोत्री (1983)
मैत्री (1988)
भारती (2012)
मैत्री, अंटार्कटिका में भारत का दूसरा स्थायी अनुसंधान केंद्र है।
मैत्री का निर्माण वर्ष 1988 में पूर्ण हुआ था।
यह पथरीले पहाड़ी क्षेत्र पर स्थित है जिसे 'शिरमाकर ओएसिस' कहा जाता है। मैत्री के चारों ओर एक मीठे पानी की झील भी बनाई गई है, जिसे प्रियदर्शनी झील के नाम से जाना जाता है।
अतिरिक्त जानकारी:
अंटार्कटिका में अनुसंधान केंद्र स्थापित करने का उद्देश्य इस महाद्वीप के बारे में वैज्ञानिक ज्ञान को बढ़ाना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अध्ययन करना है।
अंटार्कटिका में अनुसंधान केंद्र स्थापित करना भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश को इस महाद्वीप के भविष्य को आकार देने में मदद करता है।
भारत अंटार्कटिका संधि प्रणाली का एक हस्ताक्षरकर्ता है, जो अंटार्कटिका को शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
11. मैत्री-2 अनुसंधान केंद्र किस वर्ष तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है?
a. 2025
b. 2027
c. 2029
d. 2031
12. मैत्री-2 अनुसंधान केंद्र में लगभग कितने वैज्ञानिकों के रहने की व्यवस्था होगी?
a. 50
b. 70
c. 90
d. 110
13. भारत ने अंटार्कटिका में कितने स्थायी अनुसंधान बेस स्टेशन का निर्माण किया है?
a. 2
b. 3
c. 4
d. 5
14. वर्तमान मैत्री स्टेशन का निर्धारित परिचालन जीवनकाल कितना था?
a. 5 वर्ष
b. 10 वर्ष
c. 15 वर्ष
d. 20 वर्ष
15. मैत्री अनुसंधान केंद्र किस क्षेत्र में स्थित है?
a. थार रेगिस्तान
b. शिरमाकर ओएसिस
c. सुंदरवन डेल्टा
d. कच्छ का रण
A4.
ब्रह्मोस मिसाइल: भारत की रक्षा शक्ति
BrahMos
Missile: India's Defense Power
ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे भारत और रूस ने संयुक्त रूप से विकसित किया है।
इसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मोस्कवा नदी के नाम पर रखा गया है।
यह दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइलों में से एक है, जिसकी गति 2.8 मैक है।
इसकी मारक क्षमता 290 किलोमीटर है, लेकिन अब इसे बढ़ाया जा रहा है।
यह मिसाइल जमीन, समुद्र और हवा से लॉन्च की जा सकती है।
हाल ही में, भारत, रूस और इंडोनेशिया ने इंडोनेशियाई सशस्त्र बलों को ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों की आपूर्ति के लिए एक सौदे के मूल्य निर्धारण पर सहमति व्यक्त की है।
यह सौदा 450 मिलियन डॉलर का है।
इस सौदे के बाद, इंडोनेशिया ब्रह्मोस का दूसरा विदेशी ग्राहक बन जाएगा।
फिलीपींस ने भी ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों की तीन बैटरियों को खरीदने के लिए 375 मिलियन डॉलर का सौदा किया है।
ब्रह्मोस मिसाइल भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
अतिरिक्त जानकारी:
ब्रह्मोस मिसाइल को डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन) और रूस के एनपीओ मशिनोस्ट्रोयेनिया ने मिलकर बनाया है।
यह मिसाइल विभिन्न प्रकार के वॉरहेड ले जाने में सक्षम है।
ब्रह्मोस मिसाइल को भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना में शामिल किया गया है।
यह मिसाइल भारत के रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने में भी मदद कर रही है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
16. ब्रह्मोस मिसाइल किन दो देशों द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई है?
a) भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका
b) भारत और रूस
c) भारत और फ्रांस
d) भारत और इजराइल
17. ब्रह्मोस मिसाइल का नाम किन दो नदियों के नाम पर रखा गया है?
a) गंगा और वोल्गा
b) ब्रह्मपुत्र और मोस्कवा
c) सिंधु और डेन्यूब
d) नर्मदा और राइन
18. ब्रह्मोस मिसाइल की अधिकतम गति कितनी है?
a) 1.8 मैक
b) 2.8 मैक
c) 3.8 मैक
d) 4.8 मैक
19. हाल ही में, किन देशों ने ब्रह्मोस मिसाइलों के सौदे पर सहमति व्यक्त की है?
a) भारत, रूस और वियतनाम
b) भारत, रूस और थाईलैंड
c) भारत, रूस और इंडोनेशिया
d) भारत, रूस और मलेशिया
20. फिलीपींस ने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों की कितनी बैटरियों को खरीदने के लिए सौदा किया है?
a) एक
b) दो
c) तीन
d) चार
A5.
भारत की स्वदेशी पैरासिटामोल: एक महत्वपूर्ण उपलब्धि
India's
Indigenous Paracetamol: A Significant Achievement
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग के 40वें स्थापना दिवस के अवसर पर सीएसआईआर द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित पैरासिटामोल की घोषणा की।
यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि पैरासिटामोल एक सामान्य दवा है जिसका उपयोग बुखार और दर्द से राहत के लिए किया जाता है।
सीएसआईआर का मतलब वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद है।
कर्नाटक स्थित सत्य दीप्ति फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड इस सफलता का उपयोग घरेलू स्तर पर सस्ती पैरासिटामोल का उत्पादन करने के लिए करेगी।
नैफिश्रोमाइसिन भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित एंटीबायोटिक है।
यह असामान्य और विशिष्ट दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया दोनों का इलाज करता है।
अतिरिक्त जानकारी:
यह उपलब्धि भारत को दवाओं के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह भारत में सस्ती दवाओं की उपलब्धता को बढ़ावा देगा।
भारत में सीएसआईआर जैसी संस्थाएं विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में बहुत ही सराहनीय कार्य कर रही हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
21. स्वदेशी रूप से विकसित पैरासिटामोल की घोषणा किसने की?
a) नरेंद्र मोदी
b) अमित शाह
c) डॉ. जितेंद्र सिंह
d) राजनाथ सिंह
22. सीएसआईआर का पूर्ण रूप क्या है?
a) केंद्रीय सामाजिक और औद्योगिक अनुसंधान
b) वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद
c) केंद्रीय वैज्ञानिक और औद्योगिक रिपोर्ट
d) सामाजिक और औद्योगिक अनुसंधान केंद्र
23. स्वदेशी रूप से विकसित पैरासिटामोल का उत्पादन कौन सी कंपनी करेगी?
a) सिप्ला
b) रैनबैक्सी
c) सत्य दीप्ति फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड
d) डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज
24. भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित एंटीबायोटिक कौन सा है?
a) एज़िथ्रोमाइसिन
b) एमोक्सिसिलिन
c) नैफिश्रोमाइसिन
d) सिप्रोफ्लोक्सासिन
25. स्वदेशी पैरासिटामोल का विकास भारत को किस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा?
a) कृषि
b) रक्षा
c) दवाओं का उत्पादन
d) अंतरिक्ष अनुसंधान
A6.
मिशन
425: दक्षिण कोरिया का जासूसी उपग्रह कार्यक्रम
Mission
425: South Korea's Spy Satellite Program
दक्षिण कोरिया ने "425 परियोजना" के तहत अपना तीसरा घरेलू जासूसी उपग्रह सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
यह प्रक्षेपण कैलिफोर्निया के वंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा किया गया।
यह 2025 तक 5 जासूसी उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने की दक्षिण कोरिया की योजना का हिस्सा है।
इन उपग्रहों का उद्देश्य उत्तर कोरिया की गतिविधियों पर निगरानी रखना है।
यह उपग्रह उच्च रिज़ॉल्यूशन वाले सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) से लैस हैं।
इन उपग्रहों को कोरियाई एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (KAI) और हनवा सिस्टम्स कॉर्प द्वारा विकसित किया गया है।
थेल्स एलेनिया स्पेस ने SAR पेलोड प्रदान किया है।
"425 परियोजना" दक्षिण कोरिया को मौसम की परवाह किए बिना हर दो घंटे में उत्तर कोरिया की प्रमुख सुविधाओं की निगरानी करने में सक्षम बनाएगी।
दक्षिण कोरिया के इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य उत्तर कोरिया के सैन्य गतिविधियों पर नजर रखना है।
उत्तर कोरिया के सैन्य गतिविधियों के कारण कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव का माहौल बना रहता है जिसके कारण दक्षिण कोरिया को यह कदम उठाना पड़ा।
दक्षिण कोरिया के यह उपग्रह दिन और रात किसी भी समय और किसी भी मौसम में काम करने में सक्षम हैं।
अतिरिक्त जानकारी:
दक्षिण कोरिया की यह परियोजना उत्तर कोरिया के जासूसी उपग्रह प्रक्षेपणों के जवाब में है।
दक्षिण कोरिया ने अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
26. दक्षिण कोरिया ने "425 परियोजना" के तहत अपना तीसरा जासूसी उपग्रह कहाँ से लॉन्च किया?
a) टोक्यो स्पेस सेंटर
b) कैलिफोर्निया के वंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस
c) सियोल स्पेस सेंटर
d) बीजिंग स्पेस सेंटर
27. "425 परियोजना"
के तहत दक्षिण कोरिया का लक्ष्य कब तक 5 जासूसी उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करना है?
a) 2023
b) 2024
c) 2025
d) 2026
28. "425 परियोजना"
के तहत लॉन्च किए गए जासूसी उपग्रह किस तकनीक से लैस हैं?
a) ऑप्टिकल सेंसर
b) थर्मल इमेजिंग
c) सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR)
d) लेजर डिटेक्शन
29. "425 परियोजना"
का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) मौसम की भविष्यवाणी करना
b) उत्तर कोरिया की गतिविधियों पर निगरानी रखना
c) अंतरिक्ष अनुसंधान करना
d) संचार सेवाओं में सुधार करना
30. "425 परियोजना"
के तहत जासूसी उपग्रहों को विकसित करने में किन कंपनियों ने भाग लिया?
a) नासा और स्पेसएक्स
b) इसरो और डीआरडीओ
c) कोरियाई एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (KAI) और हनवा सिस्टम्स कॉर्प
d) यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और रोजकोस्मोस
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नोट: ये बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) वर्तमान घटनाओं पर आधारित हैं। कृपया ध्यान दें कि समय के साथ घटनाओं और जानकारी में बदलाव हो सकता है।
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