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10 May 2025 | Answers and Explanations

10 May 2025 | Answers and Explanations


1. 

उत्तर: c) नहीं।

स्पष्टीकरण: बॉम्बे उच्च न्यायालय ने स्पष्ट रूप से निर्णय दिया है कि लाउडस्पीकर का उपयोग करना संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत किसी भी धर्म का आवश्यक धार्मिक आचरण नहीं है।

2.

उत्तर: c) 2016

 स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि डॉ. महेश विजय बेडेकर बनाम महाराष्ट्र मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने 2016 में फैसला सुनाया था।

3. 

उत्तर: d) श्री आदि विशेश्वर केस

स्पष्टीकरण: लेख के अनुसार, सर्वोच्च न्यायालय ने श्री आदि विशेश्वर केस (1997) में मंदिर के धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष कार्यों के बीच अंतर स्पष्ट किया था।

4. 

उत्तर: c) 1954

स्पष्टीकरण: लेख में बताया गया है कि आवश्यक धार्मिक आचरण (ERP) परीक्षण शिरूर मठ मामले (1954) में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पेश किया गया था।

5. 

उत्तर: c) चर्च ऑफ गॉड केस (2000)

स्पष्टीकरण: बॉम्बे उच्च न्यायालय ने चर्च ऑफ गॉड केस (2000) में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला दिया था, जिसमें कहा गया था कि लाउडस्पीकर का उपयोग करने का कोई मौलिक अधिकार नहीं है।

6. 

उत्तर: c. खान मंत्रालय

स्पष्टीकरण: लेख की पहली पंक्ति स्पष्ट रूप से बताती है कि खान मंत्रालय ने ही बैराइट्स, फेल्सपार, अभ्रक और क्वार्ट्ज को लघु खनिजों से प्रमुख खनिजों की श्रेणी में बदला है।

7. 

उत्तर: c. डॉ. वी. के. सारस्वत

स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी. के. सारस्वत की अध्यक्षता में गठित समिति ने ही इन खनिजों को प्रमुख खनिजों की श्रेणी में रखने की सिफारिश की थी।

8. 

उत्तर: c. कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा

स्पष्टीकरण: लेख में साफ तौर पर लिखा है कि इन खनिजों के पुनर्वर्गीकरण से मौजूदा खनन पट्टों की अवधि पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा, जिसका अर्थ है कि कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

9. 

उत्तर: c. 50 वर्ष

स्पष्टीकरण: लेख के अनुसार, प्रमुख खनिजों के रूप में वर्गीकृत होने के बाद, इन खनिजों के लिए नए पट्टों की अवधि अनुदान की तिथि से 50 वर्ष तक होगी।

10. 

उत्तर: c. चार महीने, 30 जून 2025

स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि इस नए बदलाव को लागू करने के लिए चार महीने का संक्रमण काल दिया गया है, जो 30 जून, 2025 तक चलेगा।

 

11. 

उत्तर: b) 29 जनवरी, 2025

व्याख्या: लेख की पहली पंक्ति स्पष्ट रूप से बताती है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने 29 जनवरी, 2025 को इस महोत्सव का उद्घाटन किया था।

12. 

उत्तर: c) यमुनानगर

व्याख्या: लेख में उल्लेख किया गया है कि महोत्सव का उद्घाटन हरियाणा के यमुनानगर जिले के आदि बद्री में हुआ था।

13. 

उत्तर: b) सात दिन

व्याख्या: पहली पंक्ति में ही बताया गया है कि यह एक सात दिवसीय महोत्सव था।

14. 

उत्तर: c) हरियाणा सरस्वती हेरिटेज विकास बोर्ड

व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि इस महोत्सव का आयोजन हरियाणा सरस्वती हेरिटेज विकास बोर्ड द्वारा किया गया था।

15. 

उत्तर: c) सरस्वती नदी

व्याख्या: लेख में आदि बद्री के महत्व को बताते हुए कहा गया है कि इसे सरस्वती नदी का उद्गम स्थल माना जाता है।

16. 

उत्तर: b) बारुंगुरी, लाओखोवा

स्पष्टीकरण: लेख की पहली पंक्ति में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि दूसरा सिमोलु महोत्सव असम के लाओखोवा के बारुंगुरी में स्थित बिसांग-ना में शुरू हुआ था।

17. 

उत्तर: c) बॉम्बेक्स सीबा (शिमुल) के फूल

स्पष्टीकरण: लेख में बताया गया है कि दो दिवसीय महोत्सव बॉम्बेक्स सीबा (शिमुल) फूलों के खिलने का जश्न मनाने के लिए आयोजित किया गया था।

18. 

उत्तर: c) इको-टूरिज्म (पारिस्थितिक पर्यटन), पर्यावरण संरक्षण, और स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देना

स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि महोत्सव इको-टूरिज्म, संरक्षण और स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया था।

19. 

उत्तर: c) एक जातीय इको-रिसॉर्ट

स्पष्टीकरण: लेख की पहली पंक्ति में बिसांग-ना को एक जातीय इको-रिसॉर्ट के रूप में वर्णित किया गया है।

20. 

उत्तर: c) साइकिल चलाना

स्पष्टीकरण: लेख में उन गतिविधियों की सूची दी गई है जो कार्यक्रम में आयोजित की गईं, जिसमें साइकिल चलाना भी शामिल है।

21. 

उत्तर: c. न्यायमूर्ति हर्ष कुमार

स्पष्टीकरण: लेख के अनुसार, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति हर्ष कुमार को इस तीन सदस्यीय न्यायिक समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

22. 

उत्तर: c. 29 जनवरी, 2025

स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि भगदड़ की घटना 29 जनवरी, 2025 को मौनी अमावस्या के दिन हुई थी।

23. 

उत्तर: c. 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025

स्पष्टीकरण: लेख के अनुसार, 2025 का कुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चला था।

24. 

उत्तर: b. 30

स्पष्टीकरण: लेख में यह साफ तौर पर लिखा है कि भगदड़ में 30 लोगों की मृत्यु हो गई थी।

25. 

उत्तर: b. वी. के. गुप्ता और डी. के. सिंह

स्पष्टीकरण: लेख में बताया गया है कि न्यायिक समिति में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हर्ष कुमार के साथ पूर्व पुलिस महानिदेशक वी. के. गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डी. के. सिंह शामिल थे।

26. 

उत्तर: c. भारत मंडपम, नई दिल्ली

    व्याख्या: दिए गए लेख के अनुसार, 'विश्व पुस्तक मेला, 2025' का आयोजन नई दिल्ली के प्रतिष्ठित भारत मंडपम में किया गया था।

27. 

उत्तर: c. 01 फरवरी, 2025 से 09 फरवरी, 2025

व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि यह ज्ञान का मेला 01 फरवरी, 2025 से शुरू होकर 09 फरवरी, 2025 तक चला।

28. 

उत्तर: c. रिपब्लिक @75

व्याख्या: लेख के अनुसार, इस वर्ष के मेले का मुख्य विषय 'रिपब्लिक @75' था, जो भारत के गणतंत्र के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रखा गया था।

29. 

उत्तर: b. रूस

    व्याख्या: लेख में साफ तौर पर उल्लेख किया गया है कि इस वर्ष मेले का फोकस देश रूस था।

30. 

उत्तर: c. राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (नेशनल बुक ट्रस्ट)

    व्याख्या: लेख के अनुसार, विश्व पुस्तक मेला हर साल शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा आयोजित किया जाता है।

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