28 April 2025 Current Affairs Questions
हैलो दोस्तों !
आज हम current affairs के इन बिंदुओं पर गहराई से विचार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि आप इन बिंदुओं को लंबे समय तक याद रखने के लिए हमारे साथ 30 से अधिक प्रश्नों की क्विज जरूर खेलेंगे
- A1. दार्जिलिंग चिड़ियाघर में जीवन का खजाना: बायो बैंक
- A2. कैली फंड: जैव विविधता संरक्षण की नई पहल
- A3. विश्व फार्माकोपिया: वैश्विक स्वास्थ्य के लिए मानक
- A4. समुद्री गौरव: IALA में भारत
- A5. आश्चर्यजनक खोज: मिल्की वे से 32 गुना बड़ी आकाशगंगा!
- A6. भारतीय महाकाव्यों का कलात्मक संगम
आप प्रतिदिन हमारी वेबसाइट SelfStudy Meter पर 30 करंट अफेयर प्रश्नों को पढ़ सकते हैं और अगले दिन सुबह 7:00 बजे इन पढ़े हुए प्रश्नों की क्विज खेल सकते हैं हमारे YouTube channel - Mission: CAGS पर, जबकि प्रतिदिन 45 से अधिक करंट अफेयर प्रश्नों की क्विज खेलने के लिए व pdf डाउनलोड करने के लिए हमें टेलीग्राम पर फॉलो कर सकते हैं ।
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Quiz time on Telegram is 7:30 p.m
क्विज खेलने के फायदे:
क्विज खेलने से आपकी रीडिंग स्किल इंप्रूव होगी, लर्निंग स्किल बढ़ेगी और आप अपनी तैयारी का स्वमूल्यांकन कर सकेंगे मतलब आप अपना याद किया हुआ चेक कर सकेंगे कि आपके द्वारा पढ़ा हुआ आपको कितना याद है?क्विज खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी तैयारी को एक दिशा दे पाएंगे।

A1.
दार्जिलिंग चिड़ियाघर में जीवन का खजाना: बायो बैंक
A
Treasure of Life at Darjeeling Zoo: The Bio Bank
भारत का पहला 'बायो बैंक' पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क, दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) में शुरू किया गया है। इसे दार्जिलिंग चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है।
यह महत्वपूर्ण सुविधा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले प्रतिष्ठित संस्थान कोशिकीय और आणविक जीवविज्ञान केंद्र (Centre for Cellular and
Molecular Biology - CCMB), हैदराबाद के सहयोग से स्थापित की गई है।
बायो बैंक का मुख्य उद्देश्य लुप्तप्राय और संकटग्रस्त जानवरों से कोशिका (cell) और ऊतक (tissue) के नमूने एकत्र कर उन्हें संरक्षित करना है।
इसके अतिरिक्त, यह सुविधा मृत जानवरों से उनकी प्रजनन कोशिकाओं (reproductive cells) को भी सुरक्षित रखती है।
भविष्य में, इन संरक्षित नमूनों का उपयोग वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए किया जा सकेगा।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस तकनीक का उपयोग गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों को वापस लाने या उनकी आबादी को बढ़ाने में मदद मिल सकती है, खासकर उन प्रजातियों के लिए जो विलुप्त होने के कगार पर हैं।
बायो बैंक को अनौपचारिक रूप से 'फ्रोजन जू' भी कहा जाता है, जो इसकी संरक्षण की विधि को दर्शाता है।
इसकी स्थापना जुलाई 2024 में हुई थी (आपके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 'पिछले साल जुलाई') और अब तक 23 विभिन्न प्रजातियों के लगभग 60 जानवरों से डीएनए सामग्री, सेलुलर और ऊतक के नमूने एकत्र किए जा चुके हैं।
पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क की स्थापना वर्ष 1958 में हुई थी। यह दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल में स्थित है और इसका नाम सरोजिनी नायडू की बेटी पद्मजा नायडू के सम्मान में रखा गया है। यह चिड़ियाघर उच्च ऊंचाई पर स्थित अपनी अनूठी वन्यजीव प्रजातियों के लिए जाना जाता है, जिनमें लाल पांडा, हिम तेंदुआ और तिब्बती भेड़िया शामिल हैं।
बायो बैंकिंग वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक अत्याधुनिक तकनीक है। यह आनुवंशिक विविधता को बनाए रखने और भविष्य की पीढ़ियों के लिए महत्वपूर्ण प्रजातियों को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इस तरह के प्रयास न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर जैव विविधता संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
1. भारत का पहला बायो बैंक किस स्थान पर शुरू किया गया है?
a) नई दिल्ली चिड़ियाघर
b) मैसूर चिड़ियाघर
c) पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क
d) लखनऊ प्राणी उद्यान
2. पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क कहाँ स्थित है?
a) सिक्किम
b) असम
c) पश्चिम बंगाल
d) हिमाचल प्रदेश
3. बायो बैंक मुख्य रूप से क्या संरक्षित करता है?
a) जीवाश्म और प्राचीन कलाकृतियाँ
b) लुप्तप्राय जानवरों से कोशिका और ऊतक के नमूने
c) विभिन्न प्रकार के पौधे के बीज
d) मिट्टी और खनिज के नमूने
4. पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
a) 1948
b) 1958
c) 1968
d) 1978
5. बायो बैंक की स्थापना में किस संस्थान ने पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क के साथ सहयोग किया है?
a) भारतीय वन्यजीव संस्थान (Wildlife Institute of
India)
b) भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (Zoological Survey of
India)
c) कोशिकीय और आणविक जीवविज्ञान केंद्र (Centre for Cellular and
Molecular Biology)
d) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of
Agricultural Research)
A2.
कैली फंड: जैव विविधता संरक्षण की नई पहल
The
Cali Fund: A New Initiative for Biodiversity Conservation
महत्वपूर्ण बैठक: 25-27 फरवरी,
2025 को जैविक विविधता पर कन्वेंशन (CBD) के पक्षकारों के सम्मेलन (COP) की 16वीं बैठक का दूसरा सत्र इटली के रोम में आयोजित किया गया।
स्थान: यह महत्वपूर्ण सभा संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के मुख्यालय में हुई।
वैश्विक चर्चा: दुनिया भर के प्रतिनिधि इस बैठक में जैव विविधता लक्ष्यों पर आगे की चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए।
कैली फंड का शुभारंभ: 25 फरवरी,
2025 को इस सत्र के दौरान, वैश्विक जैव विविधता संरक्षण में एक महत्वपूर्ण पहल, "कैली फंड" की शुरुआत की घोषणा की गई।
उद्देश्य: इस अंतर्राष्ट्रीय कोष का मुख्य उद्देश्य उन निजी कंपनियों से वित्तीय योगदान प्राप्त करना है जो अपने उद्योगों में आनुवंशिक डेटा का उपयोग करके लाभ कमाती हैं।
वित्तीय लाभों का उचित वितरण: कैली फंड का लक्ष्य डिजिटल अनुक्रम सूचना (डीएसआई) - पौधों, जानवरों और अन्य जीवों से प्राप्त आनुवंशिक डेटा के उपयोग से होने वाले वित्तीय लाभों का उचित और न्यायसंगत वितरण सुनिश्चित करना है। यह विशेष रूप से उन देशों के लिए महत्वपूर्ण है जो इन आनुवंशिक संसाधनों के मूल स्रोत हैं।
डीएसआई का महत्व: डिजिटल अनुक्रम सूचना (DSI) जैव विविधता अनुसंधान और संरक्षण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमें जीवों के आनुवंशिक कोड के बारे में जानकारी शामिल होती है, जिसका उपयोग दवा विकास, कृषि सुधार और जैव प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है।
ऐतिहासिक संदर्भ: जैविक विविधता पर कन्वेंशन (CBD) एक अंतर्राष्ट्रीय संधि है जिसका उद्देश्य जैविक विविधता का संरक्षण, इसके घटकों का सतत उपयोग और आनुवंशिक संसाधनों के उपयोग से उत्पन्न होने वाले लाभों का उचित और न्यायसंगत बंटवारा करना है। COP इस कन्वेंशन के पक्षकारों की सर्वोच्च गवर्निंग बॉडी है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
6. कैली फंड का शुभारंभ किस कार्यक्रम में हुआ?
a) संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन
b) जैविक विविधता पर कन्वेंशन (CBD) के पक्षकारों के सम्मेलन (COP) की 15वीं बैठक
c) जैविक विविधता पर कन्वेंशन (CBD) के पक्षकारों के सम्मेलन (COP) की 16वीं बैठक
d) विश्व आर्थिक मंच
7. कैली फंड मुख्य रूप से किससे वित्तीय योगदान प्राप्त करने के उद्देश्य से बनाया गया है?
a) गैर-सरकारी संगठन
b) सरकारी एजेंसियां
c) निजी कंपनियां जो आनुवंशिक डेटा से लाभान्वित होती हैं
d) अंतर्राष्ट्रीय दान संगठन
8. डिजिटल अनुक्रम सूचना (डीएसआई) किससे संबंधित है?
a) जलवायु परिवर्तन के प्रभाव
b) औद्योगिक प्रदूषण के स्तर
c) पौधों, जानवरों और अन्य जीवों से आनुवंशिक डेटा
d) नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत
9. जैविक विविधता पर कन्वेंशन (CBD) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना
b) ओजोन परत का संरक्षण करना
c) जैविक विविधता का संरक्षण और आनुवंशिक संसाधनों के लाभों का उचित बंटवारा
d) रेगिस्तानीकरण का मुकाबला करना
10. जैविक विविधता पर कन्वेंशन (CBD) के पक्षकारों के सम्मेलन (COP) की 16वीं बैठक का दूसरा सत्र कहाँ आयोजित हुआ था?
a) न्यूयॉर्क, यूएसए
b) जिनेवा, स्विट्जरलैंड
c) रोम, इटली
d) नैरोबी, केन्या
A3.
विश्व फार्माकोपिया: वैश्विक स्वास्थ्य के लिए मानक
World
Pharmacopoeia: Standards for Global Health
मेजबानी: भारत की राजधानी नई दिल्ली ने 5 से 7 फरवरी, 2025 तक विश्व फार्माकोपिया की 15वीं अंतर्राष्ट्रीय बैठक की मेजबानी की।
आयोजक: इस महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा किया गया था।
मेजबान: भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय फार्माकोपिया आयोग (IPC) ने इसकी मेजबानी की।
उद्घाटन: 5 फरवरी, 2025 को विश्व फार्माकोपिया की 15वीं अंतर्राष्ट्रीय बैठक का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने किया।
चर्चा के विषय: बैठक में मुख्य रूप से निम्नलिखित विषयों पर चर्चा हुई:
फार्मास्युटिकल मानकों में सुधार
फार्मास्युटिकल्स का सामंजस्य (विभिन्न देशों के मानकों को एक जैसा बनाना)
नियामक अभिसरण के उपाय (विभिन्न देशों की नियामक प्रक्रियाओं में समानता लाना)
विश्व फार्माकोपिया क्या है? विश्व फार्माकोपिया (World
Pharmacopoeia) दवाओं की गुणवत्ता नियंत्रण के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों का एक संग्रह है। यह दवाओं की पहचान, शुद्धता और शक्ति के लिए दिशानिर्देश प्रदान करता है। इसका उद्देश्य सदस्य देशों को दवाओं के लिए अपने स्वयं के राष्ट्रीय फार्माकोपिया विकसित करने में सहायता करना और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करना है।
भारतीय फार्माकोपिया आयोग (IPC): यह भारत में दवाओं के मानकों को स्थापित करने और बनाए रखने के लिए जिम्मेदार एक स्वायत्त संस्था है। IPC भारतीय फार्माकोपिया प्रकाशित करता है, जो भारत में निर्मित और विपणन की जाने वाली दवाओं के लिए आधिकारिक पुस्तक है।
महत्व: यह बैठक वैश्विक स्तर पर दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। फार्मास्युटिकल मानकों का सामंजस्य और नियामक अभिसरण दुनिया भर में स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद करेगा।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
11. विश्व फार्माकोपिया की 15वीं अंतर्राष्ट्रीय बैठक किस शहर में आयोजित की गई थी?
a) मुंबई
b) चेन्नई
c) नई दिल्ली
d) कोलकाता
12. विश्व फार्माकोपिया की 15वीं अंतर्राष्ट्रीय बैठक किस महीने में आयोजित हुई थी?
a) जनवरी
b) फरवरी
c) मार्च
d) अप्रैल
13. 15वीं अंतर्राष्ट्रीय बैठक का उद्घाटन किसने किया था?
a) भारत के प्रधान मंत्री
b) विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक
c) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री
d) भारतीय फार्माकोपिया आयोग के अध्यक्ष
14. विश्व फार्माकोपिया मुख्य रूप से किससे संबंधित है?
a) दवाओं की कीमत निर्धारण
b) फार्मास्युटिकल कंपनियों का विनियमन
c) दवाओं की गुणवत्ता नियंत्रण के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानक
d) नई दवाओं की खोज और विकास
15. भारतीय फार्माकोपिया आयोग (IPC) किसके अंतर्गत आता है?
a) विदेश मंत्रालय
b) वित्त मंत्रालय
c) केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय
d) वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय
A4.
समुद्री गौरव:
IALA में भारत
Maritime
Pride: India at IALA
ऐतिहासिक उपलब्धि: भारत को अंतर्राष्ट्रीय समुद्री नौवहन सहायता संगठन (IALA) का उपाध्यक्ष चुना गया है। यह भारत के समुद्री क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
चुनाव का स्थान और समय: यह चुनाव 18-21 फरवरी, 2025 को सिंगापुर में आयोजित IALA की पहली आम सभा में हुआ।
IALA का इतिहास: IALA की स्थापना 1957 में विभिन्न देशों के लाइटहाउस (प्रकाशस्तंभ) अधिकारियों के एक संघ के रूप में हुई थी। इसका उद्देश्य समुद्री नौवहन को सुरक्षित और कुशल बनाना है।
मुख्यालय:
IALA का मुख्यालय सेंट-जर्मेन-एन-ले, पेरिस, फ्रांस में स्थित है।
भारत की मेजबानी: भारत दिसंबर, 2025 में IALA परिषद की बैठक और सितंबर, 2027 में मुंबई में IALA सम्मेलन और आम सभा की मेजबानी करेगा। यह भारत के लिए समुद्री नौवहन के क्षेत्र में अपनी क्षमताओं और नेतृत्व को प्रदर्शित करने का एक शानदार अवसर होगा।
IALA का महत्व: IALA समुद्री नौवहन सुरक्षा, दक्षता और पर्यावरण संरक्षण के लिए तकनीकी मानकों, सिफारिशों और दिशानिर्देशों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह नेविगेशन एड्स (जैसे लाइटहाउस, बॉये, रडार बीकन) के सामंजस्यपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देता है ताकि दुनिया भर में नाविकों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जा सके।
भारत की भूमिका: उपाध्यक्ष के रूप में, भारत IALA की नीतियों और रणनीतियों को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएगा और अंतर्राष्ट्रीय समुद्री समुदाय में अपने योगदान को और मजबूत करेगा।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
16. भारत को IALA का उपाध्यक्ष कब चुना गया?
a) 2023
b) 2024
c) 2025
d) 2026
17. IALA की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
a) 1947
b) 1957
c) 1967
d) 1977
18. IALA का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
a) लंदन, यूके
b) न्यूयॉर्क, यूएसए
c) पेरिस, फ्रांस
d) जिनेवा, स्विट्जरलैंड
19. भारत किस वर्ष IALA सम्मेलन और आम सभा की मेजबानी करेगा?
a) 2024
b) 2025
c) 2026
d) 2027
20. IALA का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देना
b) समुद्री नौवहन को सुरक्षित और कुशल बनाना
c) मत्स्य पालन उद्योग का विकास करना
d) तटीय पर्यटन को प्रोत्साहित करना
A5.
आश्चर्यजनक खोज:
मिल्की वे से 32 गुना बड़ी आकाशगंगा!
Amazing
Discovery: A Galaxy 32 Times Larger Than the Milky Way!
दक्षिण अफ्रीका के मीरकैट (MeerKAT) नामक शक्तिशाली टेलीस्कोप ने एक नई और विशाल रेडियो आकाशगंगा की खोज की है।
इस आकाशगंगा का नाम 'इंकाथाज़ो' (Inkatha the) रखा गया है, जिसका अर्थ अफ्रीकी भाषा ज़ोसा (Xhosa) और ज़ुलु (Zulu) में 'परेशानी' होता है। यह नाम शायद इसकी विशालता और असाधारण प्रकृति को दर्शाता है।
सबसे खास बात यह है कि इस आकाशगंगा से निकलने वाले प्लाज्मा जेट की लंबाई एक छोर से दूसरे छोर तक 3.3 मिलियन प्रकाश वर्ष है!
तुलना करें तो, हमारी अपनी आकाशगंगा, मिल्की वे (Milky Way), से यह विशालकाय लगभग 32 गुना बड़ी है। यह ब्रह्मांड में पाई जाने वाली सबसे बड़ी संरचनाओं में से एक है।
मीरकैट दूरबीन दक्षिण अफ्रीका के कारू (Karoo) क्षेत्र में स्थित है और इसमें 64 रेडियो डिश लगे हुए हैं। इसका संचालन दक्षिण अफ्रीकी रेडियो खगोल विज्ञान वेधशाला (South African Radio
Astronomy Observatory - SARAO) द्वारा किया जाता है।
यह दूरबीन स्क्वायर किलोमीटर एरे (Square Kilometre Array -
SKA) परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। एसकेए, जिसके 2028 के आसपास विज्ञान संचालन शुरू करने की उम्मीद है, दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे संवेदनशील रेडियो दूरबीन बनने वाली है। मीरकैट, एसकेए के लिए एक बेहतरीन परीक्षण और प्रारंभिक विज्ञान उपकरण के रूप में काम कर रहा है।
2018 में पहली बार शुरू होने के बाद से ही मीरकैट ने दक्षिणी आकाश के कई अनछुए रहस्यों को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और इंकाथाज़ो की खोज इसी कड़ी का एक शानदार उदाहरण है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
21. किस टेलीस्कोप ने विशाल रेडियो आकाशगंगा 'इंकाथाज़ो' की खोज की?
a. केपलर
b. हबल
c. मीरकैट
d. जेम्स वेब
22. 'इंकाथाज़ो' नाम का अफ्रीकी भाषाओं में क्या अर्थ है?
a. शांति
b. सितारा
c. परेशानी
d. प्रकाश
23. 'इंकाथाज़ो' आकाशगंगा के प्लाज्मा जेट की लंबाई कितनी है?
a. 100,000 प्रकाश वर्ष
b. 3.3 मिलियन प्रकाश वर्ष
c. 32 मिलियन प्रकाश वर्ष
d. 1 बिलियन प्रकाश वर्ष
24. हमारी आकाशगंगा, मिल्की वे, से इंकाथाज़ो आकाशगंगा लगभग कितने गुना बड़ी है?
a. 2 गुना
b. 16 गुना
c. 32 गुना
d. 64 गुना
25. स्क्वायर किलोमीटर एरे (SKA) परियोजना का विज्ञान संचालन किस वर्ष के आसपास शुरू होने की उम्मीद है?
a. 2018
b. 2023
c. 2028
d. 2033
A6.
भारतीय महाकाव्यों का कलात्मक संगम
Artistic
Confluence of Indian Epics
भारतीय कला इतिहास कांग्रेस का 32वाँ सत्र, भारतीय विरासत संस्थान, नोएडा द्वारा आयोजित किया जा रहा है। यह सत्र 8 से 10 फरवरी, 2025 तक चलेगा। भारतीय कला इतिहास कांग्रेस, भारतीय कला विरासत के अध्ययन का एक अखिल भारतीय निकाय है, जिसका मुख्यालय गुवाहाटी में है।
मुख्य विषय: "कला और संस्कृति में भारतीय महाकाव्यों का प्रतिपादन"
उद्देश्य:
यह सम्मेलन भारतीय महाकाव्यों के कलात्मक और प्रदर्शनकारी प्रतिनिधित्व के विभिन्न रूपों पर बातचीत के लिए एक मंच प्रदान करता है।
यह भारतीय महाकाव्यों के कलात्मक और प्रदर्शनकारी प्रतिनिधित्व के विभिन्न रूपों पर बातचीत को एक साथ लाता है।
भारतीय कला विरासत के अध्ययन को बढ़ावा देना।
आयोजक: भारतीय विरासत संस्थान, नोएडा (संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत)
भारतीय कला इतिहास कांग्रेस:
यह भारतीय कला विरासत के अध्ययन का एक अखिल भारतीय निकाय है।
इसका मुख्यालय गुवाहाटी में स्थित है।
यह भारतीय कला के अध्ययन को बढ़ावा देता है और कला इतिहासकारों के लिए एक मंच प्रदान करता है।
अतिरिक्त जानकारी:
भारतीय महाकाव्य, जैसे रामायण और महाभारत, भारतीय कला और संस्कृति के महत्वपूर्ण हिस्से हैं।
इन महाकाव्यों को विभिन्न कला रूपों, जैसे चित्रकला, मूर्तिकला, नृत्य और नाटक में दर्शाया गया है।
भारतीय विरासत संस्थान, नोएडा, भारतीय कला और संस्कृति के संरक्षण और प्रचार के लिए काम करता है।
भारतीय कला इतिहास कांग्रेस, कला इतिहास के क्षेत्र में अनुसंधान और छात्रवृत्ति को बढ़ावा देता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
26. भारतीय कला इतिहास कांग्रेस का 32वाँ सत्र कब आयोजित होगा?
a) 2024
b) 2023
c) 2025
d) 2026
27 32वें सत्र का मुख्य विषय क्या है?
a) भारतीय मूर्तिकला
b) भारतीय मंदिर वास्तुकला
c) कला और संस्कृति में भारतीय महाकाव्यों का प्रतिपादन
d) भारतीय लोक कला
28. भारतीय कला इतिहास कांग्रेस का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
a) नई दिल्ली
b) नोएडा
c) गुवाहाटी
d) वाराणसी
29. 32वें सत्र का आयोजन किसके द्वारा किया जा रहा है?
a) भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण
b) संस्कृति मंत्रालय
c) भारतीय विरासत संस्थान, नोएडा
d) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र
30. निम्नलिखित में से कौन भारतीय कला और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है?
a) चीनी कला
b) रोमन कला
c) भारतीय महाकाव्य
d) यूनानी कला
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