23 June 2025 Current Affairs Questions
हैलो दोस्तों !
आज हम current affairs के इन बिंदुओं पर गहराई से विचार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि आप इन बिंदुओं को लंबे समय तक याद रखने के लिए हमारे साथ 30 से अधिक प्रश्नों की क्विज जरूर खेलेंगे
- A1. भारत के नवाचार चैंपियंस: राष्ट्रीय आईपी पुरस्कार 2024
- A2. सिमलीपाल बना 107वाँ राष्ट्रीय उद्यान: ओडिशा में संरक्षण का नया अध्याय
- A3. भारत में दो नई प्रजातियों की खोज: जंगली अदरक और अनोखा शैवाल!
- A4. पोषण ट्रैकर को प्रधानमंत्री पुरस्कार!
- A5. VL-SRSAM: नौसेना का नया सुरक्षा कवच
- A6.गणित का 'नोबेल': एबेल पुरस्कार
आप प्रतिदिन हमारी वेबसाइट SelfStudy Meter पर 30 करंट अफेयर प्रश्नों को पढ़ सकते हैं और अगले दिन सुबह 7:00 बजे इन पढ़े हुए प्रश्नों की क्विज खेल सकते हैं हमारे YouTube channel - Mission: CAGS पर, जबकि प्रतिदिन 45 से अधिक करंट अफेयर प्रश्नों की क्विज खेलने के लिए व pdf डाउनलोड करने के लिए हमें टेलीग्राम पर फॉलो कर सकते हैं ।Our Telegram channel - Mission: CAGS
Quiz time on Telegram is 7:30 p.m
क्विज खेलने के फायदे:
क्विज खेलने से आपकी रीडिंग स्किल इंप्रूव होगी, लर्निंग स्किल बढ़ेगी और आप अपनी तैयारी का स्वमूल्यांकन कर सकेंगे मतलब आप अपना याद किया हुआ चेक कर सकेंगे कि आपके द्वारा पढ़ा हुआ आपको कितना याद है?क्विज खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी तैयारी को एक दिशा दे पाएंगे।

A1.
भारत के नवाचार चैंपियंस: राष्ट्रीय आईपी पुरस्कार 2024
India's
IP Milestones: National IP Awards 2024
हाल ही में, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा (आईपी) पुरस्कार 2024 प्रदान किए, जो भारत की नवाचार और रचनात्मकता की बढ़ती शक्ति का प्रतीक हैं। ये प्रतिष्ठित पुरस्कार हर साल उन व्यक्तियों, संस्थानों, संगठनों और उद्यमों को दिए जाते हैं जिन्होंने आईपी निर्माण और उसके व्यावसायीकरण में असाधारण योगदान दिया है।
भारत की आईपी प्रगति एक नज़र में:
रैंकिंग में उछाल: ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत की रैंकिंग में जबरदस्त सुधार हुआ है। 2015 में 81वें स्थान से हम अब 39वें स्थान पर पहुँच गए हैं।
ट्रेडमार्क फाइलिंग: भारत अब वैश्विक स्तर पर छठा सबसे बड़ा ट्रेडमार्क फाइलिंग वाला देश है।
पेटेंट अनुदान: पिछले साल लगभग 100,000 पेटेंट प्रदान किए गए, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
प्रक्रिया में तेजी: लगभग 400 नए पेटेंट परीक्षकों की भर्ती और द्वारका में अत्याधुनिक आईपी कार्यालय भवन का उद्घाटन पेटेंट प्रक्रिया को और तेज करेगा, जिससे आविष्कारों का शीघ्र अनुदान और संरक्षण सुनिश्चित होगा।
राष्ट्रीय आईपी पुरस्कार 2024 के विजेता:
इस वर्ष, 13 श्रेणियों में विभिन्न संस्थाओं और व्यक्तियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया:
शीर्ष भारतीय शैक्षणिक संस्थान (पेटेंट): भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर
शीर्ष अनुसंधान एवं विकास संस्थान/संगठन (पेटेंट दाखिल करने, अनुदान देने और व्यावसायीकरण के लिए): अन्ना विश्वविद्यालय
भारत में शीर्ष सार्वजनिक/निजी कंपनी (पेटेंट दाखिल करने, अनुदान देने और व्यावसायीकरण के लिए):
विनिर्माण क्षेत्र: टाटा स्टील लिमिटेड
सेवा क्षेत्र: जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड
शीर्ष भारतीय कंपनी/संगठन (डिजाइन): भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे
शीर्ष भारतीय व्यक्ति (पेटेंट): सिद्रमप्पा शिवशंकर धराने (पुरुष) और डॉ. स्वागतिका पांडा (महिला)
शीर्ष भारतीय एमएसएमई (पेटेंट दाखिल करने, अनुदान देने और व्यावसायीकरण के लिए): पश्चिम बंगाल केमिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड
शीर्ष स्टार्ट-अप (आईपी दाखिल करने, अनुदान देने/पंजीकरण और व्यावसायीकरण के लिए): न्यूमेरोस मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड।
शीर्ष भारतीय व्यक्ति (डिजाइन): डॉ. अनुषा पी. (महिला)
भारत और विदेश में ब्रांड बनाने के लिए शीर्ष भारतीय कंपनी/संगठन: बायोकॉन बायोलॉजिक्स लिमिटेड
आईपी को पोषित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इनक्यूबेटर: एआईसी नालंदा प्रौद्योगिकी संस्थान फाउंडेशन
विशेष प्रशस्ति पत्र और WIPO सम्मान:
अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं (एटीएल) के लिए विशेष प्रशस्ति पत्र: डीसीएम प्रेसीडेंसी स्कूल, लुधियाना।
WIPO IP उद्यम ट्रॉफी: जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड, टाटा स्टील लिमिटेड
आविष्कारकों के लिए WIPO पदक: सिद्रमप्पा शिवशंकर धराने
WIPO उपयोगकर्ता ट्रॉफी: बायोकॉन बायोलॉजिक्स लिमिटेड, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा (आईपी) पुरस्कार 2024 किसने प्रदान किए?
a. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
b. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल
c. शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान
d. वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण
2. ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत की रैंकिंग वर्ष 2015 में 81 से सुधार होकर नवीनतम रैंकिंग में कितनी हो गई है?
a. 50
b. 62
c. 39
d. 25
3. राष्ट्रीय आईपी पुरस्कार 2024 में 'शीर्ष भारतीय शैक्षणिक संस्थान (पेटेंट)' का पुरस्कार किसे मिला है?
a. अन्ना विश्वविद्यालय
b. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे
c. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर
d. दिल्ली विश्वविद्यालय
4. भारत अब वैश्विक स्तर पर _______ सबसे बड़ा ट्रेडमार्क फाइलिंग वाला देश है।
a. तीसरा
b. चौथा
c. पाँचवाँ
d. छठा
5. राष्ट्रीय आईपी पुरस्कार 2024 में 'आईपी को पोषित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इनक्यूबेटर' का सम्मान किसे दिया गया है?
a. न्यूमेरोस मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड
b. एआईसी नालंदा प्रौद्योगिकी संस्थान फाउंडेशन
c. टाटा स्टील लिमिटेड
d. बायोकॉन बायोलॉजिक्स लिमिटेड
A2.
सिमलीपाल बना
107वाँ राष्ट्रीय उद्यान: ओडिशा में संरक्षण का नया अध्याय
Similipal
Becomes India's 107th National Park: A New Chapter in Odisha's Conservation
भारत के समृद्ध वन्यजीवों के संरक्षण में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है! 24 अप्रैल, 2025 को ओडिशा में स्थित सिमलीपाल को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दे दिया गया है। यह घोषणा भारत की जैव विविधता को बनाए रखने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।
107वाँ राष्ट्रीय उद्यान: सिमलीपाल अब भारत का 107वाँ राष्ट्रीय उद्यान बन गया है। यह देश के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में एक मील का पत्थर है।
ओडिशा का दूसरा राष्ट्रीय उद्यान: ओडिशा राज्य के लिए यह एक गौरव का क्षण है, क्योंकि सिमलीपाल भीतर्कनिका राष्ट्रीय उद्यान के बाद राज्य का दूसरा राष्ट्रीय उद्यान बन गया है। भीतर्कनिका को वर्ष 1998 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था।
विस्तार और विभाजन: सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान 845.70 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे सिमलीपाल दक्षिण और सिमलीपाल उत्तर प्रभागों में कुल 11 श्रेणियों में विभाजित किया गया है।
प्रमुख श्रेणियाँ: इन श्रेणियों में पिधाबटा उत्तर, पिथाबटा दक्षिण, नवाना, जेनाबिल, ऊपरी बराहकामुडा, भंजबासा, बरेहिपानी, चहाला, नवाना उत्तर और तालाबंधा शामिल हैं।
समृद्ध जैव विविधता: यह क्षेत्र अपनी अविश्वसनीय रूप से समृद्ध जैव विविधता और राजसी वन्यजीवों के लिए जाना जाता है। यहाँ आप बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, गौर (भारतीय बाइसन), और चौसिंघा (चार सींग वाला मृग) जैसे अद्भुत जानवरों को देख सकते हैं।
राष्ट्रीय उद्यान का महत्व: राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिलने से सिमलीपाल को और अधिक सुरक्षा और संरक्षण मिलेगा, जिससे इसकी अनूठी पारिस्थितिकी और वन्यजीवों को भविष्य के लिए संरक्षित किया जा सकेगा।
भारत में सर्वाधिक राष्ट्रीय उद्यान वाले राज्य:
भारत में वन्यजीव संरक्षण में कुछ राज्य अग्रणी हैं, जहाँ बड़ी संख्या में राष्ट्रीय उद्यान स्थापित किए गए हैं:
मध्य प्रदेश (11 राष्ट्रीय उद्यान):
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान
डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान
घुघुआ जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान (यह वास्तव में एक जीवाश्म पार्क है, जिसे फॉसिल नेशनल पार्क, मंडला के नाम से जाना जाता है)
कूनो राष्ट्रीय उद्यान
माधव राष्ट्रीय उद्यान
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान
पेंच राष्ट्रीय उद्यान
संजय राष्ट्रीय उद्यान
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (9 राष्ट्रीय उद्यान):
कैंपबेल बे राष्ट्रीय उद्यान
गैलाथिया राष्ट्रीय उद्यान
महात्मा गांधी समुद्री राष्ट्रीय उद्यान
मध्य बटन द्वीप राष्ट्रीय उद्यान
माउंट हैरियट राष्ट्रीय उद्यान
उत्तरी बटन द्वीप राष्ट्रीय उद्यान
रानी झाँसी समुद्री राष्ट्रीय उद्यान
सैडल पीक राष्ट्रीय उद्यान
दक्षिण बटन द्वीप राष्ट्रीय उद्यान
बहुविकल्पीय प्रश्न:
6. सिमलीपाल को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा किस तिथि को दिया गया था?
a) 24 अप्रैल,
2024
b) 24 अप्रैल,
2025
c) 24 अप्रैल,
1998
d) 24 अप्रैल,
2023
7. सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान भारत का कौन सा राष्ट्रीय उद्यान बन गया है?
a) 106वाँ
b) 107वाँ
c) 108वाँ
d) 105वाँ
8. ओडिशा में सिमलीपाल से पहले कौन सा राष्ट्रीय उद्यान मौजूद था?
a) कूनो राष्ट्रीय उद्यान
b) सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
c) भीतर्कनिका राष्ट्रीय उद्यान
d) कान्हा राष्ट्रीय उद्यान
9. सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान कितने वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है?
a) 745.70 वर्ग किलोमीटर
b) 845.70 वर्ग किलोमीटर
c) 945.70 वर्ग किलोमीटर
d) 645.70 वर्ग किलोमीटर
10. भारत में सबसे अधिक राष्ट्रीय उद्यान किस राज्य में हैं?
a) ओडिशा
b) अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
c) मध्य प्रदेश
d) महाराष्ट्र
A3.
भारत में दो नई प्रजातियों की खोज:
जंगली अदरक और अनोखा शैवाल!
New
Discoveries in India: A Wild Ginger and Unique Algae!
भारत की समृद्ध जैव विविधता में हाल ही में दो नई प्रजातियों की खोज हुई है, ये खोजें ओडिशा और केरल राज्यों से हुई हैं।
ओडिशा में मिली जंगली अदरक की नई प्रजाति
नामकरण: ओडिशा के बारीपदा स्थित महाराजा श्रीराम चंद्र भंज देव विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने मयूरभंज जिले के सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व (SBR) में अदरक (Zingiber) की एक नई जंगली प्रजाति की खोज की है. इस नई प्रजाति का नाम 'जिंगिबर जगन्नाधी साहू और प्रियदर्शिनी' रखा गया है, जो भगवान जगन्नाथ के सम्मान में है.
विशेषता: यह प्रजाति 758 मीटर की ऊँचाई पर केवल 1 वर्ग किलोमीटर से भी कम क्षेत्र में पाई जाती है, जो इसे और भी दुर्लभ बनाती है. इसकी पुष्टि इसकी अद्वितीय रूपात्मक विशेषताओं के विस्तृत अध्ययन के बाद की गई.
प्रकाशन: इस खोज से संबंधित शोध पत्र अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका 'फाइटोटेक्सा' (Phytotaxa) में प्रकाशित हुआ है.
अदरक के बारे में: अदरक (Zingiber officinale) जिंजिबेरेसी (Zingiberaceae) परिवार का एक बारहमासी शाकाहारी पौधा है, जिसका मूल स्थान संभवतः दक्षिण-पूर्वी एशिया है. इसका तीखा और सुगंधित प्रकंद (भूमिगत तना) मसाले, स्वाद, भोजन और औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है.
केरल में मीठे पानी के शैवाल की नई प्रजाति
नामकरण: केरल के कोल्लम जिले के रोजमाला में मीठे पानी के शैवाल (Freshwater Algae) की एक नई प्रजाति की पहचान की गई है, जिसे 'शीचिया रोजमालेसिस' (Sheathia rosemalensis) नाम दिया गया है.
विशेषता: इस शैवाल को केरल के पश्चिमी घाट में स्थित रोजमाला नामक स्थान पर खोजा गया था और इसी कारण इसका नाम उस स्थान के नाम पर रखा गया है.
महत्व: शैवाल पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, विशेषकर जलीय वातावरण में, क्योंकि वे प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं और खाद्य श्रृंखला का आधार बनते हैं.
बहुविकल्पीय प्रश्न
11. ओडिशा में खोजी गई जंगली अदरक की नई प्रजाति का नाम किसके सम्मान में रखा गया है?
a. महाराजा श्रीराम चंद्र
b. भगवान जगन्नाथ
c. सिमलीपाल बायोस्फीयर
d. मयूरभंज जिला
12. 'जिंगिबर जगन्नाधी साहू और प्रियदर्शिनी' नामक जंगली अदरक की नई प्रजाति किस राज्य में खोजी गई है?
a. केरल
b. तमिलनाडु
c. ओडिशा
d. कर्नाटक
13. मीठे पानी के शैवाल की नई प्रजाति 'शीचिया रोजमालेसिस' की पहचान भारत के किस राज्य में की गई है?
a. ओडिशा
b. केरल
c. पश्चिम बंगाल
d. आंध्र प्रदेश
14. 'जिंगिबर जगन्नाधी साहू और प्रियदर्शिनी' नामक अदरक की नई प्रजाति की खोज से संबंधित शोध पत्र किस अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका में प्रकाशित हुआ है?
a. नेचर
b. साइंस
c. फाइटोटेक्सा
d. जूलॉजिकल जर्नल
15. 'शीचिया रोजमालेसिस' शैवाल का नामकरण किस आधार पर किया गया है?
a. वैज्ञानिक का नाम
b. खोज का समय
c. खोजे गए स्थान का नाम
d. शैवाल का रंग
A4.
पोषण ट्रैकर को प्रधानमंत्री पुरस्कार!
PM's
Award for Poshan Tracker App!
हाल ही में, 21 अप्रैल, 2025 को नई दिल्ली में आयोजित 17वें सिविल सेवा दिवस के अवसर पर, लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार 2024 की घोषणा की गई। यह पुरस्कार उन असाधारण और अभिनव कार्यों को मान्यता देता है जो केंद्र और राज्य सरकारों के जिलों/संगठनों द्वारा किए जाते हैं।
इस वर्ष के प्रमुख विजेताओं में शामिल हैं:
पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन (महिला एवं बाल विकास मंत्रालय - MoWCD): इस एप्लीकेशन को इनोवेशन (केंद्र) श्रेणी के तहत सम्मानित किया गया है। पोषण ट्रैकर, सक्षम आँगनवाड़ी और पोषण 2.0 मिशन के तहत एक तकनीक-संचालित और डेटा-केंद्रित शासन के माध्यम से पोषण परिणामों को बेहतर बनाने में एक महत्वपूर्ण उपकरण साबित हुआ है। मंत्रालय की ओर से सचिव अनिल मलिक ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
कोरापुट जिला (ओडिशा): इसे 'जिलों के सर्वांगीण विकास' श्रेणी में पुरस्कार मिला।
गम्हरिया ब्लॉक, सरायकेला खरसावां जिला (झारखंड): इस ब्लॉक को आकांक्षात्मक ब्लॉक कार्यक्रम श्रेणी में लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह दर्शाता है कि कैसे दूरस्थ और विकासशील क्षेत्रों में भी प्रभावी प्रशासन के माध्यम से सकारात्मक परिवर्तन लाए जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री पुरस्कार क्या है?
भारत सरकार ने 2006 में "लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार" योजना की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक सेवा में लगे अधिकारियों और संगठनों के असाधारण योगदान को पहचानना और उन्हें प्रोत्साहित करना है। यह पुरस्कार लोक प्रशासन में नवाचार, प्रभावशीलता और जन-केंद्रित दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
16. लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार 2024 की घोषणा कब की गई थी?
a. 21 अप्रैल, 2024
b. 17वें सिविल सेवा दिवस पर
c. 21 अप्रैल, 2025
d. 21 मई, 2025
17. किस एप्लीकेशन को इनोवेशन (केंद्र) श्रेणी के तहत प्रधानमंत्री पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया है?
a. मेरा गाँव ऐप
b. पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन
c. किसान सुविधा ऐप
d. जनधन योजना ऐप
18. कोरापुट जिले को प्रधानमंत्री पुरस्कार 2024 किस श्रेणी में मिला?
a. इनोवेशन (केंद्र)
b. आकांक्षात्मक ब्लॉक कार्यक्रम
c. जिलों के सर्वांगीण विकास
d. ग्रामीण विकास
19. झारखंड के किस ब्लॉक को आकांक्षात्मक ब्लॉक कार्यक्रम श्रेणी में प्रधानमंत्री पुरस्कार 2024 मिला?
a. धनबाद ब्लॉक
b. रांची ब्लॉक
c. गम्हरिया ब्लॉक
d. जमशेदपुर ब्लॉक
20. भारत सरकार ने "लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार" योजना किस वर्ष शुरू की थी?
a. 2004
b. 2006
c. 2008
d. 2010
A5.
VL-SRSAM: नौसेना का नया सुरक्षा कवच
VL-SRSAM: India's New Naval Guardian
26 मार्च,
2025 को भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने ओडिशा के चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) से वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (VL-SRSAM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह परीक्षण भारतीय नौसेना की रक्षा क्षमताओं को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह स्वदेशी मिसाइल DRDO द्वारा भारतीय नौसेना के लिए विशेष रूप से विकसित की जा रही है और इसका निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा कंपनी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) कर रही है।
VL-SRSAM
की मुख्य विशेषताएं:
लॉन्च और लक्ष्यीकरण: यह एक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है जिसे वर्टिकल लॉन्च सिस्टम का उपयोग करके किसी भी मौसम की स्थिति में लॉन्च किया जा सकता है। यह प्रणाली मिसाइल को 360 डिग्री कवरेज प्रदान करती है, जिससे किसी भी दिशा से आने वाले खतरे का सामना किया जा सकता है।
तेज प्रतिक्रिया: VL-SRSAM एक त्वरित प्रतिक्रिया मिसाइल है, जो इसे मानव रहित हवाई वाहनों (UAVs), विमानों और सुपरसोनिक समुद्री स्किमिंग लक्ष्यों जैसी तीव्र गति वाली हवाई खतरों को तुरंत बेअसर करने में सक्षम बनाती है।
तकनीकी विनिर्देश:
वजन: 170 किलोग्राम
लंबाई: 3931 मिमी
व्यास: 178 मिमी
रेंज: 50 किलोमीटर तक
उन्नत तकनीकें: यह मिसाइल इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटरमेजर्स (ECCM) सुविधाओं से लैस है, जो इसे दुश्मन के इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग के बावजूद प्रभावी ढंग से काम करने में मदद करती है। इसमें धुआँ रहित प्रणोदन प्रणाली है, जो लॉन्च के बाद इसकी पहचान को कठिन बनाती है।
प्रणोदन और वारहेड: VL-SRSAM एक एकल पल्स रॉकेट मोटर द्वारा संचालित है जिसमें ठोस प्रणोदक का उपयोग होता है। इसमें एक उच्च विस्फोटक प्री-फ्रैग्मेंटेड वारहेड होता है, जिसे एक सक्रिय रडार प्रॉक्सिमिटी फ्यूज द्वारा विस्फोटित किया जाता है। यह प्रॉक्सिमिटी फ्यूज लक्ष्य के करीब आने पर स्वचालित रूप से वारहेड को विस्फोटित करता है, जिससे अधिकतम क्षति सुनिश्चित होती है।
विस्थापन:
DRDO द्वारा विकसित यह मिसाइल इजरायल की बराक-1 मिसाइल की जगह लेगी, जिसका वर्तमान में भारतीय नौसेना द्वारा उपयोग किया जा रहा है। यह आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत के बढ़ते कदमों का एक और प्रमाण है।
बहुविकल्पीय प्रश्न :
21. VL-SRSAM मिसाइल का सफल परीक्षण 26 मार्च, 2025 को ओडिशा के किस स्थान पर किया गया था?
a. बालासोर
b. चांदीपुर
c. धामरा
d. गोपालपुर
22. VL-SRSAM मिसाइल को भारतीय नौसेना के लिए किस संगठन द्वारा विकसित किया जा रहा है?
a. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)
b. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL)
c. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO)
d. मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL)
23. VL-SRSAM मिसाइल का प्राथमिक वर्गीकरण क्या है?
a. हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल
b. हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल
c. सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल
d. सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल
24. VL-SRSAM मिसाइल की अधिकतम मारक क्षमता (रेंज) कितनी है?
a. 25 किलोमीटर
b. 50 किलोमीटर
c. 75 किलोमीटर
d. 100 किलोमीटर
25. भारतीय नौसेना में VL-SRSAM मिसाइल किस मौजूदा मिसाइल का स्थान लेगी?
a. ब्रह्मोस
b. बराक-1
c. आकाश
d. नाग
A6.
गणित का 'नोबेल': एबेल पुरस्कार
The
'Nobel' of Mathematics: The Abel Prize
गणित की दुनिया में एबेल पुरस्कार को अक्सर नोबेल पुरस्कार के समकक्ष माना जाता है, और हर साल यह पुरस्कार उन गणितज्ञों को दिया जाता है जिन्होंने इस क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया हो। आइए जानते हैं इस प्रतिष्ठित सम्मान के बारे में कुछ खास बातें:
एबेल पुरस्कार 2024: मासाकी काशीवारा को सम्मान
जापानी
गणितज्ञ मासाकी काशीवारा को 2024 का एबेल पुरस्कार मिला है। (जैसा कि दी गई जानकारी में 2025 का उल्लेख है, जो गलत है क्योंकि पुरस्कार हर साल दिया जाता है और आमतौर पर मार्च में इसकी घोषणा की जाती है, तो 2024 यहाँ है।)
डॉ. काशीवारा के कार्य ने बीजगणित, ज्यामिति और अंतर समीकरणों को आश्चर्यजनक और अभिनव तरीकों से आपस में जोड़ा है।
78 वर्षीय काशीवारा को "बीजगणितीय विश्लेषण और प्रतिनिधित्व सिद्धांत में उनके मौलिक योगदान के लिए, विशेष रूप से डी-मॉड्यूल के सिद्धांत के विकास और क्रिस्टल बेस की खोज के लिए" सम्मानित किया गया है।
यह पुरस्कार नॉर्वेजियन एकेडमी ऑफ साइंस एंड लेटर्स द्वारा प्रबंधित और घोषित किया जाता है।
एबेल पुरस्कार: कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
स्थापना:
एबेल पुरस्कार पहली बार वर्ष 2003 में प्रदान किया गया था।
नोबेल के समकक्ष: गणित के लिए नोबेल पुरस्कार में कोई श्रेणी नहीं है, इसलिए एबेल पुरस्कार को अक्सर गणित का नोबेल कहा जाता है।
पुरस्कार राशि: विजेता को 7.5 मिलियन नॉर्वेजियन क्रोनर (जो लगभग $720,000 अमेरिकी डॉलर के बराबर है) का नकद पुरस्कार दिया जाता है।
कलाकृति:
पुरस्कार के साथ नॉर्वेजियन कलाकार हेनरिक हौगन द्वारा डिज़ाइन की गई एक सुंदर ग्लास पट्टिका भी मिलती है।
उद्देश्य: यह पुरस्कार नॉर्वे के महान गणितज्ञ नील्स हेनरिक एबेल के सम्मान में स्थापित किया गया था, ताकि गणित के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों को मान्यता मिल सके और गणित को बढ़ावा दिया जा सके।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
26. 2024 का एबेल पुरस्कार किस जापानी गणितज्ञ को प्रदान किया गया है?
a. हेनरिक हौगन
b. नील्स हेनरिक एबेल
c. मासाकी काशीवारा
d. कोई नहीं
27. एबेल पुरस्कार पहली बार किस वर्ष में प्रदान किया गया था?
a. 2003
b. 2024
c. 1901
d. 2025
28. एबेल पुरस्कार का प्रबंधन और घोषणा कौन सी संस्था करती है?
a. नोबेल फाउंडेशन
b. नॉर्वेजियन एकेडमी ऑफ साइंस एंड लेटर्स
c. जापानी गणितीय सोसाइटी
d. संयुक्त राष्ट्र
29. एबेल पुरस्कार विजेता को नकद पुरस्कार के रूप में कितनी राशि मिलती है?
a. $720,000 अमेरिकी डॉलर
b. 7.5 मिलियन क्रोनर
c. a और b दोनों
d. इनमें से कोई नहीं
30. मासाकी काशीवारा को एबेल पुरस्कार किस क्षेत्र में उनके योगदान के लिए दिया गया?
a. भौतिकी
b. रसायन विज्ञान
c. बीजगणितीय विश्लेषण और प्रतिनिधित्व सिद्धांत
d. साहित्य
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