26 March 2025 | Answers and Explanations
1.
उत्तर: b) 1.5 डिग्री सेल्सियस
व्याख्या: कोपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (C3S) की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में वैश्विक तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तरों से 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है, जो एक चिंताजनक मील का पत्थर है।
2.
उत्तर: b) 2027
व्याख्या: विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने पहले ही अनुमान लगाया था कि 2027 से पहले यह सीमा पार हो जाएगी।
3.
उत्तर: b) 15.1 डिग्री सेल्सियस
व्याख्या: 2024 में वार्षिक औसत वैश्विक तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस था, जो रिकॉर्ड पर सबसे गर्म वर्ष है।
4.
उत्तर: c) 17.16 डिग्री सेल्सियस
व्याख्या: 22 जुलाई
2024 को अब तक का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया, जब वैश्विक तापमान 17.16 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
5.
उत्तर: b) वैश्विक तापमान वृद्धि को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना
व्याख्या: पेरिस समझौते का उद्देश्य वैश्विक तापमान वृद्धि को पूर्व-औद्योगिक स्तरों से 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना है, और 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के प्रयासों को आगे बढ़ाना है।
6.
उत्तर: b) रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO)
व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि हिमकवच को DRDO ने विकसित किया है, जो रक्षा मंत्रालय की अनुसंधान और विकास शाखा है।
7.
उत्तर: b) +20°C से -60°C
व्याख्या: लेख के अनुसार, हिमकवच +20°C से -60°C तक के तापमान में प्रभावी है।
8. DRDO की स्थापना किस वर्ष में हुई थी?
a) 1947
b) 1958
c) 1965
d) 1971
उत्तर: b) 1958
व्याख्या: लेख में बताया गया है कि DRDO की स्थापना 1958 में हुई थी।
9.
उत्तर: a) मंत्र
व्याख्या: लेख के अनुसार, भारत की स्वदेशी सर्जिकल रोबोटिक प्रणाली का नाम एसएसआई मंत्र है।
10.
उत्तर: c) जयपुर
व्याख्या: लेख में बताया गया है कि टेलीसर्जरी जयपुर के मणिपाल अस्पताल में की गई।
11.
उत्तर: b) ग्रेट बैरियर रीफ
व्याख्या: लेख के अनुसार, विश्व के पहले क्रायो-बॉर्न बेबी कोरल को ऑस्ट्रेलिया के ग्रेट बैरियर रीफ में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है।
12.
उत्तर: b) कोरल कोशिकाओं और ऊतकों को कम तापमान पर संरक्षित किया जाता है
व्याख्या: क्रायोप्रिजर्वेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोरल कोशिकाओं और ऊतकों को कम तापमान पर संरक्षित किया जाता है।
13.
उत्तर: c) जलवायु परिवर्तन से प्रवाल भित्तियों की रक्षा करना
व्याख्या: इस तकनीक का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन और बढ़ते समुद्री तापमान से प्रवाल भित्तियों की रक्षा के लिए गर्मी-सहिष्णु प्रवाल विकसित करना है।
14.
उत्तर: c) 32
व्याख्या: ऑस्ट्रेलिया के क्रायोडायवर्सिटी बैंक में 32 प्रजातियों के जमे हुए कोरल शुक्राणुओं का दुनिया का सबसे बड़ा संग्रह है।
15.
उत्तर: c) मछली और कछुए दोनों
व्याख्या: क्रायोप्रिजर्वेशन तकनीक का उपयोग अन्य समुद्री जीवों के संरक्षण के लिए भी किया जा रहा है, जैसे कि मछली और कछुए।
16.
उत्तर: c) सिडनी फ़नल-वेब
व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि वैज्ञानिकों ने सिडनी फ़नल-वेब मकड़ी की एक नई प्रजाति की खोज की है।
17.
उत्तर: c) एट्रैक्स क्रिस्टेंसनी
व्याख्या: लेख में मकड़ी का वैज्ञानिक नाम एट्रैक्स क्रिस्टेंसनी बताया गया है।
18.
उत्तर: c) 3.1 इंच
व्याख्या: लेख के अनुसार, मकड़ी की लंबाई 3.1 इंच है।
19.
उत्तर: c) एट्रैकोटॉक्सिन
व्याख्या: लेख में बताया गया है कि मकड़ी के जहर में एट्रैकोटॉक्सिन नामक एक शक्तिशाली न्यूरोटॉक्सिन होता है।
20.
उत्तर: c) नम और छायादार स्थानों में
व्याख्या: लेख में बताया गया है कि यह मकड़ी आमतौर पर नम, छायादार स्थानों में पाई जाती है, जैसे कि बगीचों, जंगलों और झाड़ियों में।
21.
उत्तर: b) पश्चिमी घाट
व्याख्या: लेख के अनुसार, IUCN ने भारत के पश्चिमी घाट को मीठे पानी की प्रजातियों के लिए एक महत्वपूर्ण वैश्विक हॉटस्पॉट के रूप में पहचाना है।
22.
उत्तर: c) 300 से अधिक
व्याख्या: लेख में कहा गया है कि पश्चिमी घाट में 300 से अधिक मीठे पानी की प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जो इसे मीठे पानी की जैव विविधता के मामले में सबसे समृद्ध क्षेत्रों में से एक बनाती हैं।
23.
उत्तर: c) मेगाफिश
व्याख्या: लेख में बताया गया है कि हंपबैक्ड महसीर, एक गंभीर रूप से लुप्तप्राय मेगाफिश है, जो पश्चिमी घाट में पाई जाती है।
24.
उत्तर: b) लुप्तप्राय प्रजातियों के बारे में जानकारी प्रदान करना
व्याख्या: लेख के अनुसार, IUCN की रेड डाटा सूची लुप्तप्राय प्रजातियों की एक महत्वपूर्ण सूची है, जो संरक्षण प्रयासों के लिए जानकारी प्रदान करती है।
25.
उत्तर: d) स्विट्ज़रलैंड
व्याख्या: लेख में बताया गया है कि IUCN का मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।
26.
उत्तर: c. फाउंडेशन फॉर
एनवायरनमेंटल एजुकेशन (FEE)
व्याख्या: लेख के अनुसार, ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन डेनमार्क के फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन (FEE) द्वारा दिया जाता है।
27.
उत्तर: c. 33
व्याख्या: लेख के अनुसार, ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन उन बीच को मिलता है जो 33 मानदंडों को पूरा करते हैं, जिसमें सुरक्षा और पर्यावरण के अनुकूल होना शामिल है।
28.
उत्तर: c. 13
व्याख्या: लेख के अनुसार, भारत में अब 13 ब्लू फ्लैग बीच हैं।
29.
उत्तर: b. स्पेन
व्याख्या: लेख के अनुसार, दुनिया में सबसे ज्यादा ब्लू फ्लैग बीच स्पेन में हैं।
30.
उत्तर: b. 1985
व्याख्या: लेख के अनुसार, ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन 1985 में फ्रांस में शुरू हुआ और 2001 में वैश्विक स्तर पर शुरू हुआ।
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