8 July 2025 | Current Affairs Questions
बहुविकल्पीय प्रश्न
A1.
शकरकंद 'SP-95/4': विटामिन ए क्रांति
Sweet
Potato 'SP-95/4': The Vitamin A Revolution
1. ICAR-CTCRI द्वारा विकसित नारंगी-गुदा वाली शकरकंद की नई किस्म का नाम क्या है?
a) SP-90/5
b) SP-95/4
c) SP-100/2
d) SP-88/3
उत्तर: b) SP-95/4
स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि ICAR-CTCRI द्वारा विकसित नई किस्म का नाम 'SP-95/4' है।
2. 'SP-95/4' शकरकंद में प्रति 100 ग्राम में लगभग कितना बीटा कैरोटीन होता है?
a) 5 मिलीग्राम
b) 6 मिलीग्राम
c) 7 मिलीग्राम
d) 8 मिलीग्राम
उत्तर: d) 8 मिलीग्राम
स्पष्टीकरण: लेख के अनुसार, इस शकरकंद का नारंगी रंग "8 मिलीग्राम/100 ग्राम बीटा कैरोटीन" की उच्च मात्रा के कारण है।
3. 'SP-95/4' शकरकंद को किन आदिवासी क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम को मजबूत करने के लिए विकसित किया गया है?
a) उत्तर भारतीय आदिवासी क्षेत्र
b) पूर्वी भारतीय आदिवासी क्षेत्र
c) केरल और देश के अन्य हिस्सों में आदिवासी क्षेत्र
d) केवल केरल के आदिवासी क्षेत्र
उत्तर: c) केरल और देश
के अन्य हिस्सों में आदिवासी क्षेत्र
स्पष्टीकरण: लेख की पहली पंक्ति में ही यह उल्लेख किया गया है कि यह किस्म "केरल और देश के अन्य हिस्सों में आदिवासी खाद्य सुरक्षा कार्यक्रमों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।"
4. 'SP-95/4' शकरकंद के प्रत्येक कंद का औसत वजन कितना होता है?
a) 200 ग्राम
b) 250 ग्राम
c) 300 ग्राम
d) 350 ग्राम
उत्तर: c) 300 ग्राम
स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से कहा गया है, "प्रत्येक कंद का वजन औसतन 300 ग्राम होता है।"
5. 'SP-95/4' शकरकंद के विकास में किन दो पहलों का अभिसरण अट्टापडी में हुआ?
a) राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन और ग्रामोदय
b) CTCRI का इंद्रधनुष आहार कार्यक्रम और कुटुम्बश्री व CTCRI की 'पुनर्जीवनम' पहल
c) किसान क्रेडिट कार्ड योजना और स्वयं सहायता समूह
d) प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और कृषि विस्तार केंद्र
उत्तर: b) CTCRI का इंद्रधनुष आहार कार्यक्रम और कुटुम्बश्री व CTCRI की 'पुनर्जीवनम' पहल
स्पष्टीकरण: लेख में बताया गया है कि "अट्टापडी में इसका परीक्षण CTCRI के कंद फसल आधारित इंद्रधनुष आहार कार्यक्रम और कुटुम्बश्री व CTCRI की संयुक्त पहल 'पुनर्जीवनम' के अभिसरण के माध्यम से आयोजित किया गया था।"
A2.
T-SHIELD:
तेलंगाना का साइबर सुरक्षा कवच
T-SHIELD:
Telangana's Cybersecurity Shield
कानून प्रवर्तन का परिदृश्य तेजी से बदल रहा है, और डिजिटल अपराधों में वृद्धि चिंता का विषय है। ऐसे में, पुलिस बल को आधुनिक तकनीकों से लैस करना समय की मांग है। T-SHIELD इसी दिशा में एक "गेम चेंजर" साबित होगा।
उद्घाटन और स्थान: इस महत्वपूर्ण सुविधा का उद्घाटन 15 अप्रैल, 2025 को पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज (PTC), मेडचल में श्री वी. वी. श्रीनिवास राव, IPS, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और RBVRR तेलंगाना राज्य पुलिस अकादमी के निदेशक द्वारा किया गया। (यहां दी गई तारीख 2025 है।)
परिकल्पना और निष्पादन: T-SHIELD की परिकल्पना और इसे क्रियान्वित करने का श्रेय स्किलवेधा इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड को जाता है। यह कंपनी डिजिटल सुरक्षा के क्षेत्र में नवाचार के लिए जानी जाती है।
उच्च-प्रभाव वाला तकनीकी प्रवर्तक: यह लैब पुलिस बल के लिए एक "हाई-इम्पैक्ट" तकनीकी प्रवर्तक के रूप में कार्य करेगी। इसका मतलब है कि यह पुलिस कर्मियों को नवीनतम साइबर सुरक्षा तकनीकों से लैस करेगी, जिससे वे डिजिटल अपराधों से अधिक प्रभावी ढंग से निपट सकें।
प्रमुख सुविधाएँ और प्रशिक्षण: T-SHIELD निम्नलिखित क्षेत्रों में व्यापक प्रशिक्षण और उपकरण प्रदान करता है:
वास्तविक समय साइबर रक्षा प्रशिक्षण: पुलिस कर्मी वास्तविक दुनिया के साइबर हमलों का सामना करने और उनसे बचाव करने का अभ्यास कर सकेंगे।
हार्डवेयर फोरेंसिक: डिजिटल साक्ष्यों की जांच के लिए हार्डवेयर-स्तर पर फोरेंसिक विश्लेषण किया जाएगा। यह किसी भी डिजिटल डिवाइस से महत्वपूर्ण जानकारी निकालने में मदद करेगा।
एम्बेडेड सिस्टम विश्लेषण: आधुनिक उपकरणों में एम्बेडेड सिस्टम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह लैब इन प्रणालियों का विश्लेषण करने की क्षमता प्रदान करेगी, जो IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) जैसे क्षेत्रों में साइबर अपराधों की जांच के लिए महत्वपूर्ण है।
डिजिटल अपराध सिमुलेशन: विभिन्न प्रकार के डिजिटल अपराध परिदृश्यों का सिमुलेशन करके पुलिस कर्मियों को वास्तविक स्थितियों से निपटने का अनुभव दिया जाएगा।
अद्वितीय और राष्ट्रीय महत्व: यह प्रयोगशाला न केवल तेलंगाना में अपनी तरह की पहली है, बल्कि पूरे भारत में कानून प्रवर्तन पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर हार्डवेयर-स्तर की साइबर सुरक्षा क्षमताओं पर केंद्रित कुछ ही सुविधाओं में से एक है। यह इसे राष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
6. T-SHIELD लैब का उद्घाटन कब किया गया था?
a) 15 अप्रैल, 2024
b) 15 अप्रैल, 2025
c) 15 मई, 2025
d) 15 मार्च, 2026
उत्तर: b) 15 अप्रैल, 2025
स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि "इस महत्वपूर्ण सुविधा का उद्घाटन 15 अप्रैल, 2025 को ... किया गया।"
7. T-SHIELD लैब किस शहर में स्थित है?
a) हैदराबाद
b) सिकंदराबाद
c) मेडचल
d) वारंगल
उत्तर: c) मेडचल
स्पष्टीकरण: लेख के अनुसार, "इस महत्वपूर्ण सुविधा का उद्घाटन ... पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज (PTC), मेडचल में किया गया।"
8. T-SHIELD की परिकल्पना और इसे क्रियान्वित करने का श्रेय किस कंपनी को जाता है?
a) तेलंगाना पुलिस अकादमी
b) स्किलवेधा इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड
c) साइबर सुरक्षा समाधान इंक.
d) डिजिटल फोरेंसिक लिमिटेड
उत्तर: b) स्किलवेधा इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड
स्पष्टीकरण: लेख में बताया गया है, "T-SHIELD की परिकल्पना और इसे क्रियान्वित करने का श्रेय स्किलवेधा इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड को जाता है।"
9. T-SHIELD लैब निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करती है?
a) पारंपरिक आपराधिक जांच
b) भौतिक सुरक्षा प्रणाली
c) एम्बेडेड सिस्टम विश्लेषण
d) सड़क सुरक्षा नियम
उत्तर: c) एम्बेडेड सिस्टम विश्लेषण
स्पष्टीकरण: लेख
"प्रमुख सुविधाएँ और प्रशिक्षण" खंड के अंतर्गत स्पष्ट रूप से "एम्बेडेड सिस्टम विश्लेषण" को T-SHIELD द्वारा प्रदान किए जाने वाले प्रशिक्षण क्षेत्रों में से एक के रूप में सूचीबद्ध करता है।
10. तेलंगाना में T-SHIELD लैब की क्या विशेषता है?
a) यह देश की सबसे बड़ी साइबर लैब है।
b) यह तेलंगाना में अपनी तरह की पहली और राष्ट्रीय स्तर की कुछ ही हार्डवेयर-स्तर की साइबर सुरक्षा सुविधाओं में से एक है।
c) यह केवल सॉफ्टवेयर-आधारित प्रशिक्षण प्रदान करती है।
d) इसका उपयोग केवल सामान्य पुलिस प्रशिक्षण के लिए किया जाता है।
उत्तर: b) यह तेलंगाना में अपनी तरह की पहली और राष्ट्रीय स्तर की कुछ
ही हार्डवेयर-स्तर की साइबर सुरक्षा सुविधाओं में से एक है।
स्पष्टीकरण: लेख के "अद्वितीय और राष्ट्रीय महत्व" खंड में स्पष्ट रूप से कहा गया है, "यह प्रयोगशाला न केवल तेलंगाना में अपनी तरह की पहली प्रयोगशाला है, बल्कि पूरे भारत में कानून प्रवर्तन पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर हार्डवेयर-स्तर की साइबर सुरक्षा क्षमताओं पर केंद्रित कुछ ही सुविधाओं में से एक है।"
A3.
भारत का बढ़ता गौरव: राष्ट्रपति मुर्मू को पुर्तगाल में मिला सर्वोच्च सम्मान
India's
Growing Prestige: President Murmu Honored in Portugal
11. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 'की ऑफ ऑनर' सम्मान किस शहर में प्रदान किया गया था?
a) दिल्ली
b) पेरिस
c) लिस्बन
d) लंदन
उत्तर: c) लिस्बन
व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन शहर में यह सम्मान दिया गया था।
12. लिस्बन शहर द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान क्या है जिसे राष्ट्रपति मुर्मू को प्रदान किया गया था?
a) भारत रत्न
b) फ्रीडम ऑफ द सिटी
c) की ऑफ ऑनर
d) गोल्डन की
उत्तर: c) की ऑफ ऑनर
व्याख्या: अनुच्छेद में उल्लेख है कि उन्हें लिस्बन शहर की प्रतिष्ठित "की ऑफ ऑनर" प्रदान की गई थी, जो लिस्बन का सर्वोच्च सम्मान है।
13. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिस्बन की मानद नागरिकता किस तिथि को प्रदान की गई थी?
a) 7 अप्रैल,
2024
b) 7 अप्रैल,
2025
c) 7 मार्च,
2025
d) 7 मई,
2025
उत्तर: b) 7 अप्रैल, 2025
व्याख्या: लेख की शुरुआत में ही यह जानकारी दी गई है कि यह सम्मान 7 अप्रैल, 2025 को प्रदान किया गया था।
14. राष्ट्रपति मुर्मू को 'की ऑफ ऑनर' प्रदान करने का अवसर भारत और पुर्तगाल के बीच राजनयिक संबंधों के कितने वर्ष पूरे होने का प्रतीक था?
a) 25 वर्ष
b) 40 वर्ष
c) 50 वर्ष
d) 75 वर्ष
उत्तर: c) 50 वर्ष
व्याख्या: लेख के अनुसार, यह सम्मान दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में दिया गया था।
15. संयुक्त रूप से जारी किए गए डाक टिकटों पर किन पारंपरिक पोशाकों को दर्शाया गया था?
a) पंजाबी भांगड़ा और स्पेनिश फ्लेमेंको
b) राजस्थानी कालबेलिया और पुर्तगाल की वियाना डो कास्टेलो
c) बंगाली साड़ी और इटली की टैरेंटेला
d) गुजराती गरबा और आयरलैंड की रीगल
उत्तर: b) राजस्थानी कालबेलिया और पुर्तगाल की वियाना डो कास्टेलो
व्याख्या: अनुच्छेद में साफ तौर पर बताया गया है कि टिकटों पर राजस्थान की कालबेलिया पोशाक और पुर्तगाल की पारंपरिक वियाना डो कास्टेलो पोशाक को चित्रित किया गया था।
A4.
लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स 2025: मुख्य बातें
Laureus
Awards 2025: Key Winners and Highlights
मैड्रिड, स्पेन में आयोजित 25वें लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स समारोह में खेल जगत के दिग्गजों को सम्मानित किया गया। "खेतों के ऑस्कर" के रूप में जाने जाने वाले ये पुरस्कार व्यक्तिगत प्रतिभा और टीम की उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं।
यहाँ 2025 के लॉरियस अवॉर्ड्स के प्रमुख विजेता दिए गए हैं:
भारतीय उपस्थिति: भारत से एकमात्र नामांकित खिलाड़ी ऋषभ पंत थे, जिन्हें सड़क दुर्घटना के कारण 14 महीने के लंबे ब्रेक के बाद वापसी के लिए 'लॉरियस वर्ल्ड कमबैक ऑफ द ईयर' पुरस्कार के लिए चुना गया था। हालांकि, यह पुरस्कार अंततः ब्राजील की जिमनास्ट रेबेका एंड्रेडे ने जीता।
लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर: यह प्रतिष्ठित सम्मान स्वीडिश-अमेरिकी पोल वॉल्टर माँडो डुप्लांटिस (Mondo Duplantis) को मिला। 25 वर्षीय डुप्लांटिस ने लगातार तीन नामांकन के बाद पहली बार यह पुरस्कार जीता। वह चार बार के विजेता उसेन बोल्ट के बाद यह पुरस्कार जीतने वाले केवल दूसरे ट्रैक-एंड-फील्ड एथलीट हैं।
लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्सवुमन ऑफ द ईयर: अमेरिकी जिमनास्ट सिमोन बाइल्स (Simone Biles) ने चौथी बार यह पुरस्कार जीतकर सेरेना विलियम्स के रिकॉर्ड की बराबरी की। उनकी वापसी और उत्कृष्टता ने उन्हें यह सम्मान दिलाया।
लॉरियस स्पोर्टिंग आइकॉन पुरस्कार: यह सम्मान टेनिस के महान खिलाड़ी राफेल नडाल (Rafael Nadal) को दिया गया, जो खेल में उनके असाधारण योगदान का प्रतीक है।
लॉरियस वर्ल्ड टीम ऑफ द ईयर अवॉर्ड: यह पुरस्कार फुटबॉल क्लब रियल मैड्रिड (Real Madrid) ने जीता, जो उनकी सामूहिक शक्ति और पिछले सीज़न की शानदार उपलब्धियों को दर्शाता है।
लॉरियस वर्ल्ड ब्रेकथ्रू ऑफ द ईयर अवॉर्ड: यह पुरस्कार युवा फुटबॉल सनसनी लैमिन यमल (Lamine Yamal) को मिला, जिन्होंने कम उम्र में ही असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।
लॉरियस वर्ल्ड कमबैक ऑफ द ईयर अवॉर्ड: जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, यह पुरस्कार ब्राजील की जिमनास्ट रेबेका एंड्रेडे (Rebeca Andrade) को उनकी चोट से शानदार वापसी के लिए दिया गया।
लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ the ईयर विद ए डिसेबिलिटी अवॉर्ड: यह सम्मान जियांग पुयान (Jiang Puyuan) को मिला, जिन्होंने बाधाओं के बावजूद खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
लॉरियस वर्ल्ड एक्शन स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर अवॉर्ड: यह पुरस्कार टॉम पिडॉक (Tom Pidcock) को मिला, जो साइकिलिंग और माउंटेन बाइकिंग में अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाने जाते हैं।
लॉरियस स्पोर्ट फॉर गुड अवॉर्ड: यह पुरस्कार 'किक 4 लाइफ' (Kick 4 Life) को दिया गया, जो खेल के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने के उनके प्रयासों को मान्यता देता है।
लॉरियस लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड: यह प्रतिष्ठित पुरस्कार सर्फिंग के दिग्गज केली स्लेटर (Kelly Slater) को उनके उल्लेखनीय करियर और खेल पर उनके प्रभाव के लिए प्रदान किया गया।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
16. लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स 2025 का आयोजन किस शहर में किया गया था?
a. पेरिस
b. लंदन
c. मैड्रिड
d. रोम
उत्तर: c. मैड्रिड
व्याख्या: लेख की पहली पंक्ति में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि 25वें लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स समारोह का आयोजन मैड्रिड, स्पेन में किया गया था।
17. 2025 में 'लॉरियस वर्ल्ड कमबैक ऑफ द ईयर' का पुरस्कार किसने जीता?
a. ऋषभ पंत
b. माँडो डुप्लांटिस
c. रेबेका एंड्रेडे
d. सिमोन बाइल्स
उत्तर: c. रेबेका एंड्रेडे
व्याख्या: लेख में बताया गया है कि ऋषभ पंत इस पुरस्कार के लिए नामांकित होने वाले एकमात्र भारतीय थे, लेकिन यह अंततः ब्राजील की जिमनास्ट रेबेका एंड्रेडे ने जीता।
18. किस खिलाड़ी ने 2025 में 'लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर' का खिताब जीता, जो उसेन बोल्ट के बाद यह सम्मान पाने वाले केवल दूसरे ट्रैक-एंड-फील्ड एथलीट बने?
a. राफेल नडाल
b. माँडो डुप्लांटिस
c. लैमिन यमल
d. टॉम पिडॉक
उत्तर: b. माँडो डुप्लांटिस
व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि स्वीडिश-अमेरिकी पोल वॉल्टर माँडो डुप्लांटिस को 'लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर' का खिताब मिला और वह उसेन बोल्ट के बाद यह पुरस्कार जीतने वाले केवल दूसरे ट्रैक-एंड-फील्ड एथलीट हैं।
19. किस टेनिस खिलाड़ी को लॉरियस स्पोर्टिंग आइकॉन पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया?
a. सेरेना विलियम्स
b. राफेल नडाल
c. रोजर फेडरर
d. नोवाक जोकोविच
उत्तर: b. राफेल नडाल
व्याख्या: लेख में बताया गया है कि टेनिस के महान खिलाड़ी राफेल नडाल को 'लॉरियस स्पोर्टिंग आइकॉन पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
20. 2025 में 'लॉरियस वर्ल्ड टीम ऑफ द ईयर अवॉर्ड' किस टीम ने जीता?
a. बार्सिलोना
b. लिवरपूल
c. रियल मैड्रिड
d. मैनचेस्टर यूनाइटेड
उत्तर: c. रियल मैड्रिड
व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि फुटबॉल क्लब रियल मैड्रिड ने 'लॉरियस वर्ल्ड टीम ऑफ द ईयर अवॉर्ड' जीता।
A5.
चाँद पर ईंटों की मरम्मत: बैक्टीरिया का अनोखा कमाल!
Brick
Repair on the Moon: The Unique Wonder of Bacteria!
चंद्रमा पर भविष्य के आवासों के निर्माण और रखरखाव में आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए, बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के शोधकर्ताओं ने एक असाधारण बैक्टीरिया-आधारित तकनीक विकसित की है। यह अभिनव दृष्टिकोण न केवल चंद्रमा के कठोर वातावरण से होने वाले संभावित नुकसान को संबोधित करता है, बल्कि चंद्रमा पर स्थायी मानव उपस्थिति स्थापित करने के लक्ष्य के साथ नासा के आर्टेमिस कार्यक्रम जैसे आगामी चंद्र अभियानों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
मुख्य समस्या: चंद्रमा पर बनाए गए आवासों को अत्यधिक तापमान परिवर्तन, विकिरण और सूक्ष्म उल्कापिंडों के प्रभाव से नुकसान पहुँच सकता है। इन संरचनाओं की मरम्मत के लिए पृथ्वी से सामग्री ले जाना बेहद महंगा और मुश्किल है।
IISc
का अभिनव समाधान: IISc की टीम ने चंद्रमा की मिट्टी, जिसे रेगोलिथ कहते हैं, का उपयोग करके एक विधि विकसित की है। इस रेगोलिथ को एक विशेष मिट्टी के जीवाणु, स्पोरोसारसिना पेस्टुरी (Sporosarcina pasteurii) के साथ मिलाया जाता है।
बैक्टीरिया का जादू: स्पोरोसारसिना पेस्टुरी जीवाणु की खासियत यह है कि यह यूरिया (मूरिया नहीं, यहाँ मूल पाठ में सुधार किया गया है) और कैल्शियम को कैल्शियम कार्बोनेट क्रिस्टल में बदलने में सक्षम है।
ईंटों का निर्माण और मरम्मत: जब ये कैल्शियम कार्बोनेट क्रिस्टल बनते हैं, तो वे मिट्टी के कणों को एक साथ मजबूती से बाँध देते हैं, जिससे एक टिकाऊ और ईंट जैसी सामग्री बनती है। यह प्रक्रिया न केवल नई ईंटें बनाने में मदद करती है, बल्कि क्षतिग्रस्त ईंटों की दरारों और छेदों को भी प्रभावी ढंग से भरकर उनकी मरम्मत करती है।
पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ: यह तकनीक पारंपरिक सीमेंट के लिए एक स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प है, जिसके उत्पादन में भारी मात्रा में ऊर्जा और संसाधन लगते हैं। चंद्रमा पर स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्री (रेगोलिथ) का उपयोग करने से पृथ्वी से सामग्री ले जाने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है, जिससे लागत और मिशन की जटिलता काफी कम हो जाती है।
भविष्य की संभावनाएं: यह बैक्टीरिया-आधारित मरम्मत तकनीक चंद्रमा पर दीर्घकालिक मानव बस्तियों को सहारा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, जिससे अंतरिक्ष यात्रियों के लिए सुरक्षित और स्थायी रहने योग्य वातावरण सुनिश्चित होगा। यह भविष्य के अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए स्थानीय संसाधनों का उपयोग करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
बहुविकल्पीय प्रश्न :
21. भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के शोधकर्ताओं ने चंद्रमा पर आवासों की मरम्मत के लिए किस प्रकार की तकनीक विकसित की है?
a) सौर-ऊर्जा आधारित तकनीक
b) बैक्टीरिया-आधारित तकनीक
c) रोबोटिक मरम्मत तकनीक
d) रासायनिक बंधन तकनीक
उत्तर: b) बैक्टीरिया-आधारित तकनीक
व्याख्या: लेख स्पष्ट रूप से बताता है कि IISc के शोधकर्ताओं ने "एक असाधारण बैक्टीरिया-आधारित तकनीक" विकसित की है।
22. चंद्रमा पर आवासों के निर्माण में किस मिट्टी का उपयोग किया जाता है?
a) पृथ्वी की साधारण मिट्टी
b) ज्वालामुखी राख
c) रेगोलिथ
d) जलोढ़ मिट्टी
उत्तर: c) रेगोलिथ
व्याख्या: लेख में बताया गया है कि "IISc की टीम ने चंद्रमा की मिट्टी, जिसे रेगोलिथ कहते हैं, का उपयोग करके एक विधि विकसित की है।"
23. कौन सा जीवाणु यूरिया और कैल्शियम को कैल्शियम कार्बोनेट क्रिस्टल में बदलने में सक्षम है, जिससे ईंट जैसी सामग्री बनती है?
a) एस्चेरिचिया कोलाई (Escherichia coli)
b) बैसिलस सबटिलिस (Bacillus subtilis)
c) स्पोरोसारसिना पेस्टुरी (Sporosarcina pasteurii)
d) लैक्टोबैसिलस एसिडोफिलस (Lactobacillus acidophilus)
उत्तर: c) स्पोरोसारसिना पेस्टुरी (Sporosarcina pasteurii)
व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है, "यह जीवाणु स्पोरोसारसिना पेस्टुरी यूरिया और कैल्शियम को कैल्शियम कार्बोनेट क्रिस्टल में बदलने में सक्षम है।"
24. चंद्रमा पर आवासों को संभावित रूप से किस चीज से नुकसान पहुँच सकता है?
a) केवल अत्यधिक तापमान परिवर्तन से
b) केवल विकिरण से
c) केवल सूक्ष्म उल्कापिंडों से
d) अत्यधिक तापमान परिवर्तन, विकिरण और सूक्ष्म उल्कापिंडों के प्रभाव से
उत्तर: d) अत्यधिक तापमान परिवर्तन, विकिरण और सूक्ष्म उल्कापिंडों के प्रभाव से
व्याख्या: "मुख्य समस्या" शीर्षक के तहत यह बताया गया है कि चंद्रमा पर बनाए गए आवासों को "अत्यधिक तापमान परिवर्तन, विकिरण और सूक्ष्म उल्कापिंडों के प्रभाव से" नुकसान पहुँच सकता है।
25. बैक्टीरिया-आधारित मरम्मत तकनीक का उपयोग करके चंद्रमा पर ईंटों की मरम्मत करने का मुख्य लाभ क्या है?
a) यह पारंपरिक सीमेंट से अधिक तेज़ी से काम करती है।
b) यह पृथ्वी से सामग्री ले जाने की आवश्यकता को समाप्त करती है।
c) यह केवल नई ईंटें बनाने के लिए है, मरम्मत के लिए नहीं।
d) यह केवल सूक्ष्म उल्कापिंडों से होने वाले नुकसान को ठीक कर सकती है।
उत्तर: b) यह पृथ्वी से सामग्री ले जाने की आवश्यकता को समाप्त करती है।
व्याख्या: लेख में "पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ" खंड में बताया गया है कि चंद्रमा पर स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्री (रेगोलिथ) का उपयोग करने से "पृथ्वी से सामग्री ले जाने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है, जिससे लागत और मिशन की जटिलता काफी कम हो जाती है।" यह मरम्मत के लिए एक प्रमुख लाभ है क्योंकि अंतरिक्ष में सामग्री का परिवहन बहुत महंगा है।
A6.
ब्रेकथ्रू पुरस्कार 2025: विज्ञान के नए सितारे
Science's
Top Honors: The 2025 Breakthrough Prize Winners
'ऑस्कर ऑफ साइंस' कहे जाने वाले प्रतिष्ठित ब्रेकथ्रू पुरस्कारों की 11वें वार्षिक समारोह में 2025 के विजेताओं की घोषणा 05 अप्रैल, 2025 को की गई। इस वर्ष कुल $18.75 मिलियन के छह पुरस्कार विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण योगदान के लिए प्रदान किए गए, जिससे इन पुरस्कारों द्वारा अब तक दी गई कुल राशि 14 वर्षों में $326 मिलियन से अधिक हो गई है।
यह पुरस्कार 2013 में मार्क जुकरबर्ग (फेसबुक के सह-संस्थापक) और उनकी पत्नी प्रिसिला चैन, गूगल के पूर्व प्रमुख सर्गेई ब्रिन, जीनोमिक्स कंपनी 23andMe की संस्थापक ऐनी वोज्स्की (जो कि सर्गेई ब्रिन की पूर्व पत्नी भी हैं) और टेक निवेशक युगल यूरी और जूलिया मिलनर द्वारा स्थापित किया गया था। इसका उद्देश्य उन अग्रणी वैज्ञानिकों को सम्मानित करना है जो मानव ज्ञान की सीमाओं को आगे बढ़ा रहे हैं।
इस वर्ष के प्रमुख विजेता:
गणित ब्रेकथ्रू पुरस्कार:
डेनिस गेट्सगोरी को "ज्यामितीय लैंगलैंड्स अनुमान के प्रमाण में उनकी केंद्रीय भूमिका" के लिए सम्मानित किया गया।
जीवन विज्ञान में ब्रेकथ्रू पुरस्कार:
वजन घटाने वाली दवाएँ: पाँच वैज्ञानिकों – डैनियल जे. ड्रकर, जोएल हैबनर, जेन्स जूल होल्स्ट, तोटे बेजर नुडसेन और स्वेतलाना मोजसोव – को GLP-1 हार्मोन की खोज और उसके गुणों को समझने के लिए पुरस्कृत किया गया। इस शोध ने मधुमेह और मोटापे के इलाज के लिए प्रभावी दवाओं के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
मल्टीपल स्क्लेरोसिस (MS) उपचार: अल्बर्टो एस्केरियो और स्टीफन एल. हॉसर को प्रतिरक्षा प्रणाली की बी-कोशिकाओं की भूमिका की पहचान करने और एमएस के लिए लक्षित उपचार विकसित करने के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने एपस्टीन-बार वायरस संक्रमण को एमएस के एक प्रमुख कारण के रूप में भी स्थापित किया।
जीन-संपादन:डेविड आर. लियू को जीवित जीवों के डीएनए को संपादित करने के लिए व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली बेस एडिटिंग और प्राइम एडिटिंग तकनीकों को विकसित करने के लिए पुरस्कार दिया गया। ये तकनीकें आनुवंशिक रोगों के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव ला रही हैं।
मौलिक भौतिकी में ब्रेकथ्रू पुरस्कार:
CERN में ATLAS, CMS, ALICE और LHCb प्रयोगों के 13,000 से अधिक शोधकर्ताओं को मौलिक भौतिकी में उनके निर्णायक योगदान के लिए सामूहिक रूप से यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (LHC) दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली कण त्वरक है। यहां प्रोटॉन को तीव्र गति से टकराया जाता है, जिससे वैज्ञानिक पदार्थ के गुणों और ब्रह्मांड के रहस्यों का अध्ययन कर पाते हैं।
इन महत्वपूर्ण शोध सहयोगों ने हिग्स बोसोन (जिसे 'गॉड पार्टिकल' भी कहा जाता है) का गहन अध्ययन किया है, जिसे इलेक्ट्रॉन, फोटॉन या न्यूट्रिनो जितना ही मौलिक कण माना जाता है।
अन्य महत्वपूर्ण पुरस्कार:
न्यू होराइजन्स पुरस्कार: ब्रेकथ्रू प्राइज़ फाउंडेशन ने आठ उभरते हुए भौतिकविदों और गणितज्ञों को छह न्यू होराइजन्स पुरस्कारों से सम्मानित किया, जिनमें से प्रत्येक की कीमत $100,000 है। यह पुरस्कार शुरुआती करियर वाले वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाता है।
मरियम मिर्जाखानी न्यू फ्रंटियर्स पुरस्कार: फाउंडेशन ने पीएचडी कर रही तीन महिला गणितज्ञों को मरियम मिर्जाखानी न्यू फ्रंटियर्स पुरस्कार से सम्मानित किया, जिनमें से प्रत्येक को $50,000 का नकद पुरस्कार मिला। यह पुरस्कार असाधारण महिला गणितज्ञों को पहचान प्रदान करता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
26. ब्रेकथ्रू पुरस्कार 2025 की घोषणा किस तारीख को की गई थी?
a. 05 अप्रैल, 2024
b. 05 अप्रैल, 2025
c. 05 अप्रैल, 2023
d. 05 मई, 2025
उत्तर: b. 05 अप्रैल, 2025
स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि 2025 के ब्रेकथ्रू पुरस्कारों की घोषणा "05 अप्रैल, 2025 को" की गई थी।
27. 2025 के ब्रेकथ्रू पुरस्कारों में कुल कितनी पुरस्कार राशि वितरित की गई?
a. $326 मिलियन
b. $3 मिलियन
c. $18.75 मिलियन
d. $100,000
उत्तर: c. $18.75 मिलियन
स्पष्टीकरण: लेख के अनुसार, "इस वर्ष की पुरस्कार राशि कुल $18.75 मिलियन है"। $326 मिलियन अब तक वितरित की गई कुल राशि है, और $3 मिलियन प्रत्येक मुख्य पुरस्कार की राशि है।
28. निम्न में से कौन ब्रेकथ्रू पुरस्कार के संस्थापकों में से एक नहीं है?
a. मार्क जुकरबर्ग
b. सर्गेई ब्रिन
c. बिल गेट्स
d. यूरी मिलनर
उत्तर: c. बिल गेट्स
स्पष्टीकरण: लेख में मार्क जुकरबर्ग, सर्गेई ब्रिन, ऐनी वोज्स्की, यूरी और जूलिया मिलनर को पुरस्कार के संस्थापक के रूप में उल्लेख किया गया है, जबकि बिल गेट्स का नाम संस्थापकों में शामिल नहीं है।
29. गणित ब्रेकथ्रू पुरस्कार 2025 से किसे सम्मानित किया गया?
a. डेविड आर. लियू
b. डेनिस गेट्सगोरी
c. अल्बर्टो एस्केरियो
d. स्वेतलाना मोजसोव
उत्तर: b. डेनिस गेट्सगोरी
स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि "गणित ब्रेकथ्रू पुरस्कार डेनिस गेट्सगोरी को 'ज्यामितीय लैंगलैंड्स अनुमान के प्रमाण में उनकी केंद्रीय भूमिका' के लिए दिया गया।"
30. CERN में किस कण त्वरक के शोधकर्ताओं को मौलिक भौतिकी में ब्रेकथ्रू पुरस्कार 2025 मिला?
a. सुपरकंडक्टिंग सुपर कोलाइडर
b. लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (LHC)
c. टीवट्रॉन
d. साइक्लोट्रॉन
उत्तर: b. लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (LHC)
स्पष्टीकरण: लेख में बताया गया है कि "CERN में ATLAS, CMS, ALICE और LHCb प्रयोगों के 13,000 से अधिक शोधकर्ताओं को मौलिक भौतिकी में निर्णायक पुरस्कार दिया गया।" इसके बाद, यह भी बताया गया है कि "LHC दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली कण त्वरक है"।
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