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16 June 2025 | Answers and Explanations

16 June 2025 | Answers and Explanations


1.

उत्तर: c) सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल

व्याख्या: लेख स्पष्ट रूप से बताता है कि इंदौर का ग्रीन वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट "सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल" के माध्यम से विकसित किया गया है। इसका अर्थ है कि इसमें सरकार और निजी क्षेत्र दोनों की सहभागिता है।

2.

उत्तर: b) लकड़ी के छर्रे (वुड पेलेट्स)

व्याख्या: लेख में बताया गया है कि यह संयंत्र लकड़ी और शाखाओं को रीसाइकिल करके "लकड़ी के छर्रे (वुड पेलेट्स)" बनाएगा, जो कोयले के विकल्प के रूप में काम करेंगे।

3.

उत्तर: d) 55,000 वर्ग फुट

व्याख्या: लेख के अनुसार, यह संयंत्र "बिचोली हप्सी में 55,000 वर्ग फुट (लगभग 5,109 वर्ग मीटर)" भूमि पर निर्मित किया गया है। विकल्प 'b' मीटर में माप है, जबकि प्रश्न में फुट में विकल्प भी दिया गया है और लेख में पहले फुट का उल्लेख है।

4.

उत्तर: c) ₹3,000

व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि "लकड़ी और शाखाओं की आपूर्ति के लिए 3,000 रुपये प्रति टन रॉयल्टी" का भुगतान किया जाएगा, जिससे इंदौर नगर निगम (IMC) को आय होगी।

5.

उत्तर: c) चक्रीय अर्थव्यवस्था (Circular Economy)

व्याख्या: लेख में कहा गया है कि यह पहल एक "चक्रीय अर्थव्यवस्था (Circular Economy)" का बेहतरीन उदाहरण है, जहाँ अपशिष्ट को संसाधन के रूप में देखा जाता है और उसका पुन: उपयोग किया जाता है।

6.

उत्तर: b. महापाषाणकालीन संरचनाएँ

व्याख्या: लेख स्पष्ट रूप से बताता है कि "हाल ही में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा किए गए उत्खनन में, इस क्षेत्र से बड़ी संख्या में महापाषाणकालीन (Megalithic) संरचनाएं मिली हैं।"

7.

उत्तर: c. 110 से अधिक

व्याख्या: लेख में बताया गया है कि "ASI की टीम को...110 से अधिक महापाषाणकालीन संरचनाएं मिली हैं।"

8.

उत्तर: c. विशाल ग्रेनाइट स्लैब और बोल्डर

व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि "ये संरचनाएं मुख्य रूप से विशाल ग्रेनाइट स्लैब और बोल्डर से बनी हैं। कुछ स्थानों पर लेटराइट पत्थर का भी उपयोग देखा गया है।"

9.

उत्तर: c. लौह युग

व्याख्या: लेख बताता है कि "ये महापाषाणकालीन संरचनाएं आमतौर पर लौह युग (Iron Age) से संबंधित मानी जाती हैं, जिसकी अवधि लगभग 1000 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व तक मानी जाती है।"

10.

उत्तर: b. यह प्राचीन केरल के महापाषाणकालीन संस्कृति और जीवनशैली की जानकारी देगा।

व्याख्या: लेख में कहा गया है कि "इस खोज से केरल के प्राचीन इतिहास, विशेषकर महापाषाणकालीन संस्कृति और उनके जीवनशैली के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।"

11. BIS प्रमाणन प्राप्त करने वाला भारत का पहला जल बोर्ड कौन सा है?

a) दिल्ली जल बोर्ड

b) बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB)

c) मुंबई जल बोर्ड

d) चेन्नई मेट्रोवाटर

उत्तर: b) बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB)

उत्तर की व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि "बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB) भारत का पहला जल बोर्ड बन गया है जिसने अपनी पाइप पेयजल आपूर्ति प्रबंधन प्रणाली के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) से प्रमाणन प्राप्त किया है।"

12.

उत्तर: c) भारतीय मानक ब्यूरो

उत्तर की व्याख्या: लेख में "BIS यानी भारतीय मानक ब्यूरो, भारत का राष्ट्रीय मानक निकाय है" यह कहकर BIS के पूर्ण रूप को परिभाषित किया गया है।

13.

उत्तर: b) उन्होंने जल प्रबंधन में कुशल, सुरक्षित और टिकाऊ प्रथाओं का पालन किया।

उत्तर की व्याख्या: लेख में कहा गया है कि "यह प्रमाणन उनके कुशल, सुरक्षित और टिकाऊ जल प्रबंधन प्रथाओं का प्रमाण है," जो दर्शाता है कि इन प्रथाओं के कारण ही BWSSB को प्रमाणन मिला।

14.

उत्तर: b) उन्हें मिलने वाला पीने का पानी उच्च गुणवत्ता मानकों को पूरा करता है।

उत्तर की व्याख्या: लेख में बताया गया है कि "इसका मतलब है कि उन्हें मिलने वाला पीने का पानी उच्च गुणवत्ता मानकों को पूरा करता है, जो उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।"

15.

उत्तर: b) अपनी जल प्रबंधन प्रणालियों में सुधार करने और BIS प्रमाणन प्राप्त करने के लिए

उत्तर की व्याख्या: लेख के अंतिम बिंदु में स्पष्ट रूप से लिखा है कि "BWSSB की यह उपलब्धि देश के अन्य जल बोर्डों को भी अपने जल प्रबंधन प्रणालियों में सुधार करने और BIS प्रमाणन प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी।"

16. 

    उत्तर: b. अपनी कार्यवाही को सांकेतिक भाषा में प्रसारित करना शुरू किया है।

    व्याख्या: अनुच्छेद स्पष्ट रूप से बताता है कि पंजाब भारत का पहला राज्य बन गया है जिसने अपनी विधानसभा की कार्यवाही सांकेतिक भाषा में प्रसारित करना शुरू किया है।

17. 

    उत्तर: c. बधिर समुदाय

    व्याख्या: अनुच्छेद में कई बार उल्लेख किया गया है कि यह पहल "बधिर समुदाय के लिए एक मील का पत्थर" है और यह "बधिरता से पीड़ित व्यक्तियों" के लिए कार्यवाही को सुलभ बनाती है।

18. 

उत्तर: b. ऐसे व्यक्ति जो सुन नहीं सकते

व्याख्या: अनुच्छेद में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि यह पहल "बधिरता से पीड़ित व्यक्तियों" (यानी ऐसे व्यक्ति जो सुन नहीं सकते) के लिए है, ताकि वे विधानसभा की कार्यवाही को सुलभ बना सकें और सरकारी नीतियों एवं विधायी चर्चाओं के बारे में जागरूक हो सकें।

19. 

    उत्तर: c. बजट सत्र

    व्याख्या: अनुच्छेद में लिखा है कि "पंजाब विधानसभा के हाल ही में संपन्न हुए बजट सत्र की शुरुआत में राज्यपाल के भाषण का पारंपरिक रूप से सांकेतिक भाषा में प्रसारण किया गया।"

20. 

    उत्तर: b. समावेशी लोकतंत्र

    व्याख्या: अनुच्छेद में कहा गया है कि "यह पहल वास्तव में एक समावेशी लोकतंत्र की दिशा में एक बड़ा कदम है, जहां हर नागरिक, चाहे उसकी शारीरिक क्षमता कैसी भी हो, शासन-प्रशासन में अपनी भूमिका निभा सके।"

21.

उत्तर: d. 2025

व्याख्या: लेख के अनुसार, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने 13 मार्च, 2025 को NECTAR के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी थी।

 

22.

उत्तर: b. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST)

व्याख्या: NECTAR विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST), भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त संस्थान है।

23.

उत्तर: a. 2012

व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि NECTAR की स्थापना वर्ष 2012 में की गई थी।

24.

उत्तर: c. 2020

व्याख्या: पूर्वोत्तर में केसर की खेती को बढ़ावा देने के लिए NECTAR द्वारा "मिशन केसर" वर्ष 2020 में लॉन्च किया गया था।

25.

उत्तर: b. पूर्वोत्तर क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करना।

व्याख्या: लेख में बताया गया है कि NECTAR का मुख्य उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करना और उसे बढ़ावा देना है। अन्य विकल्प इसके आंशिक उद्देश्य या गलत उद्देश्य हैं।

26. 

    उत्तर: c. केरल

    स्पष्टीकरण: लेख स्पष्ट रूप से बताता है कि "केरल... भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों, कल्याण और पुनर्वास पर केंद्रित एक विशेष आयोग की स्थापना की है।"

27. 

    उत्तर: b. वरिष्ठ नागरिकों की उपेक्षा और शोषण से सुरक्षा प्रदान करना।

    स्पष्टीकरण: लेख में "उद्देश्य" शीर्षक के तहत बताया गया है कि "इस आयोग का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों की उपेक्षा और शोषण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करना, उनके कल्याण को सुनिश्चित करना और उनके सामने आने वाली कठिनाइयों का समाधान करना है।"

28. 

    उत्तर: b. वरिष्ठ नागरिकों की

    स्पष्टीकरण: लेख में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के कथन का उल्लेख है कि "नया कानून समाज में वरिष्ठ नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देगा।"

29. 

    उत्तर: d. पहला

    स्पष्टीकरण: लेख स्पष्ट रूप से कहता है कि "केरल पहले से ही बुजुर्गों के कल्याण के मामले में देश में पहले स्थान पर है।"

30. 

    उत्तर: c. अनुभव और कौशल का

    स्पष्टीकरण: लेख में "कौशल का उपयोग" शीर्षक के तहत बताया गया है कि "आयोग वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव और कौशल का लाभ उठाने के लिए भी पहल करेगा।"

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