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27 May 2025 | Answers and Explanations

27 May 2025 | Answers and Explanations


1. 

उत्तर: b. 11 मार्च, 2025

    व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि "किंग चार्ल्स ने 11 मार्च, 2025 को बकिंघम पैलेस में आधिकारिक तौर पर किंग्स बैटन रिले का शुभारंभ किया।"

2. 

उत्तर: b. सर क्रिस होप

व्याख्या: लेख में बताया गया है कि "स्कॉटिश साइकिलिंग के दिग्गज सर क्रिस होप... को किंग ने पहला बैटन सौंपा।"

3. 

उत्तर: c. कॉमनवेल्थ स्पोर्ट

    व्याख्या: लेख में कहा गया है कि "राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (Commonwealth Games Federation - CGF) ने... अपना नया सार्वजनिक नाम 'कॉमनवेल्थ स्पोर्ट' घोषित किया है।"

4. 

उत्तर: c. लगभग 500 दिन

व्याख्या: लेख के अनुसार, यह रिले "लगभग 500 दिनों तक चलेगी"

5. 

उत्तर: c. हैमिल्टन

व्याख्या: लेख में जानकारी दी गई है कि "इस आयोजन का पहला संस्करण 1930 में हैमिल्टन, कनाडा में आयोजित किया गया था।"

6.

उत्तर: b) मोसेल

व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि "फ्रांस के मोसेल क्षेत्र में" यह खोज हुई है।

7.

 उत्तर: c) 92 ट्रिलियन डॉलर

व्याख्या: लेख के अनुसार, इस भंडार का अनुमानित मूल्य "92 ट्रिलियन डॉलर" आंका गया है।

8.

 उत्तर: c) जियोरिसोर्सेज लेबोरेटरी और CNRS के वैज्ञानिक

व्याख्या: लेख बताता है कि "यह खोज मूल रूप से मीथेन की तलाश कर रहे जियोरिसोर्सेज लेबोरेटरी (Géosciences Laboratory) और CNRS (National Centre for Scientific Research) के वैज्ञानिकों द्वारा गलती से की गई थी।"

9.

उत्तर: c) क्योंकि यह प्राकृतिक रूप से भू-रासायनिक प्रतिक्रियाओं द्वारा उत्पन्न होता है

व्याख्या: लेख में बताया गया है कि "यह पृथ्वी की कठोर चट्टानों में होने वाली निरंतर भू-रासायनिक प्रतिक्रियाओं (जैसे पानी और खनिजों के बीच प्रतिक्रिया) द्वारा उत्पन्न होता है। इसे अक्सर भूवैज्ञानिक हाइड्रोजन (Geological Hydrogen) या स्वर्ण हाइड्रोजन (Gold Hydrogen) भी कहा जाता है।"

10.

 उत्तर: b) क्योंकि इसके दहन से केवल पानी वाष्प और ऊर्जा उत्पन्न होती है, जिससे कोई ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन नहीं होता

व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि "श्वेत हाइड्रोजन को एक अत्यधिक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत माना जाता है क्योंकि इसके दहन से केवल पानी वाष्प और ऊर्जा उत्पन्न होती है, जिससे कोई ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन नहीं होता।"

11. 

     उत्तर: c) पणजी

    स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि देश का पहला पर्पल फेस्ट जनवरी 2023 में गोवा के पणजी में आयोजित किया गया था। गोवा एक राज्य है, जबकि पणजी उस राज्य की राजधानी और वह विशिष्ट शहर है जहाँ यह आयोजित हुआ।

12. 

उत्तर: b) केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय

स्पष्टीकरण: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि पर्पल फेस्ट का आयोजन केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा राष्ट्रपति भवन के सहयोग से किया जाता है।

13. 

उत्तर: a) इसमें दिव्यांग शेफ द्वारा तैयार किए गए खाद्य पदार्थ परोसे गए।

    स्पष्टीकरण: लेख के अनुसार, 'पर्पल कैफे' एक अनूठा अनुभव था जहाँ दिव्यांग शेफ द्वारा तैयार किए गए स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ परोसे गए थे, जो उनकी पाक कला प्रतिभा को प्रदर्शित करता था।

14. 

     उत्तर: c) 2022 से

    स्पष्टीकरण: लेख में बताया गया है कि मंत्रालय वर्ष 2022 से नियमित रूप से 'दिव्य कला मेला' का भी आयोजन करता है, जो दिव्यांग कारीगरों और उद्यमियों को मंच प्रदान करता है।

 

5. 

उत्तर: c) ऑडियो, स्पर्शनीय विवरण और ब्रेल संकेत

स्पष्टीकरण: लेख में वर्णित है कि पर्पल कैलिडोस्कोप में सुलभ पेंटिंग और तस्वीरें प्रदर्शित की गईं जिनमें ऑडियो, स्पर्शनीय विवरण और ब्रेल संकेत जैसी सुविधाएँ थीं, ताकि सभी दर्शक कला का अनुभव कर सकें।

16. 

     उत्तर: b. मोतिहारी

    व्याख्या: अनुच्छेद में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि यह उत्सव पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी स्थित गांधी मैदान में आयोजित किया गया था।

 

17. 

उत्तर: c. "अपनी सेना को जानो" अभियान

व्याख्या: लेख में कहा गया है कि इस पहल का मुख्य लक्ष्य आम जनता, विशेषकर युवाओं को भारतीय सशस्त्र बलों की भूमिका, उनके बलिदान और देश की सुरक्षा में उनके योगदान से परिचित कराना था, जिसे "अपनी सेना को जानो" अभियान का हिस्सा बताया गया है।

18. 

     उत्तर: c. बिहार के राज्यपाल

व्याख्या: जानकारी के अनुसार, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

19. 

उत्तर: b. बॉलीवुड सितारों का नृत्य

व्याख्या: अनुच्छेद में सैन्य उपकरणों, हथियारों, सैन्य बैंड प्रदर्शन और वीरगाथाओं के साझाकरण का उल्लेख है, लेकिन बॉलीवुड सितारों के नृत्य का कोई उल्लेख नहीं है।

20. 

     उत्तर: a. 07-08 मार्च, 2025

    व्याख्या: अनुच्छेद में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि यह उत्सव 07-08 मार्च, 2025 को आयोजित किया गया था।

21. 

उत्तर: c. जेद्दा

व्याख्या: लेख में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि "11 मार्च, 2025 को सऊदी अरब के जेद्दा में रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संवाद हुआ।"

22. 

     उत्तर: c. मार्को कवियों

    व्याख्या: लेख में बताया गया है कि "अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को कवियों ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया", भले ही लेख में यह भी बताया गया है कि यह नाम एक त्रुटि हो सकती है।

23. 

     उत्तर: b. 2014

    व्याख्या: लेख में अमेरिकी शर्त के बारे में लिखा है कि "यूक्रेन को किसी भी शांति समझौते के हिस्से के रूप में 2014 से रूस द्वारा ली गई भूमि पर रियायतें देनी होंगी।"

24. 

     उत्तर: b. डोनाल्ड ट्रम्प

    व्याख्या: लेख में ज़ेलेंस्की के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने उम्मीद जताई कि जेद्दा में होने वाली बैठक "पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उनकी 'विनाशकारी बैठक' के बाद व्यावहारिक अमेरिकी संबंधों को पुनर्जीवित करेगी।"

25. 

     उत्तर: b. 24 फरवरी, 2022

    व्याख्या: संघर्ष की पृष्ठभूमि के तहत, लेख में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि "24 फरवरी, 2022 को रूस ने यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण किया।"

26.

 उत्तर: d) 90वीं

व्याख्या: लेख की पहली पंक्ति में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि मैसूर आकाशवाणी रेडियो स्टेशन ने 07 मार्च, 2025 को अपनी 90वीं वर्षगाँठ मनाई।

27.

 उत्तर: b) डॉ. प्रज्ञा पालीवाल गौड़

व्याख्या: लेख के बिंदु 'नूडी नाडा संगम' का उद्घाटन' में बताया गया है कि आकाशवाणी और समाचार सेवा प्रभाग की महानिदेशक, डॉ. प्रज्ञा पालीवाल गौड़ ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

28.

 उत्तर: c) 1935

व्याख्या: लेख के बिंदु 'दूरदर्शी संस्थापक का सम्मान' में लिखा है कि एम.वी. गोपालस्वामी ने वर्ष 1935 में मैसूर रेडियो स्टेशन की स्थापना की थी।

29.

 उत्तर: c) शब्द और ध्वनि का संगम

व्याख्या: लेख के बिंदु 'नूडी नाडा संगम' का उद्घाटन' में 'नूडी नाडा संगम' का अर्थ "(जिसका अर्थ है "शब्द और ध्वनि का संगम")" स्पष्ट रूप से दिया गया है।

30.

 उत्तर: c) ऑल इंडिया रेडियो

व्याख्या: लेख के बिंदु 'आकाशवाणी का महत्व' में बताया गया है कि आकाशवाणी, जिसे ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के नाम से भी जाना जाता है, भारत का राष्ट्रीय सार्वजनिक रेडियो प्रसारक है।


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