21 May 2025 Current Affairs Questions
हैलो दोस्तों !
आज हम current affairs के इन बिंदुओं पर गहराई से विचार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि आप इन बिंदुओं को लंबे समय तक याद रखने के लिए हमारे साथ 30 से अधिक प्रश्नों की क्विज जरूर खेलेंगे
- A1. एक राष्ट्र, एक बंदरगाह: समुद्री विकास की नई उड़ान
- A2. 51 साल का चिपको आंदोलन: पर्यावरण रक्षा की अमर गाथा
- A3. यस बैंक: स्थिरता में भारत का चमकता सितारा!
- A4. MSME क्रांति: नए नियम, नए अवसर
- A5. प्राचीन शिल्प, आधुनिक अभियान: 'सिला हुआ' जहाज की कहानी
- A6. नवरत्न का नया सफर: IRFC और IRCTC को मिला विशेष दर्जा
आप प्रतिदिन हमारी वेबसाइट SelfStudy Meter पर 30 करंट अफेयर प्रश्नों को पढ़ सकते हैं और अगले दिन सुबह 7:00 बजे इन पढ़े हुए प्रश्नों की क्विज खेल सकते हैं हमारे YouTube channel - Mission: CAGS पर, जबकि प्रतिदिन 45 से अधिक करंट अफेयर प्रश्नों की क्विज खेलने के लिए व pdf डाउनलोड करने के लिए हमें टेलीग्राम पर फॉलो कर सकते हैं ।Our Telegram channel - Mission: CAGS
Quiz time on Telegram is 7:30 p.m
क्विज खेलने के फायदे:
क्विज खेलने से आपकी रीडिंग स्किल इंप्रूव होगी, लर्निंग स्किल बढ़ेगी और आप अपनी तैयारी का स्वमूल्यांकन कर सकेंगे मतलब आप अपना याद किया हुआ चेक कर सकेंगे कि आपके द्वारा पढ़ा हुआ आपको कितना याद है?क्विज खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी तैयारी को एक दिशा दे पाएंगे।

A1.
एक राष्ट्र, एक बंदरगाह: समुद्री विकास की नई उड़ान
One
Nation, One Port: A New Era for Maritime Development
हाल ही में, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मुंबई, महाराष्ट्र में 'एक राष्ट्र-एक बंदरगाह' (ONOP) प्रक्रिया का शुभारंभ करके भारत के समुद्री क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस पहल का उद्देश्य भारत के प्रमुख बंदरगाहों में परिचालन को मानकीकृत और सुव्यवस्थित करना है, जिससे वे वैश्विक स्तर पर अधिक प्रतिस्पर्धी बन सकें।
मुख्य बिंदु:
'एक राष्ट्र-एक बंदरगाह' (ONOP) प्रक्रिया:
लक्ष्य: भारत के सभी प्रमुख बंदरगाहों में परिचालन को मानकीकृत करना और उन्हें सुव्यवस्थित करना।
उद्देश्य: दक्षता बढ़ाना, लागत कम करना और बंदरगाहों को वैश्विक व्यापार के लिए अधिक आकर्षक बनाना।
महत्व: यह भारत को एक एकीकृत और कुशल समुद्री लॉजिस्टिक्स प्रणाली बनाने में मदद करेगा।
मैत्री ऐप (Master Application for International Trade and
Regulatory Interface):
उद्देश्य: व्यापार प्रक्रियाओं को सरल बनाना, अनावश्यक नौकरशाही को कम करना और मंजूरी में तेजी लाना।
भूमिका: यह भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच 'वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर' (VTC) के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
संरेखण: यह पहल भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) के साथ भी संरेखित है, जो वैश्विक व्यापार मार्गों को मजबूत करेगा।
सागर अंकलन एलपीपीआई सूचकांक (Sagar Ankalan LPPPI Index - Landside Port Performance
Index): (यहां मूल पाठ में थोड़ी अस्पष्टता है। 'सागर अंकलन एलपीपीआई सूचकांक' एक नया सूचकांक प्रतीत होता है। यह एक ऐसा सूचकांक हो सकता है जो बंदरगाहों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है, खासकर भूमि-आधारित लॉजिस्टिक्स के संदर्भ में।)
उद्देश्य: भारतीय बंदरगाहों के प्रदर्शन का मूल्यांकन और तुलना करना, जिससे सुधार के क्षेत्रों की पहचान की जा सके।
महत्व: यह पारदर्शिता बढ़ाएगा और बंदरगाहों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा।
भारत ग्लोबल पोर्ट्स कंसोर्टियम (India Global Ports Consortium):
उद्देश्य: भारत की समुद्री पहुंच का विस्तार करना और वैश्विक व्यापार लचीलेपन को बढ़ाकर वैश्विक व्यापार को मजबूत करना।
महत्व: यह भारतीय कंपनियों को विदेशों में बंदरगाहों के विकास और संचालन में भाग लेने में मदद कर सकता है, जिससे भारत की भू-रणनीतिक स्थिति मजबूत होगी।
भारत समुद्री सप्ताह (India Maritime
Week):
आयोजन: मुंबई में 27 से 31 अक्टूबर, 2025 तक।
उद्देश्य: देश की 'समुद्री विरासत' और 'समुद्री विकास' का उत्सव मनाना।
विशेषता: यह एक द्विवार्षिक वैश्विक समुद्री सम्मेलन होगा, जो दुनिया में सबसे बड़ा होने की उम्मीद है। यह समुद्री क्षेत्र से जुड़े हितधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
1. केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने 'एक राष्ट्र-एक बंदरगाह' प्रक्रिया का शुभारंभ कहाँ किया?
a) चेन्नई
b) कोलकाता
c) मुंबई
d) विशाखापत्तनम
2. मैत्री ऐप का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) पर्यटन को बढ़ावा देना
b) व्यापार प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना
c) समुद्री सुरक्षा बढ़ाना
d) मछुआरों को सहायता प्रदान करना
3.'एक राष्ट्र-एक बंदरगाह' (ONOP) प्रक्रिया का प्राथमिक लक्ष्य क्या है?
a) नए बंदरगाहों का निर्माण
b) बंदरगाहों में परिचालन को मानकीकृत और सुव्यवस्थित करना
c) केवल कुछ विशिष्ट बंदरगाहों का आधुनिकीकरण करना
d) अंतरराष्ट्रीय समुद्री मार्ग बंद करना
4. भारत समुद्री सप्ताह का अगला आयोजन किस वर्ष होगा?
a) 2024
b) 2025
c) 2026
d) 2027
5. सागर अंकलन एलपीपीआई सूचकांक का क्या महत्व है?
a) यह केवल जहाजों की संख्या को मापता है।
b) यह बंदरगाहों के प्रदर्शन का मूल्यांकन और तुलना करता है।
c) यह बंदरगाहों में प्रदूषण के स्तर को मापता है।
d) यह समुद्री जीवन की रक्षा के लिए बनाया गया है।
A2.
51 साल का चिपको आंदोलन: पर्यावरण रक्षा की अमर गाथा
English: Chipko Movement: A Timeless Tale of
Environmental Protection
English: 51 Years of Chipko: When Trees Taught the
Lesson of Life
शुरुआत और नामकरण:
चिपको आंदोलन की शुरुआत वर्ष 1973 में उत्तराखंड (तत्कालीन उत्तर प्रदेश का हिस्सा) के चमोली जिले से हुई थी।
आंदोलन का नाम 'चिपको' शब्द 'आलिंगन' से आया है। ग्रामीण पेड़ों को कटने से बचाने के लिए उन्हें गले लगाते थे और उन्हें चारों ओर से घेर लेते थे, मानो उनकी रक्षा कर रहे हों।
यह आंदोलन किसी एक घटना से शुरू नहीं हुआ था, बल्कि वनों की अंधाधुंध कटाई और स्थानीय लोगों के अधिकारों के हनन के खिलाफ बढ़ते असंतोष का परिणाम था।
गौरा देवी और रेनी गाँव की महिलाएँ:
आंदोलन के शुरुआती चरणों में, 26 मार्च, 1974 को, चिपको कार्यकर्ता गौरा देवी ने उत्तराखंड के रेनी गाँव की महिलाओं और लड़कियों के साथ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनका लक्ष्य साइमंड्स स्पोर्ट्स कंपनी के उन लकड़हारों को रोकना था, जिन्हें वन विभाग द्वारा पेड़ काटने की अनुमति दी गई थी।
इन निडर महिलाओं ने अपनी जान की परवाह न करते हुए पेड़ों को गले लगा लिया और उन्हें कटने से बचाया। यह घटना चिपको आंदोलन के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुई।
मुख्य नेता और प्रभाव:
चंडी प्रसाद भट्ट: आंदोलन के शुरुआती चरण में सक्रिय एक प्रमुख गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरणविद् थे। उन्होंने दशोली ग्राम स्वराज्य मंडल (DGSM) नामक एक संगठन की स्थापना की, जिसने आंदोलन को आकार देने और ग्रामीणों को वनों की कटाई के खिलाफ एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सुंदरलाल बहुगुणा: अहिंसा और समाजवाद के गांधीवादी दर्शन से प्रेरित थे। उन्होंने चिपको आंदोलन को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने 'पर्यावरण को स्थायी अर्थव्यवस्था' के रूप में देखा और हिमालय में पेड़ों की कटाई के खिलाफ लंबी पदयात्राएँ कीं।
ऐतिहासिक जीत और प्रभाव:
चिपको आंदोलन के कारण, वर्ष 1980 में (आपके द्वारा उल्लिखित 1981 में कुछ भिन्नता है, लेकिन 1980 का दशक महत्वपूर्ण था), हिमालयी क्षेत्र में 30 डिग्री ढलान और 1,000 मीटर औसत समुद्र तल (msl) से ऊपर के पेड़ों की व्यावसायिक कटाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यह आंदोलन की एक बहुत बड़ी जीत थी।
इस आंदोलन ने भारत में ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई। इसने सामुदायिक भागीदारी और अहिंसक प्रतिरोध के माध्यम से पर्यावरणीय न्याय की लड़ाई लड़ने का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया।
चिपको आंदोलन ने महिलाओं की शक्ति और उनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर किया।
बहुविकल्पीय प्रश्न
6. चिपको आंदोलन की शुरुआत भारत के किस राज्य से हुई थी?
a) हिमाचल प्रदेश
b) उत्तराखंड
c) उत्तर प्रदेश
d) मध्य प्रदेश
7. चिपको आंदोलन का नाम 'चिपको' शब्द से क्यों आया है?
a) क्योंकि पेड़ों को चिपकाया जाता था।
b) क्योंकि ग्रामीण पेड़ों को काटने से बचाने के लिए उन्हें गले लगाते थे।
c) क्योंकि यह एक गुप्त आंदोलन था।
d) क्योंकि इसमें चिपकने वाले पदार्थों का उपयोग होता था।
8. गौरा देवी ने रेनी गाँव की महिलाओं के साथ किस कंपनी के लकड़हारों को पेड़ काटने से रोका था?
a) टाटा स्पोर्ट्स कंपनी
b) इंडियन वुड्स कंपनी
c) साइमंड्स स्पोर्ट्स कंपनी
d) ग्रीनफॉरेस्ट लिमिटेड
9. चिपको आंदोलन के शुरुआती चरण में किस गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता ने दशोली ग्राम स्वराज्य मंडल (DGSM) की स्थापना की थी?
a) सुंदरलाल बहुगुणा
b) चंडी प्रसाद भट्ट
c) मेधा पाटकर
d) बाबा आम्टे
10. चिपको आंदोलन के परिणामस्वरूप, किस वर्ष हिमालयी क्षेत्र में 30 डिग्री ढलान और 1,000 मीटर औसत समुद्र तल (msl) से ऊपर के पेड़ों की व्यावसायिक कटाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया था?
a) 1973
b) 1974
c) 1980
d) 1990
A3.
यस बैंक: स्थिरता में भारत का चमकता सितारा!
YES
BANK: India's Sustainability Champion!
हाल ही में जारी हुई एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग 2025 और एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (CSA) 2024 के परिणामों ने एक बार फिर यस बैंक की स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर किया है। यह लगातार तीसरा वर्ष है जब यस बैंक कार्बन डिस्क्लोजर प्रोजेक्ट (CDP) के अनुसार स्थिरता में भारत के सर्वोच्च रेटिंग वाले बैंक के रूप में उभरा है।
आइए देखें कि यस बैंक ने यह उपलब्धि कैसे हासिल की:
S&P ग्लोबल CSA
स्कोर: 72/100 के प्रभावशाली CSA स्कोर के साथ, यस बैंक S&P ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक 2025 में शामिल होने वाला एकमात्र भारतीय बैंक है। यह स्कोर दर्शाता है कि बैंक पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ESG) मापदंडों पर कितना अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
CDP रेटिंग: यस बैंक ने CDP से अपनी A- (लीडरशिप बैंड) रेटिंग भी बरकरार रखी है। यह रेटिंग विशेष रूप से बैंक के मजबूत जलवायु जोखिम प्रबंधन और प्रकटीकरण प्रथाओं को उजागर करती है, जो यह दर्शाती है कि यस बैंक जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को गंभीरता से लेता है और उनके लिए तैयारी कर रहा है।
लेकिन स्थिरता क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
स्थिरता का अर्थ है ऐसा विकास जो वर्तमान की जरूरतों को पूरा करता है बिना भविष्य की पीढ़ियों की अपनी जरूरतों को पूरा करने की क्षमता से समझौता किए। इसमें पर्यावरणीय संरक्षण, सामाजिक न्याय और सुशासन (पर्यावरण, सामाजिक और शासन - ESG) जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं। आज की दुनिया में, कंपनियां न केवल वित्तीय प्रदर्शन पर बल्कि इन स्थिरता मापदंडों पर भी मूल्यांकन की जाती हैं।
अन्य भारतीय संस्थाएँ जो स्थिरता में आगे हैं:
यस बैंक के अलावा, कुछ अन्य भारतीय कंपनियों ने भी एसएंडपी ग्लोबल सीएसए स्कोर में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जो भारत में स्थिरता के बढ़ते महत्व को दर्शाता है:
शीर्ष 1% एसएंडपी ग्लोबल सीएसए स्कोर:
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड: एल्युमिनियम उद्योग में
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड: धातु और खनन क्षेत्र में
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड: ऑटोमोबाइल उद्योग में
शीर्ष 5% एसएंडपी ग्लोबल सीएसए स्कोर:
बायोकॉन लिमिटेड
डाबर इंडिया लिमिटेड
डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड
बहुविकल्पीय प्रश्न:
11. यस बैंक को हाल ही में किस वैश्विक सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में भारत के सर्वोच्च रेटिंग वाले बैंक के रूप में मान्यता दी गई है?
a. फोर्ब्स ग्लोबल 2000
b. ब्लूमबर्ग सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स
c. एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग 2025
d. डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज
12. यस बैंक ने S&P ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (CSA) में कितना स्कोर हासिल किया है?
a. 65/100
b. 72/100
c. 80/100
d. 55/100
13. कार्बन डिस्क्लोजर प्रोजेक्ट (CDP) के अनुसार, यस बैंक लगातार कितने वर्षों से स्थिरता में भारत के सर्वोच्च रेटिंग वाले बैंक के रूप में उभरा है?
a. एक वर्ष
b. दो वर्ष
c. तीन वर्ष
d. चार वर्ष
14. S&P ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक 2025 में शामिल होने वाला एकमात्र भारतीय बैंक कौन सा है?
a. भारतीय स्टेट बैंक
b. आईसीआईसीआई बैंक
c. यस बैंक
d. एचडीएफसी बैंक
15. निम्नलिखित में से कौन सी कंपनी 'धातु और खनन' क्षेत्र में शीर्ष 1% एसएंडपी ग्लोबल सीएसए स्कोर हासिल करने वाली भारतीय कंपनी है?
a. हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड
b. बायोकॉन लिमिटेड
c. हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड
d. महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड
A4.
MSME क्रांति: नए नियम, नए अवसर
MSME Revolution: New Rules, New Opportunities
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। यह लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है और नवाचार को बढ़ावा देता है। इस महत्वपूर्ण क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए, केंद्र सरकार ने MSME के वर्गीकरण मानदंडों में संशोधन किए हैं, जो 1 अप्रैल, 2025 से लागू हो गए हैं।
क्या हैं ये नए बदलाव?
दोहरा मानदंड: अब MSME को संयंत्र और मशीनरी में निवेश के साथ-साथ उनके वार्षिक कारोबार के आधार पर परिभाषित किया जाएगा। पहले केवल निवेश को आधार बनाया जाता था, लेकिन अब कारोबार को भी शामिल करने से वर्गीकरण अधिक व्यापक हो गया है।
संशोधित सीमाएं: वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने अपने बजट 2025-26 के भाषण में इन संशोधित वर्गीकरणों की घोषणा की थी। ये नई सीमाएं MSME क्षेत्र के लिए एक नई दिशा तय करेंगी और उन्हें विकास के अधिक अवसर प्रदान करेंगी।
पिछली बार कब हुआ था संशोधन? यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वर्गीकरण को पिछली बार जुलाई, 2020 में संशोधित किया गया था। यह दर्शाता है कि सरकार MSME क्षेत्र की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
कानूनी आधार: MSME क्षेत्र को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास (MSMED) अधिनियम, 2006 द्वारा परिभाषित किया गया है, जो 2 अक्टूबर, 2006 को लागू हुआ था। यह अधिनियम इस क्षेत्र के विकास और विनियमन के लिए एक कानूनी ढाँचा प्रदान करता है।
यह क्यों महत्वपूर्ण है?
इन संशोधनों का उद्देश्य MSME क्षेत्र को और अधिक सशक्त बनाना है। दोहरे मानदंड से अधिक व्यवसायों को MSME के दायरे में आने में मदद मिलेगी, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं, ऋणों और अन्य लाभों तक बेहतर पहुंच मिल सकेगी। यह विशेष रूप से उन व्यवसायों के लिए फायदेमंद होगा जो कम पूंजी निवेश के साथ उच्च कारोबार करते हैं, जैसे कि सेवा क्षेत्र के उद्यम।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
16. MSME के लिए संशोधित वर्गीकरण मानदंड कब से लागू हुए हैं?
a. 1 अप्रैल,
2024
b. 1 जुलाई,
2020
c. 1 अप्रैल,
2025
d. 2 अक्टूबर,
2006
17. MSME के नए वर्गीकरण मानदंड में कौन से दो मापदंड शामिल हैं?
a. केवल वार्षिक कारोबार
b. केवल संयंत्र और मशीनरी में निवेश
c. संयंत्र और मशीनरी में निवेश तथा वार्षिक कारोबार
d. कर्मचारी संख्या और निर्यात
18. MSME वर्गीकरण को पिछली बार कब संशोधित किया गया था?
a. जुलाई,
2025
b. जुलाई,
2020
c. अप्रैल,
2025
d. अक्टूबर,
2006
19. MSME क्षेत्र को परिभाषित करने वाला अधिनियम कौन सा है?
a. कंपनी अधिनियम, 2013
b. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास (MSMED) अधिनियम, 2006
c. भारतीय अनुबंध अधिनियम, 1872
d. औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947
20. MSME वर्गीकरण में संशोधन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a. केवल बड़े उद्योगों को बढ़ावा देना
b. MSME क्षेत्र को और अधिक सशक्त बनाना
c. सरकारी राजस्व में वृद्धि करना
d. केवल निर्यात-उन्मुख उद्योगों का समर्थन करना
A5.
प्राचीन शिल्प, आधुनिक अभियान: 'सिला हुआ' जहाज की कहानी
Ancient
Craft, Modern Expedition: The Story of the 'Sewn' Ship
गोवा के दिवार द्वीप पर एक अनोखा और ऐतिहासिक क्षण देखा गया जब प्राचीन 'सिला हुआ' जहाज लॉन्च किया गया। यह सिर्फ एक जहाज नहीं, बल्कि भारत की गौरवशाली समुद्री विरासत का एक जीवंत प्रतीक है। यह परियोजना साल के अंत तक प्राचीन व्यापारिक मार्गों को फिर से खोजने के लिए तैयार है।
इस परियोजना के बारे में कुछ खास बातें:
प्रेरणा और लॉन्च: यह परियोजना रिपर एडमिरल केएम रामकृष्णन द्वारा लॉन्च की गई। उन्होंने इस प्राचीन शिल्प को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कलाकार और सहयोगी: केरल के प्रसिद्ध शिल्पकार बाबू शंकरन ने इस जहाज के निर्माण में अपनी विशेषज्ञता दी। यह भारतीय पारंपरिक जहाज निर्माण कौशल का एक अद्भुत प्रदर्शन है।
दूरदृष्टि और कार्यान्वयन: इतिहासकार संजीव सान्याल ने इस परियोजना की शुरुआत की थी। यह भारतीय नौसेना, संस्कृति मंत्रालय और होदी इनोवेशन के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते के माध्यम से संभव हुआ है, जो सरकार और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग का एक बेहतरीन उदाहरण है।
निर्माण तकनीक:
यह जहाज लकड़ी, कॉयर (नारियल के रेशे) और प्राकृतिक राल का उपयोग करके बनाया गया है।
सबसे खास बात इसमें नारियल के रेशे की सिलाई का उपयोग है, जो एक प्राचीन भारतीय समुद्री निर्माण तकनीक है। इस तकनीक में लकड़ी के तख्तों को बिना किसी धातु की कील के, नारियल के रेशों से एक साथ सिला जाता है। यह जहाजों को अधिक लचीलापन देता है और उन्हें चट्टानों से टकराने पर भी टूटने से बचाता है।
ऐतिहासिक महत्व: 'सिला हुआ' जहाज की यह तकनीक हज़ारों साल पुरानी है। इसका उपयोग प्राचीन भारत में हिंद महासागर में व्यापार के लिए किया जाता था, जो भारत को दुनिया के अन्य हिस्सों से जोड़ता था। इन जहाजों ने मसाले, वस्त्र, रत्न और अन्य मूल्यवान वस्तुओं के व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
21. 'सिला हुआ' जहाज भारत में किस द्वीप पर लॉन्च किया गया?
a. अंडमान
b. दिवार
c. लक्षद्वीप
d. एलिफेंटा
22. 'सिला हुआ' जहाज परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a. समुद्री पर्यटन को बढ़ावा देना।
b. प्राचीन व्यापारिक मार्गों को फिर से खोजना।
c. नई जहाज निर्माण तकनीक विकसित करना।
d. नौसेना के लिए प्रशिक्षण जहाज बनाना।
23. 'सिला हुआ' जहाज के निर्माण में किस मुख्य सामग्री का उपयोग किया गया है, जो इसकी एक प्राचीन भारतीय तकनीक है?
a. लोहा और स्टील
b. नारियल के रेशे (कॉयर) की सिलाई
c. फाइबरग्लास
d. सीमेंट
24. 'सिला हुआ' जहाज परियोजना के कार्यान्वयन में कौन से तीन मुख्य पक्ष शामिल हैं?
a. भारतीय नौसेना, संस्कृति मंत्रालय, और होदी इनोवेशन
b. भारतीय सेना, पर्यटन मंत्रालय, और भारतीय रेलवे
c. राज्य सरकार, निजी निवेशक, और विदेशी दूतावास
d. भारतीय वायुसेना, खेल मंत्रालय, और वैज्ञानिक अनुसंधान संगठन
25. प्राचीन भारत में 'सिला हुआ' जहाज मुख्य रूप से किस उद्देश्य के लिए उपयोग किए जाते थे?
a. युद्ध के लिए
b. मछली पकड़ने के लिए
c. हिंद महासागर में व्यापार के लिए
d. मनोरंजन के लिए
A6.
नवरत्न का नया सफर: IRFC और
IRCTC को मिला विशेष दर्जा
Navratna's
New Journey: IRFC and IRCTC Get Special Status
हाल ही में, भारतीय रेलवे के दो प्रमुख उपक्रमों, भारतीय रेलवे वित्त निगम (IRFC) और भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (IRCTC) को भारत सरकार द्वारा नवरत्न का दर्जा प्रदान किया गया है। यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो उन्हें अधिक स्वायत्तता और वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करेगी।
मुख्य बिंदु:
ऐतिहासिक उपलब्धि: 3 मार्च, 2025 को भारत सरकार ने IRCTC और IRFC को नवरत्न का दर्जा दिया।
पूर्व स्थिति: नवरत्न बनने से पहले, IRFC और IRCTC दोनों शेड्यूल 'A' मिनीरत्न CPSE (केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम) थे।
क्रम संख्या:
IRCTC नवरत्न का दर्जा पाने वाला 25वाँ CPSE बना है।
IRFC नवरत्न का दर्जा पाने वाला 26वाँ CPSE बना है।
रेल मंत्रालय का दबदबा: केंद्रीय रेल मंत्रालय के अधीन कुल 12 CPSE हैं। इनमें से अब सात CPSE - कॉनकॉर (CONCOR), आरवीएनएल (RVNL), इरकॉन (IRCON), राइट्स (RITES), रेलटेल (RailTel), आईआरएफसी (IRFC) और आईआरसीटीसी (IRCTC) को नवरत्न का दर्जा मिल चुका है। यह दर्शाता है कि रेलवे के सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
नवरत्न दर्जे का महत्व:
बढ़ी हुई स्वायत्तता: नवरत्न CPSEs को पर्याप्त प्रबंधकीय और वित्तीय स्वायत्तता प्राप्त होती है।
निवेश की स्वतंत्रता: उन्हें किसी एक परियोजना में 1,000 करोड़ रुपये तक या अपनी कुल संपत्ति के 15% तक के निवेश के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती है। यह उन्हें तेजी से निर्णय लेने और परियोजनाओं को क्रियान्वित करने में सक्षम बनाता है।
नवरत्न दर्जा प्राप्त करने की शर्तें:
किसी भी CPSE को नवरत्न का दर्जा प्राप्त करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण शर्तों को पूरा करना होता है:
CPSE के पास पहले से ही अनुसूची A मिनीरत्न का दर्जा होना चाहिए।
पिछले पाँच वर्षों में से तीन में 'उत्कृष्ट' या 'बहुत अच्छा' की समझौता ज्ञापन (MoU) रेटिंग।
पहचाने गए छह प्रदर्शन संकेतकों (जैसे शुद्ध लाभ, उत्पादन लागत, सेवा लागत, पूंजी निवेश पर वापसी आदि) में कम से कम 60 या उससे अधिक का समग्र स्कोर।
भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम लिमिटेड (IRCTC) के बारे में:
स्थापना:
IRCTC की स्थापना 27 सितंबर, 1999 को हुई थी।
मुख्य कार्य:
·
खानपान और आतिथ्य सेवाएं।
·
रेलवे की इंटरनेट टिकट बुकिंग (जो लाखों यात्रियों के लिए जीवन रेखा है)।
·
यात्रा और पर्यटन पैकेज।
·
पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर (रेल नीर) का उत्पादन और वितरण।
26 नवरत्न कंपनियों की अद्यतन:
यह सूची वर्तमान जानकारी के अनुसार है। नवरत्न कंपनियों की संख्या और नामों में सरकार के निर्णयों के अनुसार बदलाव संभव है।
1. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Limited
- BEL)
2. कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Container Corporation of
India Limited - CONCOR)
3. इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (Engineers India Limited -
EIL)
4. महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (Mahanagar Telephone Nigam
Limited - MTNL)
5. नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (National Aluminium Company
Limited - NALCO)
6. नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (National Buildings
Construction Corporation Limited - NBCC)
7. नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Neyveli Lignite
Corporation Limited - NLC)
8. एनएमडीसी लिमिटेड (NMDC Limited)
9. राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (Rashtriya Ispat Nigam
Limited - RINL)
10. शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Shipping Corporation of
India Limited - SCI)
11. रेल विकास निगम लिमिटेड (Rail Vikas Nigam Limited -
RVNL)
12. ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ONGC Videsh Limited - OVL)
13. राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (Rashtriya Chemicals and
Fertilizers Limited - RCF)
14. इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड (IRCON International
Limited)
15. राइट्स लिमिटेड (RITES Limited)
16. नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (National Fertilizers Limited
- NFL)
17. सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन (Central Warehousing
Corporation - CWC)
18. हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Housing and Urban
Development Corporation Limited - HUDCO)
19. इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (Indian Renewable Energy
Development Agency Limited - IREDA)
20. मजगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (Mazagon Dock Shipbuilders
Limited - MDL)
21. रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (RailTel Corporation of
India Limited)
22. सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Solar Energy Corporation
of India Limited - SECI)
23. एनएचपीसी लिमिटेड (NHPC Limited)
24. एसजेवीएन लिमिटेड (SJVN Limited)
25. भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (Indian Railway Catering
and Tourism Corporation Limited - IRCTC)
26. भारतीय रेलवे वित्त निगम (Indian Railway Finance
Corporation - IRFC)
बहुविकल्पीय प्रश्न
26.भारतीय रेलवे वित्त निगम (IRFC) को नवरत्न का दर्जा कब मिला?
a. 27 सितंबर, 1999
b. 3 मार्च, 2024
c. 3 मार्च, 2025
d. हाल ही में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है
27. नवरत्न का दर्जा प्राप्त करने के लिए किसी CPSE को पिछले पाँच वर्षों में से कितने में 'उत्कृष्ट' या 'बहुत अच्छा' की समझौता ज्ञापन (MoU) रेटिंग प्राप्त होनी चाहिए?
a. कम से कम एक
b. कम से कम दो
c. कम से कम तीन
d. सभी पाँच
28. नवरत्न दर्जा प्राप्त CPSE किसी एक परियोजना में केंद्र सरकार की मंजूरी के बिना अधिकतम कितने रुपये का निवेश कर सकता है?
a. 500 करोड़ रुपये
b. 1,000 करोड़ रुपये
c. 1,500 करोड़ रुपये
d. 2,000 करोड़ रुपये
29. IRCTC नवरत्न का दर्जा पाने वाला कौन सा केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (CPSE) बना है?
a. 24वाँ
b. 25वाँ
c. 26वाँ
d. 27वाँ
30. 'रेल नीर' किस संगठन द्वारा उत्पादित और वितरित किया जाने वाला पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर है?
a. IRFC
b. RVNL
c. IRCTC
d. RITES
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