24 May 2025 Current Affairs Questions
हैलो दोस्तों !
आज हम current affairs के इन बिंदुओं पर गहराई से विचार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि आप इन बिंदुओं को लंबे समय तक याद रखने के लिए हमारे साथ 30 से अधिक प्रश्नों की क्विज जरूर खेलेंगे
- A1. ऑपरेशन डेजर्ट हंट: भारत की एकीकृत सैन्य शक्ति
- A2. "सागर में एकता: भारत और अफ्रीका का 'ऐकेमी' अभ्यास"
- A3. "सागर में एकता: भारत और अफ्रीका का 'ऐकेमी' अभ्यास"
- A4. आतंकवाद का बढ़ता खतरा: ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025
- A5. सी ड्रैगन 2025: प्रशांत महासागर में नौसैनिक शक्ति का संगम
- A6. सरकारी खर्च की दक्षता: RBI का QPE सूचकांक
आप प्रतिदिन हमारी वेबसाइट SelfStudy Meter पर 30 करंट अफेयर प्रश्नों को पढ़ सकते हैं और अगले दिन सुबह 7:00 बजे इन पढ़े हुए प्रश्नों की क्विज खेल सकते हैं हमारे YouTube channel - Mission: CAGS पर, जबकि प्रतिदिन 45 से अधिक करंट अफेयर प्रश्नों की क्विज खेलने के लिए व pdf डाउनलोड करने के लिए हमें टेलीग्राम पर फॉलो कर सकते हैं ।Our Telegram channel - Mission: CAGS
Quiz time on Telegram is 7:30 p.m
क्विज खेलने के फायदे:
क्विज खेलने से आपकी रीडिंग स्किल इंप्रूव होगी, लर्निंग स्किल बढ़ेगी और आप अपनी तैयारी का स्वमूल्यांकन कर सकेंगे मतलब आप अपना याद किया हुआ चेक कर सकेंगे कि आपके द्वारा पढ़ा हुआ आपको कितना याद है?क्विज खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी तैयारी को एक दिशा दे पाएंगे।

A1.
ऑपरेशन डेजर्ट हंट:
भारत की एकीकृत सैन्य शक्ति
Operation
Desert Hunt: India's Integrated Military Prowess
भारतीय सशस्त्र बलों ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण त्रि-सेवा अभ्यास "ऑपरेशन डेजर्ट हंट" (Operation Desert
Hunt) का सफल आयोजन किया। यह अभ्यास भारत की बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए हमारी तीनों सेनाओं की तैयारियों और तालमेल को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
ऑपरेशन डेजर्ट हंट की मुख्य बातें:
आयोजन: यह एकीकृत त्रि-सेवा बल अभ्यास भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) द्वारा राजस्थान के पोखरण एयरफोर्स स्टेशन (Pokhran Air Force Station)
में आयोजित किया गया था।
कब? यह अभ्यास फरवरी 2024 या भविष्य की किसी तिथि को आयोजित हुआ होगा, क्योंकि 2025 की फरवरी अभी आई नहीं है। मान लेते हैं कि यह भविष्य की तैयारी है या पिछले वर्ष का एक महत्वपूर्ण अभ्यास था।
किसने भाग लिया?
भारतीय सेना के पैरा (विशेष बल): ये पैदल सेना के विशेष बल होते हैं जो दुर्गम इलाकों और जटिल अभियानों में माहिर होते हैं।
भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो (MARCOS Commandos): ये नौसेना के विशेष बल हैं जो समुद्री, हवाई और ज़मीनी तीनों तरह के अभियानों में प्रशिक्षित होते हैं।
भारतीय वायु सेना के गरुड़ (विशेष बल): ये वायु सेना के विशेष बल होते हैं जो हवाई अड्डों की सुरक्षा, बचाव अभियान और काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाते हैं।
उद्देश्य: इस अभ्यास का मुख्य लक्ष्य था:
अंतर-संचालन क्षमता बढ़ाना: तीनों सेनाओं के विशेष बलों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना ताकि वे एक साथ मिलकर किसी भी ऑपरेशन को प्रभावी ढंग से अंजाम दे सकें।
तालमेल और सामंजस्य: नकली युद्ध जैसे माहौल में वास्तविक परिस्थितियों का अनुकरण करते हुए, तीनों सेनाओं के बीच सामंजस्य और आपसी समझ को मजबूत करना।
उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना: भविष्य में उत्पन्न होने वाली किसी भी सुरक्षा चुनौती (जैसे आतंकवाद, घुसपैठ या अन्य शत्रुतापूर्ण कार्रवाई) का प्रभावी ढंग से जवाब देने के लिए संयुक्त रणनीति और तकनीकों का अभ्यास करना।
क्या सीखा गया? इस अभ्यास ने तीनों विशेष बलों को एक-दूसरे की कार्यप्रणाली, उपकरण और तकनीकों को समझने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया। इसने भविष्य के संयुक्त अभियानों के लिए महत्वपूर्ण सबक प्रदान किए और भारत की रक्षा क्षमताओं को और अधिक मजबूत किया।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
1. "ऑपरेशन डेजर्ट हंट" नामक त्रि-सेवा अभ्यास का आयोजन किस भारतीय सशस्त्र बल द्वारा किया गया था?
a) भारतीय सेना
b) भारतीय नौसेना
c) भारतीय वायु सेना
d) भारतीय तटरक्षक बल
2. "ऑपरेशन डेजर्ट हंट" अभ्यास का मुख्य उद्देश्य क्या था?
a) केवल हवाई युद्ध तकनीकों का अभ्यास करना
b) पड़ोसी देशों के साथ सैन्य गठबंधन बनाना
c) तीनों सेनाओं के विशेष बलों के बीच अंतर-संचालन क्षमता और तालमेल बढ़ाना
d) नई पनडुब्बियों का परीक्षण करना
3. "ऑपरेशन डेजर्ट हंट" अभ्यास में भारतीय नौसेना के किस विशेष बल ने भाग लिया?
a) पैरा (विशेष बल)
b) मार्कोस कमांडो
c) गरुड़ (विशेष बल)
d) कोबरा कमांडो
4. "ऑपरेशन डेजर्ट हंट" अभ्यास का आयोजन भारत में किस स्थान पर किया गया था?
a) लेह
b) जैसलमेर
c) पोखरण एयरफोर्स स्टेशन, राजस्थान
d) विशाखापत्तनम
5. "ऑपरेशन डेजर्ट हंट" जैसे अभ्यास का उद्देश्य क्या है?
a) केवल परेड के लिए तैयारी करना
b) अंतरराष्ट्रीय संबंधों में सुधार करना
c) उभरती सुरक्षा चुनौतियों का प्रभावी ढंग से जवाब देने के लिए संयुक्त रणनीति और तकनीकों का अभ्यास करना
d) युद्धपोतों का प्रदर्शन करना
A2.
"सागर में एकता:
भारत और अफ्रीका का 'ऐकेमी' अभ्यास"
"Unity
in the Ocean: India and Africa's 'AIKEYME' Exercise"
अभ्यास का नाम और अर्थ: इस बड़े पैमाने के बहुपक्षीय समुद्री जुड़ाव अभ्यास का पूरा नाम 'अफ्रीका इंडिया की मैरीटाइम एंगेजमेंट' (Africa India Kii Maritime
Engagement) है, जिसे संक्षेप में 'AIKEYME' कहा जाता है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि 'AIKEYME' शब्द संस्कृत से लिया गया है, जिसका अर्थ 'एकता' (Unity) है। यह नाम ही इस अभ्यास के मूल उद्देश्य को दर्शाता है - भारत और अफ्रीकी देशों के बीच समुद्री क्षेत्र में एकता और सहयोग को बढ़ावा देना।
आयोजन स्थल और तिथि: 'ऐकेमी' समुद्री अभ्यास का उद्घाटन संस्करण 13 से 18 अप्रैल, 2025 तक तंजानिया के दार एस सलाम में आयोजित किया जाएगा। तंजानिया की मेजबानी इस बात का प्रमाण है कि भारत अपनी साझेदारी को पूर्वी अफ्रीकी तटरेखा तक विस्तारित कर रहा है।
भागीदार देश: यह सिर्फ भारत और तंजानिया का अभ्यास नहीं है, बल्कि इसमें तंजानिया सहित 10 अफ्रीकी देशों की भागीदारी होगी। यह एक बड़ा कदम है जो पूरे अफ्रीकी क्षेत्र में भारत की सैन्य पहुंच और सहयोग की इच्छा को दर्शाता है। यह अभ्यास क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उद्देश्य और महत्व:
समुद्री सुरक्षा: हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री डकैती, अवैध मत्स्यन, नशीले पदार्थों की तस्करी और आतंकवाद जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिए सामूहिक क्षमता का विकास करना।
आपसी समझ: भाग लेने वाले देशों की नौसेनाओं के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुभवों और परिचालन प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान करना।
अंतरसंचालनीयता (Interoperability): विभिन्न नौसेनाओं के बीच समन्वय और तालमेल बढ़ाना ताकि भविष्य में किसी भी संयुक्त ऑपरेशन को आसानी से अंजाम दिया जा सके।
रक्षा सहयोग: अफ्रीकी क्षेत्र में भारत की रक्षा साझेदारी को और मजबूत करना, जो 'सागर' पहल के तहत महत्वपूर्ण है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
6. बहु-राष्ट्रीय संयुक्त अभ्यास 'EX AIKEYME' का उद्घाटन संस्करण किस वर्ष आयोजित किया जाएगा?
a) 2024
b) 2025
c) 2026
d) 2027
7. 'AIKEYME' शब्द का संस्कृत में क्या अर्थ है?
a) शांति
b) शक्ति
c) एकता
d) सुरक्षा
8. 'EX AIKEYME' अभ्यास का उद्घाटन संस्करण किस देश में आयोजित किया जाएगा?
a) भारत
b) दक्षिण अफ्रीका
c) तंजानिया
d) केन्या
9. 'EX AIKEYME' अभ्यास में तंजानिया सहित कुल कितने अफ्रीकी देशों की भागीदारी होगी?
a) 5
b) 8
c) 10
d) 12
10.'AIKEYME'
अभ्यास का पूरा नाम क्या है?
a) Africa India Kii Maritime Engagement
b) African Indian Key Maritime Exercise
c) Asia India Key Maritime Exchange
d) Atlantic Indian Key Maritime Engagement
A3.
2025
में हवाई अड्डों का ताज:
दुबई बना दुनिया का सबसे व्यस्त!
Airport
Throne in 2025: Dubai Crowned World's Busiest!
अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) और विमानन विश्लेषण कंपनी OAG के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2025 में वैश्विक विमानन मानचित्र पर महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे। यह रिपोर्ट दुनिया भर के हवाई अड्डों की अनुमानित बैठने की क्षमता पर आधारित है, जो भविष्य के यात्रा रुझानों का एक स्पष्ट संकेत देती है।
दुबई इंटरनेशनल (DXB) शीर्ष पर!
दुबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (DXB) ने अटलांटा हर्ट्सफील्ड-जैक्सन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (ATL) को पीछे छोड़ते हुए 2025 में दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे का ताज हासिल किया है।
DXB की अनुमानित उपलब्ध सीटें 4.78 मिलियन हैं, जो इसकी बढ़ती वैश्विक कनेक्टिविटी और पर्यटन आकर्षण को दर्शाता है।
एशियाई विमानन का उदय:
यह रिपोर्ट दर्शाती है कि एशिया का विमानन क्षेत्र उल्लेखनीय वृद्धि का अनुभव कर रहा है।
जापान का टोक्यो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (हानेडा - HND), चीन का शंघाई पुडोंग (PVG), और भारत का दिल्ली (DEL) जैसी एशियाई एयरपोट्स इस रैंकिंग में शीर्ष स्थान प्राप्त कर रहे हैं।
यह बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं और मध्य वर्ग की बढ़ती आय के कारण एशिया में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को रेखांकित करता है।
शंघाई पुडोंग (PVG) की मजबूत उपस्थिति:
चीन का शंघाई पुडोंग हवाई अड्डा 2025 में चौथे स्थान पर है, जिसकी अनुमानित उपलब्ध सीटें 3.99 मिलियन हैं। यह चीन के विमानन उद्योग की विशालता और विकास क्षमता को दर्शाता है।
दिल्ली इंटरनेशनल (DEL) ने मारी बाजी!
भारत के लिए यह एक गर्व का क्षण है! दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (DEL) ने 3.61 मिलियन सीटों के साथ गुआंगज़ौ बैयुन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (CAN) को पीछे छोड़ते हुए 8वां स्थान हासिल किया है।
यह भारत में हवाई यात्रा की बढ़ती लोकप्रियता और देश के आर्थिक विकास का स्पष्ट प्रमाण है।
अटलांटा हर्ट्सफील्ड-जैक्सन (ATL) का दूसरा स्थान:
लंबे समय से दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक रहा अटलांटा हर्ट्सफील्ड-जैक्सन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (ATL) 2025 में दूसरे स्थान पर रहेगा, जिसकी अनुमानित उपलब्ध सीटें 4.57 मिलियन हैं। यह अभी भी अमेरिका में एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार बना हुआ है।
2025 के शीर्ष 10 सबसे व्यस्त वैश्विक हवाई अड्डे (उपलब्ध सीटों के आधार पर):
1. DXB दुबई इंटरनेशनल, यूएई: 4,782,140 सीटें
2. ATL हार्ट्सफील्ड-जैक्सन अटलांटा, यूएसए: 4,568,544 सीटें
3. HND टोक्यो इंटरनेशनल (हानेडा), जापान: 4,222,709 सीटें
4. PVG शंघाई पुडोंग, चीन: 3,993,388 सीटें
5. LHR लंदन हीथ्रो, यूके: 3,857,036 सीटें
6. DFW डलास/फोर्ट वर्थ, यूएसए: 3,686,564 सीटें
7. IST इस्तांबुल, तुर्की: 3,616,029 सीटें
8. DEL दिल्ली इंटरनेशनल (इंदिरा गांधी), भारत: 3,613,762 सीटें
9. CAN गुआंगज़ौ बैयुन, चीन: 3,613,684 सीटें
10. PEK बीजिंग कैपिटल, चीन: 3,534,883 सीटें
महत्वपूर्ण अतिरिक्त जानकारी:
IATA और OAG
की भूमिका: IATA (इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन) वैश्विक एयरलाइंस का एक व्यापार संघ है जो विमानन नीतियों को विकसित करने में मदद करता है, जबकि OAG (ऑफिशियल एयरलाइन गाइड) एक प्रमुख विमानन डेटा और एनालिटिक्स प्रदाता है। इन दोनों संगठनों के डेटा और विश्लेषण विमानन उद्योग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
सीट क्षमता का महत्व: हवाई अड्डों की रैंकिंग के लिए "उपलब्ध सीटें" एक महत्वपूर्ण मीट्रिक है। यह सीधे तौर पर हवाई अड्डों से होकर गुजरने वाले यात्रियों की संख्या को प्रभावित करता है, और यह भी दर्शाता है कि कौन से मार्ग और गंतव्य सबसे अधिक मांग में हैं।
भविष्य के रुझान: यह रिपोर्ट न केवल 2025 की तस्वीर पेश करती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि भविष्य में वैश्विक विमानन का केंद्र पश्चिम से पूर्व की ओर स्थानांतरित हो सकता है, जिसमें एशियाई देश एक बड़ी भूमिका निभाएंगे। बढ़ते व्यापार, पर्यटन और आर्थिक विकास इस बदलाव के प्रमुख चालक होंगे।
बहुविकल्पीय प्रश्न :
11. अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में दुनिया का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा कौन सा होगा?
a) अटलांटा हर्ट्सफील्ड-जैक्सन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (ATL)
b) लंदन हीथ्रो (LHR)
c) दुबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (DXB)
d) टोक्यो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (हानेडा - HND)
12. 2025 में उपलब्ध सीटों की संख्या के आधार पर दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (DEL) की रैंकिंग क्या है?
a) चौथा
b) छठा
c) आठवां
d) दसवां
13. निम्नलिखित में से कौन सा हवाई अड्डा 2025 में शीर्ष 10 सबसे व्यस्त हवाई अड्डों की सूची में शामिल नहीं है?
a) शंघाई पुडोंग (PVG)
b) डलास/फोर्ट वर्थ (DFW)
c) सियोल इंचियोन (ICN)
d) बीजिंग कैपिटल (PEK)
14. 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, किस महाद्वीप का विमानन क्षेत्र उल्लेखनीय वृद्धि का अनुभव कर रहा है, जिसमें टोक्यो, शंघाई और दिल्ली जैसे हवाई अड्डे शीर्ष पर आ रहे हैं?
a) उत्तरी अमेरिका
b) यूरोप
c) एशिया
d) अफ्रीका
15. हवाई अड्डों की रैंकिंग के लिए "उपलब्ध सीटें" एक महत्वपूर्ण मीट्रिक क्यों है?
a) यह केवल हवाई अड्डे के आकार को दर्शाता है।
b) यह सीधे तौर पर हवाई अड्डों से होकर गुजरने वाले यात्रियों की संख्या को प्रभावित करता है।
c) यह केवल एयरलाइंस द्वारा बेचे गए टिकटों की संख्या को दर्शाता है।
d) यह हवाई अड्डे के कर्मचारियों की संख्या को दर्शाता है।
A4.
आतंकवाद का बढ़ता खतरा: ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025
Global
Terrorism Index 2025: A Rising Threat
इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP) द्वारा जारी 'ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025' की रिपोर्ट ने दुनिया भर में आतंकवाद की बदलती तस्वीर को उजागर किया है। यह रिपोर्ट दर्शाती है कि जहाँ कुछ क्षेत्रों में सुधार हुआ है, वहीं कुछ देश आतंकवाद के नए और गंभीर दौर का सामना कर रहे हैं।
पाकिस्तान की स्थिति चिंताजनक:
पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद सूचकांक 2025 में बुर्किना फासो के बाद दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश बन गया है। यह पिछले साल के चौथे स्थान से महत्वपूर्ण उछाल है, जो देश में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों को दर्शाता है।
रिपोर्ट में वर्ष 2023 में पाकिस्तान में 517 आतंकवादी हमलों से दोगुना बढ़कर 2024 में 1,099 हमलों की बात कही गई है। यह पहली बार है जब सूचकांक की शुरुआत के बाद से हमलों की संख्या 1,000 से अधिक हुई है।
पाकिस्तान में इस उछाल का मुख्य कारण तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और अन्य आतंकवादी समूहों का बढ़ता प्रभाव है। टीटीपी लगातार दूसरे साल पाकिस्तान का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन बनकर उभरा है।
सीरिया का स्थान: सीरिया तीसरे स्थान पर है।
भारत की स्थिति: भारत को 14वें स्थान पर रखा गया है, जो आतंकवाद से प्रभावित देशों की सूची में अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति को दर्शाता है।
वैश्विक परिदृश्य:
·
वर्ष
2024 में आतंकवादी घटनाओं वाले देशों की संख्या 58 से बढ़कर 66 हो गई है, जो आतंकवाद के भौगोलिक प्रसार में वृद्धि का संकेत है।
·
वर्ष
2023 की तुलना में 45 देशों की स्थिति खराब हुई है, जबकि 34 देशों की स्थिति में सुधार हुआ है।
आतंकवाद से होने वाली मौतें:
एक सकारात्मक पहलू यह है कि वर्ष 2024 में आतंकवाद से होने वाली मौतों की संख्या घटकर 7,555 रह गई, जो पिछले साल की तुलना में 13 प्रतिशत कम है। यह वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ प्रयासों की आंशिक सफलता को दर्शाता है।
प्रमुख आतंकवादी समूह: वर्ष 2024 में सबसे अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार चार प्रमुख आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस), जमात नुसरत अल-इस्लाम वाल मुस्लिमीन (जेएनआईएम), तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और अल-शबाब थे।
महत्वपूर्ण अतिरिक्त जानकारी:
इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP): यह एक स्वतंत्र थिंक टैंक है जो वैश्विक शांति और सुरक्षा के रुझानों पर शोध करता है। इसका मुख्यालय सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में है।
ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स (GTI): यह एक व्यापक अध्ययन है जो देशों को आतंकवाद के प्रभाव के आधार पर रैंक करता है। यह रिपोर्ट विभिन्न कारकों जैसे आतंकवादी घटनाओं की संख्या, हताहतों की संख्या, बंधकों की संख्या और संपत्ति के नुकसान पर आधारित होती है।
रिपोर्ट की प्रासंगिकता: यह रिपोर्ट सरकारों, नीति निर्माताओं और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लिए महत्वपूर्ण है ताकि वे आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी रणनीतियों का विकास कर सकें और उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर सकें जहां इसकी उपस्थिति बढ़ रही है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
16. ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 के अनुसार, बुर्किना फासो के बाद आतंकवाद से सबसे अधिक प्रभावित दूसरा देश कौन सा है?
a. सीरिया
b. भारत
c. पाकिस्तान
d. अफ़गानिस्तान
17. ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 में भारत को कौन सा स्थान दिया गया है?
a. दूसरा
b. तीसरा
c. चौदहवाँ
d. अट्ठाईसवाँ
18. इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP) का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
a. नई दिल्ली, भारत
b. इस्लामाबाद, पाकिस्तान
c. सिडनी, ऑस्ट्रेलिया
d. दमिश्क, सीरिया
19. वर्ष
2024 में पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों की संख्या कितनी थी?
a. 517
b. 7,555
c. 1,099
d. 66
20. वर्ष
2024 में आतंकवाद से होने वाली मौतों की संख्या में पिछले साल की तुलना में कितने प्रतिशत की कमी आई है?
a. 58 प्रतिशत
b. 45 प्रतिशत
c. 13 प्रतिशत
d. 34 प्रतिशत
A5.
सी ड्रैगन 2025: प्रशांत महासागर में नौसैनिक शक्ति का संगम
Sea
Dragon 2025: A Confluence of Naval Power in the Pacific
पश्चिमी प्रशांत महासागर में, गुआम के सुरम्य तटों पर, एक महत्वपूर्ण बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास - सी ड्रैगन 2025 - संपन्न हुआ। यह अभ्यास समुद्री सुरक्षा और अंतरसंचालनीयता को मजबूत करने के उद्देश्य से विभिन्न देशों की नौसेनाओं को एक साथ लाया।
आयोजन: सी ड्रैगन 2025 का आयोजन 4 से 19 मार्च, 2025 तक किया गया था।
मेजबान: इस अभ्यास की मेजबानी यूनाइटेड स्टेट्स नेवी के 7वें बेड़े द्वारा की गई थी। यह अभ्यास संयुक्त राज्य अमेरिका के सहयोगी और साझेदार देशों को आमंत्रित करता है।
स्थान: यह अभ्यास पश्चिमी प्रशांत महासागर में, गुआम तट पर हुआ। गुआम संयुक्त राज्य अमेरिका का एक द्वीप क्षेत्र है और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थान रखता है।
शामिल देश:
संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना (United States Navy) - मेजबान
भारतीय नौसेना (Indian Navy)
जापान समुद्री आत्मरक्षा बल (Japan Maritime
Self-Defense Force - JMSDF)
रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना (Royal Australian Navy -
RAN) - मूल पाठ में "रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना" गलत था, यह एक नौसैनिक अभ्यास है।
कोरिया गणराज्य नौसेना (Republic of Korea Navy -
ROKN)
अभ्यास का उद्देश्य:
पनडुब्बी रोधी युद्ध (Anti-Submarine Warfare -
ASW) पर ध्यान: सी ड्रैगन अभ्यास मुख्य रूप से पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं को बढ़ाने पर केंद्रित है। इसमें अत्याधुनिक सोनार प्रणालियों, पनडुब्बी रोधी विमानों और हेलीकॉप्टरों का उपयोग शामिल है।
अंतरसंचालनीयता बढ़ाना: यह विभिन्न नौसेनाओं के बीच संचार, समन्वय और साझा परिचालन प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने में मदद करता है।
समुद्री सुरक्षा: समुद्री डकैती, अवैध मछली पकड़ने और अन्य समुद्री अपराधों जैसे खतरों का मुकाबला करने के लिए साझा समझ और रणनीति विकसित करना।
क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा: हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक स्वतंत्र और खुले समुद्री मार्ग को बनाए रखने के लिए साझेदार देशों के बीच सहयोग को मजबूत करना।
महत्व:
सी ड्रैगन जैसे अभ्यास भाग लेने वाले देशों की नौसेनाओं को एक-दूसरे की सर्वोत्तम प्रथाओं से सीखने और जटिल समुद्री चुनौतियों का सामना करने के लिए अपनी क्षमताओं को निखारने का अवसर प्रदान करते हैं।
यह अभ्यास हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उभरती हुई भू-राजनीतिक वास्तविकताओं और सुरक्षा चुनौतियों के प्रति एक सामूहिक प्रतिक्रिया को दर्शाता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
21. सी ड्रैगन 2025 नौसैनिक अभ्यास किस महासागर में आयोजित किया गया था?
a) अटलांटिक महासागर
b) हिंद महासागर
c) पश्चिमी प्रशांत महासागर
d) आर्कटिक महासागर
22. सी ड्रैगन 2025 अभ्यास की मेजबानी किस देश की नौसेना के 7वें बेड़े द्वारा की गई थी?
a) भारत
b) जापान
c) संयुक्त राज्य अमेरिका
d) ऑस्ट्रेलिया
23. सी ड्रैगन 2025 में भाग लेने वाले देशों में से कौन सा देश गलत तरीके से सूचीबद्ध किया गया है, जैसा कि मूल पाठ में त्रुटि थी?
a) भारतीय नौसेना
b) रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना
c) जापान समुद्री आत्मरक्षा बल
d) कोरिया गणराज्य नौसेना
24. सी ड्रैगन 2025 अभ्यास मुख्य रूप से किस प्रकार के युद्ध क्षमताओं को बढ़ाने पर केंद्रित था?
a) हवाई युद्ध
b) साइबर युद्ध
c) पनडुब्बी रोधी युद्ध (ASW)
d) जमीनी युद्ध
25. सी ड्रैगन 2025 अभ्यास किस तारीख तक संपन्न हुआ था?
a) 4 मार्च,
2025
b) 19 मार्च,
2025
c) 4 अप्रैल,
2025
d) 19 अप्रैल,
2025
A6.
सरकारी खर्च की दक्षता: RBI का QPE सूचकांक
Government
Spending Efficiency: The RBI's QPE Index
QPE सूचकांक क्या है?
यह एक ऐसा पैमाना है जो केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा सार्वजनिक धन के आवंटन की दक्षता का आकलन करता है।
सरल शब्दों में कहें तो, यह बताता है कि सरकार अपने खर्चों से कितना अच्छा परिणाम प्राप्त कर रही है।
महत्वपूर्ण सुधार: मूल जानकारी में 1991 के डेटा के उपयोग का उल्लेख था, जो कि है। RBI ने 1991 के आर्थिक उदारीकरण के बाद से सार्वजनिक व्यय की गुणवत्ता और सामाजिक-आर्थिक परिणामों के बीच संबंध का अनुभवजन्य अध्ययन करने के लिए इस सूचकांक को विकसित किया था। यह हमें अतीत से सीखने और भविष्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
इसका उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य यह समझना है कि सरकारी व्यय कितना प्रभावी है।
यह सिर्फ पैसे खर्च करने के बारे में नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि खर्च किए गए पैसे से अधिकतम लाभ मिल रहा है, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढाँचा।
यह सरकारों को अपनी वित्तीय रणनीतियों को बेहतर बनाने में मदद करता है।
यह कैसे काम करता है?
QPE सूचकांक एक ढाँचा प्रदान करता है जिसके तहत सरकारी व्यय की दक्षता का मूल्यांकन विभिन्न मापदंडों पर किया जाता है। इसमें व्यय का संरचनात्मक विश्लेषण, दक्षता के संकेतक और सामाजिक-आर्थिक परिणामों पर उनका प्रभाव शामिल है।
यह राजकोषीय प्रबंधन और व्यय दक्षता का एक व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
भारत के लिए क्या मायने रखता है?
यह जानकर आपको खुशी होगी कि वर्ष 2024-25 में भारत का QPE- 1991 के आर्थिक उदारीकरण के बाद अपने उच्चतम स्तर पर होने का अनुमान है! यह एक बहुत ही सकारात्मक संकेत है।
इसका मतलब है कि भारत में राजकोषीय प्रबंधन और व्यय दक्षता में लगातार सुधार हो रहा है।
यह सुधार बेहतर सार्वजनिक सेवाओं, अधिक टिकाऊ आर्थिक विकास और अंततः नागरिकों के लिए एक बेहतर जीवन की ओर ले जाता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
26. QPE सूचकांक किसके द्वारा विकसित किया गया है?
a) भारतीय वित्त मंत्रालय
b) भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI)
c) नीति आयोग
d) विश्व बैंक
27. QPE सूचकांक का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?
a) विदेशी निवेश को आकर्षित करना
b) केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा सार्वजनिक धन के आवंटन की दक्षता का आकलन करना
c) मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना
d) कृषि उत्पादन में वृद्धि करना
28. RBI ने QPE सूचकांक के निर्माण के लिए किस वर्ष के डेटा का उपयोग किया?
a) 2001
b) 1991
c) 2011
d) 1981
29. वर्ष 2024-25 में भारत का QPE- 1991 के आर्थिक उदारीकरण के बाद अपने उच्चतम स्तर पर होने का अनुमान है। यह क्या दर्शाता है?
a) आर्थिक मंदी
b) बेहतर राजकोषीय प्रबंधन और व्यय दक्षता
c) सरकारी ऋण में वृद्धि
d) कम सामाजिक-आर्थिक परिणाम
30. QPE सूचकांक मुख्य रूप से क्या बताता है?
a) सरकार की आय का स्तर
b) सरकार अपने खर्चों से कितना अच्छा परिणाम प्राप्त कर रही है
c) सरकारी कर्मचारियों की संख्या
d) देश की जनसंख्या वृद्धि दर
Live quiz खेलने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
Subscribe
- current affairs
- current affairs in hindi
- current affairs of May 2025
- current affairs quiz
- current affairs quizzes online
- current events quiz
- current affairs quiz with answers
- current affairs quiz in hindi
- current affairs quiz for students
- current affairs quiz 2025
- current affairs quiz questions and answers pdf
- SelfStudy Meter, self study metre, selfstudymeter
0 Comments