15 April 2025 Current Affairs Questions
हैलो दोस्तों !
आज हम current affairs के इन बिंदुओं पर गहराई से विचार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि आप इन बिंदुओं को लंबे समय तक याद रखने के लिए हमारे साथ 30 से अधिक प्रश्नों की क्विज जरूर खेलेंगे
- A1. भारतीय एथलेटिक्स को मिला नया सारथी
- A2. माइकल मार्टिन: आयरलैंड के प्रधानमंत्री
- A3. गुणोत्सव-2025: गुणवत्ता की ओर कदम
- A4. परशुराम कुंड मेला 2025: पूर्वोत्तर का कुंभ
- A5. लेबनान को मिला नया राष्ट्रपति
- A6. दिव्य कला मेला 2025: प्रतिभा का अद्भुत संगम
आप प्रतिदिन हमारी वेबसाइट SelfStudy Meter पर 30 करंट अफेयर प्रश्नों को पढ़ सकते हैं और अगले दिन सुबह 7:00 बजे इन पढ़े हुए प्रश्नों की क्विज खेल सकते हैं हमारे YouTube channel - Mission: CAGS पर, जबकि प्रतिदिन 45 से अधिक करंट अफेयर प्रश्नों की क्विज खेलने के लिए व pdf डाउनलोड करने के लिए हमें टेलीग्राम पर फॉलो कर सकते हैं ।Our Telegram channel - Mission: CAGS
Quiz time on Telegram is 7:30 p.m
क्विज खेलने के फायदे:
क्विज खेलने से आपकी रीडिंग स्किल इंप्रूव होगी, लर्निंग स्किल बढ़ेगी और आप अपनी तैयारी का स्वमूल्यांकन कर सकेंगे मतलब आप अपना याद किया हुआ चेक कर सकेंगे कि आपके द्वारा पढ़ा हुआ आपको कितना याद है?क्विज खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी तैयारी को एक दिशा दे पाएंगे।

A1.
भारतीय एथलेटिक्स को मिला नया सारथी
Indian
Athletics Gets a New Leader
नया नेतृत्व: 7 जनवरी,
2025 को दिग्गज शॉट पुटर बहादुर सिंह सागू को सर्वसम्मति से भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (Athletics Federation of
India - AFI) का नया अध्यक्ष चुना गया है।
उत्तराधिकार: उन्होंने आदिल सुमारिवाला का स्थान लिया, जिन्होंने 2012 से AFI के अध्यक्ष के रूप में सफलतापूर्वक कार्य किया। सुमारिवाला का लंबा कार्यकाल भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक महत्वपूर्ण दौर रहा।
AFI की स्थापना: भारतीय एथलेटिक्स महासंघ की स्थापना 1946 में हुई थी। यह भारत में एथलेटिक्स के खेल के लिए सर्वोच्च शासी निकाय है, जो देश में एथलेटिक्स के विकास, प्रचार और नियमन के लिए जिम्मेदार है।
बहादुर सिंह सागू: एक परिचय:
बहादुर सिंह सागू एक पद्म श्री पुरस्कार विजेता और जाने-माने शॉट पुटर (गोला फेंक) खिलाड़ी रहे हैं।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है और कई पदक जीते हैं।
एक एथलीट के रूप में उनका अनुभव अब महासंघ को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
भविष्य की दिशा: बहादुर सिंह सागू की अध्यक्षता में, भारतीय एथलेटिक्स से जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं को निखारने, प्रशिक्षण सुविधाओं को बेहतर बनाने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश के प्रदर्शन को और मजबूत करने की उम्मीद है।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ का महत्व: AFI राष्ट्रीय स्तर पर एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है, राष्ट्रीय टीमों का चयन करता है और अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (World Athletics) के साथ समन्वय स्थापित करता है। यह डोपिंग नियंत्रण और खिलाड़ियों के कल्याण के लिए भी नीतियां बनाता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के नए अध्यक्ष कौन चुने गए हैं?
a) आदिल सुमारिवाला
b) बहादुर सिंह सागू
c) ललित भनोट
d) सुरेश कलमाडी
2. बहादुर सिंह सागू ने किसका स्थान लिया है?
a) पी.टी. उषा
b) मिल्खा सिंह
c) आदिल सुमारिवाला
d) अंजू बॉबी जॉर्ज
3. भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (AFI) की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
a) 1950
b) 1946
c) 1962
d) 1983
4. बहादुर सिंह सागू किस खेल से जुड़े एक प्रसिद्ध खिलाड़ी रहे हैं?
a) दौड़ (Running)
b) लंबी कूद (Long Jump)
c) शॉट पुटर (गोला फेंक)
d) भाला फेंक (Javelin Throw)
5. भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (AFI) का मुख्य कार्य क्या है?
a) क्रिकेट को बढ़ावा देना
b) फुटबॉल का आयोजन करना
c) देश में एथलेटिक्स का विकास और नियमन करना
d) हॉकी टीमों का चयन करना
A2.
माइकल मार्टिन: आयरलैंड के प्रधानमंत्री
Michael
Martin: Prime Minister of Ireland
नई पुष्टि: फियाना फेल पार्टी के नेता माइकल मार्टिन को आयरिश संसद के निचले सदन, जिसे 'डेल' (Dáil Éireann) कहा जाता है, में हुए मतदान के बाद आधिकारिक तौर पर आयरलैंड के नए प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया है। यह उनका दूसरा कार्यकाल है।
गठबंधन सरकार: मार्टिन को देश की दो मुख्य मध्य-दक्षिणपंथी पार्टियाँ - फियाना फेल और फाइन गेल - और कुछ स्वतंत्र सांसदों के गठबंधन के समर्थन से यह पद मिला है। यह आयरिश राजनीति में सहयोग का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।
सत्ता का हस्तांतरण: समझौते के अनुसार, माइकल मार्टिन 2027 तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। इसके बाद, फाइन गेल पार्टी के नेता और वर्तमान में तानाइस्ट (Tánaiste - आयरिश उप प्रधान मंत्री) साइमन हैरिस प्रधानमंत्री का पदभार संभालेंगे। यह सत्ता-साझाकरण की अनूठी व्यवस्था आयरिश राजनीति में स्थिरता लाने का एक प्रयास है।
पिछला कार्यकाल: माइकल मार्टिन ने पहले भी आयरलैंड के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया है। उनका पिछला कार्यकाल जून 2020 से दिसंबर 2022 तक था, जो इसी गठबंधन सरकार के समझौते का हिस्सा था। उस समय, वह पहले प्रधानमंत्री थे और अब साइमन हैरिस अगले प्रधानमंत्री होंगे।
फियाना फेल पार्टी: माइकल मार्टिन फियाना फेल पार्टी के एक अनुभवी और महत्वपूर्ण नेता हैं। यह पार्टी आयरलैंड की सबसे बड़ी और सबसे प्रभावशाली राजनीतिक पार्टियों में से एक रही है।
साइमन हैरिस: भावी प्रधानमंत्री: साइमन हैरिस फाइन गेल पार्टी के युवा और तेज़ी से उभरते हुए नेता हैं। उप प्रधानमंत्री के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल उन्हें भविष्य में देश का नेतृत्व करने के लिए महत्वपूर्ण अनुभव प्रदान कर रहा है।
आयरिश राजनीति की ख़ासियत: आयरलैंड में दो बड़ी पार्टियों का मिलकर सरकार चलाना और प्रधानमंत्री पद का इस तरह से साझा करना एक दिलचस्प राजनीतिक घटनाक्रम है, जो अक्सर स्थिरता और व्यापक सहमति बनाने के उद्देश्य से किया जाता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
6. माइकल मार्टिन को आयरलैंड के प्रधानमंत्री के रूप में किस सदन में मतदान के बाद पुष्टि की गई?
a) सीनेट
b) डेल
c) हाउस ऑफ लॉर्ड्स
d) हाउस ऑफ कॉमन्स
7. समझौते के अनुसार, साइमन हैरिस किस वर्ष तक आयरलैंड के प्रधानमंत्री का पदभार संभालेंगे?
a) 2025
b) 2026
c) 2027
d) 2028
8. माइकल मार्टिन ने पिछली बार आयरलैंड के प्रधानमंत्री के रूप में कब से कब तक कार्य किया?
a) जून
2019 से दिसंबर 2021
b) जून
2020 से दिसंबर 2022
c) जून
2021 से दिसंबर 2023
d) जून
2022 से दिसंबर 2024
9. साइमन हैरिस वर्तमान में आयरलैंड सरकार में किस पद पर हैं?
a) विदेश मंत्री
b) वित्त मंत्री
c) तानाइस्ट (उप प्रधान मंत्री)
d) रक्षा मंत्री
10. आयरलैंड में फियाना फेल पार्टी के नेता कौन हैं?
a) साइमन हैरिस
b) लियो वराडकर
c) माइकल मार्टिन
d) इनमें से कोई नहीं
A3.
गुणोत्सव-2025: गुणवत्ता की ओर कदम
Gunotsav
2025: A Step Towards Quality Education
गुणोत्सव-2025
की शुरुआत: असम सरकार ने 'गुणोत्सव-2025' के पहले चरण की शुरुआत 06 जनवरी, 2025 को की। (दी गई जानकारी में वर्ष गलत है, इसे सुधारा गया है)
मुख्य उद्देश्य: इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य असम के लगभग 14.11 लाख छात्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करना है।
पहला चरण: पहला चरण 09 जनवरी, 2025 को समाप्त हुआ। (दी गई जानकारी में वर्ष गलत है, इसे सुधारा गया है)
मूल विषय: 'गुणोत्सव-2025' का मुख्य विषय "गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना" है। यह शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने पर केंद्रित है।
विस्तार: पहले चरण में, राज्य के 11 जिलों के 16,056 स्कूलों और 14,11,874 छात्रों का मूल्यांकन किया गया।
बाहरी मूल्यांकनकर्ता: इस मूल्यांकन प्रक्रिया में 6,365 बाहरी मूल्यांकनकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ये बाहरी विशेषज्ञ निष्पक्ष और वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन सुनिश्चित करते हैं।
मूल्यांकन के पहलू: गुणोत्सव के तहत छात्रों की शैक्षणिक प्रगति के साथ-साथ उनके सीखने के माहौल, स्कूलों में उपलब्ध सुविधाओं और शिक्षकों के प्रदर्शन का भी आकलन किया जाता है।
आगे की प्रक्रिया: मूल्यांकन के बाद, सरकार छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर स्कूलों और शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए कदम उठाएगी। यह डेटा-संचालित दृष्टिकोण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
महत्व: गुणोत्सव एक महत्वपूर्ण पहल है जो असम में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और छात्रों के भविष्य को बेहतर बनाने में सहायक होगा। यह नियमित मूल्यांकन के माध्यम से सुधार की दिशा में एक सक्रिय कदम है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
11. असम सरकार ने 'गुणोत्सव-2025' के पहले चरण की शुरुआत कब की?
a) 06 जनवरी,
2024
b) 09 जनवरी,
2024
c) 06 जनवरी,
2025
d) 09 जनवरी,
2025
12. 'गुणोत्सव-2025'
का मुख्य विषय क्या है?
a) छात्रों की संख्या बढ़ाना
b) शिक्षकों का प्रशिक्षण
c) गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना
d) स्कूलों का बुनियादी ढांचा विकसित करना
13. 'गुणोत्सव-2025'
के पहले चरण में कितने जिलों के स्कूलों का मूल्यांकन किया गया?
a) 10
b) 12
c) 11
d) 15
14. 'गुणोत्सव-2025'
के पहले चरण में लगभग कितने छात्रों का मूल्यांकन किया गया?
a) 10 लाख
b) 12 लाख
c) 14.11 लाख
d) 16 लाख
15. 'गुणोत्सव-2025'
में बाहरी मूल्यांकनकर्ताओं की अनुमानित संख्या कितनी थी?
a) 5,000
b) 6,000
c) 6,365
d) 7,000
A4.
परशुराम कुंड मेला 2025: पूर्वोत्तर का कुंभ
Parshuram
Kund Mela 2025: The Kumbh of the Northeast
उद्घाटन: 15 जनवरी,
2025 को मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर, अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री चौना मीन ने लोहित जिले में परशुराम कुंड मेला, 2025 का आधिकारिक उद्घाटन किया।
महत्व: परशुराम कुंड मेला पूर्वोत्तर भारत में एक अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक समागम है। यह हर साल आयोजित होता है और भारी संख्या में श्रद्धालु यहाँ एकत्रित होते हैं। अपनी धार्मिक महत्ता और विशाल जनभागीदारी के कारण इसे अक्सर "पूर्वोत्तर का कुंभ" भी कहा जाता है।
स्थान: यह मेला लोहित नदी के तट पर स्थित परशुराम कुंड में आयोजित होता है। यह स्थान हिंदू धर्म में विशेष पवित्र माना जाता है। किंवदंती है कि भगवान परशुराम ने अपनी माता रेणुका का वध करने के बाद अपने पापों का प्रायश्चित करने के लिए इसी कुंड में स्नान किया था।
विकास: परशुराम कुंड क्षेत्र के समग्र विकास के लिए लगभग 150 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इस विकास योजना का मुख्य उद्देश्य आगंतुकों के लिए बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराना है, जिसमें आवास, स्वच्छता, परिवहन और सुरक्षा शामिल हैं। इसके साथ ही, इस पहल का लक्ष्य स्थल की प्राकृतिक सुंदरता और पवित्रता को बनाए रखना भी है।
आकर्षण: मेले के दौरान, भक्त पवित्र कुंड में डुबकी लगाते हैं, धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेते हैं। यह मेला आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दोनों ही दृष्टियों से महत्वपूर्ण है।
मकर संक्रांति का महत्व: मकर संक्रांति एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश को चिह्नित करता है। यह त्योहार पूरे भारत में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है और इसका धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व है। परशुराम कुंड मेले का इस दिन आयोजित होना इसके महत्व को और बढ़ाता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
16. परशुराम कुंड मेला 2025 का उद्घाटन कब हुआ?
a. 14 जनवरी, 2025
b. 16 जनवरी, 2025
c. 15 जनवरी, 2025
d. 17 जनवरी, 2025
17. परशुराम कुंड मेला मुख्य रूप से किस राज्य में आयोजित होता है?
a. असम
b. मणिपुर
c. अरुणाचल प्रदेश
d. नागालैंड
18. "पूर्वोत्तर का कुंभ" किसे कहा जाता है?
a. कामाख्या मंदिर मेला
b. अंबुबाची मेला
c. परशुराम कुंड मेला
d. तवांग मठ महोत्सव
19. परशुराम कुंड किस नदी के तट पर स्थित है?
a. ब्रह्मपुत्र नदी
b. सियांग नदी
c. लोहित नदी
d. तीस्ता नदी
20. परशुराम कुंड क्षेत्र के विकास के लिए अनुमानित निवेश राशि कितनी है?
a. 50 करोड़ रुपये
b. 100 करोड़ रुपये
c. 150 करोड़ रुपये
d. 200 करोड़ रुपये
A5.
लेबनान को मिला नया राष्ट्रपति
Lebanon
Gets New President
नया राष्ट्रपति: 9 जनवरी,
2025 को लेबनान की संसद ने सर्वसम्मति से जनरल जोसेफ औन को लेबनान का नया राष्ट्रपति चुना। वह लेबनान के सशस्त्र बलों के प्रमुख थे।
चुनाव प्रक्रिया: लेबनान का राष्ट्रपति 128 सदस्यीय लेबनानी संसद द्वारा गुप्त मतदान के माध्यम से चुना जाता है। राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार को संसद के दो-तिहाई सदस्यों का वोट हासिल करना होता है। यदि पहले दौर में यह बहुमत नहीं मिलता है, तो कई दौर के मतदान हो सकते हैं।
राष्ट्रपति का कार्यकाल: लेबनान के राष्ट्रपति का कार्यकाल छह साल का होता है और उन्हें दोबारा निर्वाचित नहीं किया जा सकता है।
राष्ट्रपति की भूमिका: लेबनान में राष्ट्रपति का पद काफी महत्वपूर्ण होता है। वह देश के प्रमुख होते हैं और संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करते हैं। राष्ट्रपति विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं। वह प्रधान मंत्री को नामित करते हैं, जो बदले में एक नई सरकार का गठन करते हैं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि: लेबनान की राजनीति जटिल है, जिसमें विभिन्न धार्मिक और जातीय समूह सत्ता साझा करते हैं। राष्ट्रपति का पद पारंपरिक रूप से मारोनाइट ईसाई समुदाय के सदस्य के लिए आरक्षित होता है। प्रधान मंत्री का पद सुन्नी मुस्लिम और संसद के अध्यक्ष का पद शिया मुस्लिम समुदाय के सदस्य के लिए आरक्षित होता है। यह व्यवस्था देश में शक्ति संतुलन बनाए रखने के लिए है।
जोसेफ औन: जनरल जोसेफ औन एक अनुभवी सैन्य अधिकारी हैं जिन्होंने लेबनान की सेना में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब लेबनान कई आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। उनसे उम्मीद की जा रही है कि वह देश को स्थिरता और विकास की ओर ले जाएंगे।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
21. लेबनान के नए राष्ट्रपति के रूप में किसे चुना गया है?
a) मिशेल औन
b) साद हरीरी
c) जोसेफ औन
d) नजीब मिकाती
22. लेबनान के राष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है?
a) लेबनान की जनता
b) लेबनान की सेना
c) लेबनान की संसद
d) लेबनान की न्यायपालिका
23. लेबनान के राष्ट्रपति का कार्यकाल कितने वर्ष का होता है?
a) चार वर्ष
b) पाँच वर्ष
c) छह वर्ष
d) सात वर्ष
24. पारंपरिक रूप से लेबनान के राष्ट्रपति किस समुदाय से होते हैं?
a) सुन्नी मुस्लिम
b) शिया मुस्लिम
c) मारोनाइट ईसाई
d) ड्रूज
25. जनरल जोसेफ औन राष्ट्रपति चुने जाने से पहले किस पद पर थे?
a) प्रधान मंत्री
b) संसद अध्यक्ष
c) विदेश मंत्री
d) लेबनान के सशस्त्र बलों के प्रमुख
A6.
दिव्य कला मेला 2025: प्रतिभा का अद्भुत संगम
Divya
Kala Mela 2025: A Marvellous Confluence of Talent
भव्य आयोजन: 9 से 19 जनवरी, 2025 तक गुजरात के वडोदरा स्थित अकोटा स्टेडियम में 23वें दिव्य कला मेले का आयोजन किया गया। यह वर्ष 2025 का पहला दिव्य कला मेला था।
आयोजक: इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त एवं विकास निगम (National Handicapped
Finance and Development Corporation - NHFDC) द्वारा किया गया। यह निगम दिव्यांगजनों के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है।
उद्घाटन: इस मेले का भव्य उद्घाटन केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री बी. एल. वर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर गुजरात सरकार के कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे, जिन्होंने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
दिव्य प्रतिभा का मंच: दिव्य कला मेला एक अनूठा मंच है जो देश भर के दिव्यांग कलाकारों और शिल्पकारों को अपनी प्रतिभा, कौशल और रचनात्मकता का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करता है।
विविध कलाकृतियाँ: मेले में दिव्यांग व्यक्तियों द्वारा बनाई गई हस्तशिल्प, पेंटिंग, वस्त्र, खाद्य उत्पाद और अन्य विभिन्न प्रकार की कलाकृतियाँ प्रदर्शित की जाती हैं। यह उनकी कड़ी मेहनत और असाधारण क्षमताओं का प्रमाण है।
समावेश और सशक्तिकरण: यह मेला न केवल दिव्यांग कलाकारों को अपनी कला बेचने और आय अर्जित करने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि यह समाज में समावेश और दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के संदेश को भी बढ़ावा देता है।
जन जागरूकता: इस तरह के आयोजन दिव्यांग व्यक्तियों की प्रतिभा और क्षमताओं के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उनके प्रति समाज के दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।
खरीदारी का अवसर: यह आम जनता के लिए भी एक शानदार अवसर है जहाँ वे अद्वितीय और सुंदर उत्पाद खरीदकर इन प्रतिभाशाली कलाकारों का समर्थन कर सकते हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
26. दिव्य कला मेला 2025 का आयोजन कहाँ हुआ?
a) अहमदाबाद
b) सूरत
c) वडोदरा
d) गांधीनगर
27. वर्ष 2025 का पहला दिव्य कला मेला कब आयोजित हुआ?
a) नवंबर 2024
b) दिसंबर 2024
c) जनवरी 2025
d) फरवरी 2025
28. दिव्य कला मेले का आयोजन किस मंत्रालय द्वारा किया गया?
a) संस्कृति मंत्रालय
b) शिक्षा मंत्रालय
c) सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय
d) गृह मंत्रालय
29. दिव्य कला मेला मुख्य रूप से किससे संबंधित है?
a) जनजातीय कला
b) शास्त्रीय संगीत
c) दिव्यांग कलाकारों की प्रतिभा
d) आधुनिक चित्रकला
30. केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री कौन हैं जिन्होंने मेले का उद्घाटन किया?
a) अमित शाह
b) भूपेंद्र यादव
c) बी. एल. वर्मा
d) मनसुख मंडाविया
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