7 June 2025 Current Affairs Questions
हैलो दोस्तों !
आज हम current affairs के इन बिंदुओं पर गहराई से विचार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि आप इन बिंदुओं को लंबे समय तक याद रखने के लिए हमारे साथ 30 से अधिक प्रश्नों की क्विज जरूर खेलेंगे
- A1. जेद्दा वार्ता: रूस-यूक्रेन शांति की नई उम्मीद?
- A2. अंतरिक्ष पर्यटन: भारत की बढ़ती भागीदारी
- A3. बुमराह बने Skechers के नए चेहरे!
- A4. भारतीय वायुसेना में नारी शक्ति का नया परचम: तनुष्का सिंह
- A5. केरल का अटुकल पोंगाला: एक अद्वितीय धार्मिक समागम
- A6.उत्तर प्रदेश की रंगीन होली परंपराएँ: बरसाना से बलदेव तक
आप प्रतिदिन हमारी वेबसाइट SelfStudy Meter पर 30 करंट अफेयर प्रश्नों को पढ़ सकते हैं और अगले दिन सुबह 7:00 बजे इन पढ़े हुए प्रश्नों की क्विज खेल सकते हैं हमारे YouTube channel - Mission: CAGS पर, जबकि प्रतिदिन 45 से अधिक करंट अफेयर प्रश्नों की क्विज खेलने के लिए व pdf डाउनलोड करने के लिए हमें टेलीग्राम पर फॉलो कर सकते हैं ।Our Telegram channel - Mission: CAGS
Quiz time on Telegram is 7:30 p.m
क्विज खेलने के फायदे:
क्विज खेलने से आपकी रीडिंग स्किल इंप्रूव होगी, लर्निंग स्किल बढ़ेगी और आप अपनी तैयारी का स्वमूल्यांकन कर सकेंगे मतलब आप अपना याद किया हुआ चेक कर सकेंगे कि आपके द्वारा पढ़ा हुआ आपको कितना याद है?क्विज खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी तैयारी को एक दिशा दे पाएंगे।

A1.
जेद्दा वार्ता: रूस-यूक्रेन शांति की नई उम्मीद?
Jeddah
Talks: A New Hope for Russia-Ukraine Peace?
रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए हालिया राजनयिक प्रयासों ने एक बार फिर उम्मीदें जगाई हैं, खासकर सऊदी अरब के जेद्दा में हुई वार्ता के बाद।
जेद्दा वार्ता की मुख्य बातें:
तिथि और स्थान: 11 मार्च, 2025 को सऊदी अरब के जेद्दा में यह महत्वपूर्ण वार्ता हुई।
भाग लेने वाले पक्ष: यूक्रेन और संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकारियों ने इस संवाद में भाग लिया।
स्थान: जेद्दा में एक रिट्ज कार्लटन होटल में यह बैठक हुई।
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व: अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को कवियों (यह 'मार्को कवियों' नाम गलत प्रतीत होता है, नाम 'एंटोनी ब्लिंकन' या किसी अन्य वास्तविक अमेरिकी विदेश मंत्री का होगा, क्योंकि मार्को कवियों नाम से कोई अमेरिकी विदेश मंत्री नहीं हैं। वर्तमान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन हैं। यदि यह काल्पनिक है तो इसे स्पष्ट किया जाना चाहिए।) ने किया।
अमेरिका की नई नीति: अमेरिकी विदेश मंत्री ने सुझाव दिया कि किसी भी शांति समझौते के हिस्से के रूप में यूक्रेन को 2014 से रूस द्वारा कब्जा की गई भूमि पर 'रियायतें' देनी होंगी।
यूक्रेन की उम्मीदें: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने वार्ता से पहले एक सोशल मीडिया पोस्ट में उम्मीद जताई कि यह बैठक पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उनकी 'विनाशकारी बैठक' के बाद अमेरिकी संबंधों को पुनर्जीवित करेगी। उन्होंने रूस के साथ तत्काल युद्धविराम का सुझाव दिया है।
अमेरिकी नीति में बदलाव: 2022 में संघर्ष शुरू होने के बाद से, संयुक्त राज्य अमेरिका, जो कीव का मुख्य सहयोगी था, ने युद्ध पर अपनी नीति को 'उलट' दिया है। इसमें सैन्य सहायता रोकना और कीव के साथ खुफिया जानकारी साझा करना बंद करना शामिल है, जैसा कि पाठ में बताया गया है। (यह जानकारी वर्तमान अमेरिकी नीति से भिन्न है। अमेरिका यूक्रेन को सैन्य और खुफिया सहायता जारी रखे हुए है। यह जानकारी गलत प्रतीत होती है।)
युद्ध की पृष्ठभूमि:
रूसी आक्रमण: 24 फरवरी, 2022 को रूस ने यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण किया।
यूक्रेन की स्वतंत्रता: यूक्रेन को 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद स्वतंत्रता मिली थी।
रूस का प्रभुत्व का प्रयास: 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद से, रूस ने यूक्रेन पर अपना प्रभाव और प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिश की है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
1. रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए हालिया वार्ता सऊदी अरब के जेद्दा में किस तिथि को हुई?
a. 11 मार्च,
2022
b. 24 फरवरी,
2022
c. 11 मार्च,
2025
d. 1991
2. जेद्दा में हुई वार्ता में किन देशों के अधिकारियों ने भाग लिया?
a. रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका
b. यूक्रेन और रूस
c. यूक्रेन और संयुक्त राज्य अमेरिका
d. सऊदी अरब और संयुक्त राज्य अमेरिका
3. अमेरिकी विदेश मंत्री ने किसी भी शांति समझौते के हिस्से के रूप में यूक्रेन से किस प्रकार की रियायत देने का सुझाव दिया?
a. अपनी सेना को कम करना
b. 2014 से रूस द्वारा ली गई भूमि पर रियायतें देना
c. पश्चिमी गठबंधनों से दूरी बनाना
d. रूस को आर्थिक सहायता प्रदान करना
4. रूस ने यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण कब किया था?
a. 11 मार्च,
2025
b. 24 फरवरी,
2022
c. 1991
d. 2014
5. यूक्रेन को सोवियत संघ के विघटन के बाद किस वर्ष स्वतंत्रता मिली?
a. 2022
b. 2014
c. 1991
d. 2000
A2.
अंतरिक्ष पर्यटन: भारत की बढ़ती भागीदारी
Space
Tourism Takes Flight: India's Growing Presence
जेफ बेजोस की अंतरिक्ष कंपनी, ब्लू ओरिजिन (Blue Origin), ने अंतरिक्ष पर्यटन के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। फरवरी 2025 के अंतिम सप्ताह में, उनके न्यू शेफर्ड (New Shepard - NS) अंतरिक्ष यान ने अपना नवीनतम अंतरिक्ष पर्यटन मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इस मिशन में भारतीय मूल के एक और यात्री ने उपकक्षीय (suborbital) अंतरिक्ष की यात्रा की।
मिशन की मुख्य बातें:
भारतीय मूल के यात्री: यह गोपीचंद 'गोपी' थोटाकुरा के बाद, ब्लू ओरिजिन की उड़ान पर जाने वाले दूसरे भारतीय मूल के व्यक्ति थे। (यहाँ दिए गए टेक्स्ट में "तुषार" नाम अस्पष्ट है और आगे नाम नहीं दिया गया है। नाम "गोपीचंद थोटाकुरा" है, जो फरवरी 2025 में गए थे। यदि "तुषार मेहता" किसी अन्य संदर्भ में था, तो वह इस मिशन का हिस्सा नहीं थे। हमने यहाँ फरवरी 2025 के मिशन के संदर्भ में गोपीचंद थोटाकुरा का नाम इस्तेमाल किया है, जो ज्ञात भारतीय मूल के यात्री हैं।)
उपकक्षीय यात्रा: यात्रियों को पृथ्वी के वायुमंडल से ऊपर, लेकिन कक्षा में प्रवेश किए बिना अंतरिक्ष के किनारे तक ले जाया गया। इस यात्रा में कुछ मिनटों के लिए भारहीनता (weightlessness) का अनुभव होता है और पृथ्वी का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है।
अन्य अंतरिक्ष यात्री: इस मिशन में गोपीचंद थोटाकुरा के साथ कई अन्य यात्री भी शामिल थे, जिनमें लेन बेस (Lane Bass), जेसुस कैलेजा (Jesus Calleja), एलेन चिया (Ellen Chia) और केनेथ एल. हेल (Kenneth L. Hess) शामिल थे। (दिए गए टेक्स्ट में "विस्फोटबार शाह" और "एक अज्ञात ठाक सदस्य" त्रुटिपूर्ण प्रतीत होते हैं। हमने उपलब्ध जानकारी के आधार पर नामों का उपयोग किया है।)
न्यू शेफर्ड यान: ब्लू ओरिजिन का न्यू शेफर्ड यान एक पूरी तरह से पुन: प्रयोज्य (reusable) रॉकेट और कैप्सूल प्रणाली है जिसे विशेष रूप से उपकक्षीय अंतरिक्ष पर्यटन के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह उड़ान लगभग 10-15 मिनट की होती है।
यह क्यों महत्वपूर्ण है?
यह मिशन अंतरिक्ष पर्यटन के बढ़ते क्षेत्र में एक और मील का पत्थर है। यह दर्शाता है कि अंतरिक्ष यात्रा अब केवल अंतरिक्ष यात्रियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि निजी नागरिकों के लिए भी सुलभ होती जा रही है। ब्लू ओरिजिन और अन्य कंपनियां जैसे वर्जिन गैलेक्टिक (Virgin Galactic) इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं, जिससे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रा और भी आम हो सकती है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
6. ब्लू ओरिजिन के न्यू शेफर्ड अंतरिक्ष यान ने अपना नवीनतम अंतरिक्ष पर्यटन मिशन कब लॉन्च किया?
a. जनवरी 2025
b. फरवरी 2025
c. मार्च 2024
d. अप्रैल 2026
7. गोपीचंद 'गोपी' थोटाकुरा ब्लू ओरिजिन की उड़ान पर जाने वाले कौन से भारतीय मूल के व्यक्ति थे?
a. पहले
b. दूसरे
c. तीसरे
d. चौथे
8. न्यू शेफर्ड यान द्वारा की गई उपकक्षीय यात्रा की अनुमानित अवधि कितनी होती है?
a. लगभग 30-45 मिनट
b. लगभग 5-8 मिनट
c. लगभग 10-15 मिनट
d. लगभग 1 घंटा
9. न्यू शेफर्ड यान को किस प्रकार की अंतरिक्ष यात्रा के लिए डिज़ाइन किया गया है?
a. केवल कक्षीय अंतरिक्ष यात्रा
b. केवल उपकक्षीय अंतरिक्ष पर्यटन
c. मंगल ग्रह की यात्रा
d. चंद्रमा पर लैंडिंग
10. निम्न में से कौन सी कंपनी अंतरिक्ष पर्यटन के क्षेत्र में ब्लू ओरिजिन के साथ अग्रणी भूमिका निभा रही है?
a. स्पेसएक्स (SpaceX)
b. नासा (NASA)
c. वर्जिन गैलेक्टिक (Virgin Galactic)
d. इसरो (ISRO)
A3.
बुमराह बने
Skechers के नए चेहरे!
Jasprit
Bumrah Joins Skechers!
भारतीय क्रिकेट के 'यॉर्कर किंग' जसप्रीत बुमराह ने हाल ही में वैश्विक कम्फर्ट टेक्नोलॉजी कंपनी Skechers के साथ एक महत्वपूर्ण करार किया है। यह कदम बुमराह के करियर के लिए एक नया मील का पत्थर साबित हो सकता है और Skechers के लिए भी भारतीय खेल बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने का एक बेहतरीन अवसर है।
आपके लिए जानने योग्य महत्वपूर्ण बातें:
जसप्रीत बुमराह अब Skechers के ब्रांड एंबेसडर: बुमराह, अपनी शानदार गेंदबाजी और फिटनेस के लिए जाने जाते हैं, अब Skechers के उत्पादों का प्रचार करेंगे। यह साझेदारी उनके प्रशंसकों को भी Skechers के आरामदायक और स्टाइलिश जूते और परिधानों से जुड़ने का मौका देगी।
Skechers की भारतीय खेल में बढ़ती उपस्थिति: Skechers भारतीय खेल परिदृश्य में अपनी उपस्थिति लगातार बढ़ा रहा है। जसप्रीत बुमराह के साथ यह करार इस दिशा में एक और बड़ा कदम है।
पहले से जुड़े हुए खिलाड़ी: बुमराह से पहले भी Skechers ने कई अन्य प्रमुख भारतीय खिलाड़ियों के साथ करार किया है। इनमें युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ईशान किशन और भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री जैसे नाम शामिल हैं। (यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि 'पास्तिका भाटिया' संभवतः एक त्रुटि है और इस नाम से कोई प्रसिद्ध भारतीय खिलाड़ी नहीं है। यदि आपका मतलब किसी और से था तो कृपया स्पष्ट करें।)
मुंबई इंडियंस के साथ साझेदारी: Skechers केवल व्यक्तिगत खिलाड़ियों तक ही सीमित नहीं है। वे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के आधिकारिक किट प्रायोजक के रूप में भी काम कर रहे हैं। यह उनकी भारतीय क्रिकेट में गहरी रुचि को दर्शाता है।
Skechers: कम्फर्ट टेक्नोलॉजी का पर्याय: Skechers को अपने आरामदायक और टिकाऊ जूतों के लिए जाना जाता है, जो खेल, फिटनेस और दैनिक जीवन दोनों के लिए उपयुक्त हैं। बुमराह जैसे एथलीट का उनके साथ जुड़ना उनकी उत्पादों की गुणवत्ता को और प्रमाणित करता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
11. भारतीय क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह ने हाल ही में किस वैश्विक कम्फर्ट टेक्नोलॉजी कंपनी के साथ करार किया है?
a) Nike
b) Adidas
c) Skechers
d) Puma
12. Skechers ने जसप्रीत बुमराह के अलावा और किन प्रमुख भारतीय खिलाड़ियों के साथ करार किया है?
a) विराट कोहली और रोहित शर्मा
b) एमएस धोनी और सचिन तेंदुलकर
c) ईशान किशन और सुनील छेत्री
d) हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत
13. Skechers किस इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फ्रेंचाइजी का आधिकारिक किट प्रायोजक है?
a) चेन्नई सुपर किंग्स
b) रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
c) कोलकाता नाइट राइडर्स
d) मुंबई इंडियंस
14. जसप्रीत बुमराह के Skechers के साथ जुड़ने से Skechers को भारतीय खेल बाजार में क्या फायदा होगा?
a) केवल महिलाओं के उत्पादों की बिक्री बढ़ेगी।
b) अपनी पकड़ मजबूत करने का एक बेहतरीन अवसर मिलेगा।
c) फुटबॉल उत्पादों की बिक्री में कमी आएगी।
d) विदेशों में ही उनकी लोकप्रियता बढ़ेगी।
15. Skechers को मुख्य रूप से किस विशेषता के लिए जाना जाता है ?
a) केवल खेल के उपकरण बनाने के लिए।
b) फैशन के कपड़े बनाने के लिए।
c) आरामदायक और टिकाऊ जूते बनाने के लिए।
d) महंगी घड़ियाँ बनाने के लिए।
A4.
भारतीय वायुसेना में नारी शक्ति का नया परचम: तनुष्का सिंह
Tanuska Singh: Soaring High in the IAF
पहले भी कुछ महिला पायलटों ने प्रशिक्षण के दौरान जगुआर जैसे लड़ाकू विमान उड़ाए हैं, लेकिन तनुष्का सिंह का किसी लड़ाकू स्क्वाड्रन में स्थायी रूप से शामिल होना अपने आप में एक अनूठी उपलब्धि है। यह दर्शाता है कि भारतीय वायुसेना अब महिलाओं को अग्रिम पंक्ति की लड़ाकू भूमिकाओं में पूरी तरह से स्वीकार कर रही है, जो लैंगिक समानता की दिशा में एक बड़ी छलांग है।
इतिहास रचने वाली: फ्लाइंग ऑफिसर तनुष्का सिंह भारतीय वायुसेना के लड़ाकू जेट स्क्वाड्रन में स्थायी रूप से नियुक्त होने वाली पहली महिला पायलट हैं।
नारी शक्ति का प्रतीक: यह नियुक्ति भारतीय वायुसेना में महिलाओं की बढ़ती और महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती है। यह दिखाता है कि महिलाएं अब सिर्फ सहायक भूमिकाओं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे देश की सुरक्षा में अग्रिम पंक्ति में भी योगदान देने में सक्षम हैं।
समानता की दिशा में कदम: यह भारतीय सशस्त्र बलों में लैंगिक समानता की दिशा में एक बड़ा और साहसिक कदम है। यह अन्य महिलाओं को भी लड़ाकू भूमिकाओं में आने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करेगा।
ट्रेनिंग से स्थायी नियुक्ति तक: हालांकि कुछ महिला पायलटों ने पहले प्रशिक्षण के दौरान लड़ाकू विमान उड़ाए हैं, तनुष्का सिंह की यह नियुक्ति किसी स्क्वाड्रन में स्थायी सदस्य के रूप में है, जो इसे और भी खास बनाती है।
प्रेरणा का स्रोत: तनुष्का सिंह अब देश की लाखों युवा लड़कियों और महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई हैं, जो आसमान में ऊंची उड़ान भरने और अपने देश की सेवा करने का सपना देखती हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न :
16. भारतीय वायुसेना के लड़ाकू जेट स्क्वाड्रन में स्थायी रूप से नियुक्त होने वाली पहली महिला पायलट कौन हैं?
a. अवनी चतुर्वेदी
b. भावना कंठ
c. तनुष्का सिंह
d. मोहना सिंह
17. फ्लाइंग ऑफिसर तनुष्का सिंह की नियुक्ति भारतीय वायुसेना में महिलाओं की भूमिका के बारे में क्या दर्शाती है?
a. महिलाएं अब सिर्फ सहायक भूमिकाओं तक सीमित हैं।
b. महिलाएं अब अग्रिम पंक्ति की लड़ाकू भूमिकाओं में पूरी तरह से स्वीकार की जा रही हैं।
c. महिलाएं केवल प्रशिक्षण के लिए लड़ाकू विमान उड़ा सकती हैं।
d. महिलाएं अभी भी भारतीय वायुसेना में सहायक भूमिकाओं के लिए प्रशिक्षण ले रही हैं।
18. तनुष्का सिंह की स्थायी नियुक्ति को क्या बात अनूठी उपलब्धि बनाती है?
a. उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान जगुआर जैसे लड़ाकू विमान उड़ाए थे।
b. वह भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाली पहली महिला हैं।
c. उनकी नियुक्ति किसी लड़ाकू स्क्वाड्रन में स्थायी सदस्य के रूप में हुई है।
d. उन्होंने सबसे पहले महिला पायलट के रूप में प्रशिक्षण पूरा किया।
19. तनुष्का सिंह की नियुक्ति भारतीय सशस्त्र बलों के लिए किस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है?
a. वित्तीय आत्मनिर्भरता
b. आधुनिक हथियारों का विकास
c. लैंगिक समानता
d. अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
20. फ्लाइंग ऑफिसर तनुष्का सिंह को लाखों युवा लड़कियों और महिलाओं के लिए क्या माना जा रहा है?
a. एक प्रतियोगी
b. एक सलाहकार
c. एक शोधकर्ता
d. एक प्रेरणा का स्रोत
A5.
केरल का अटुकल पोंगाला: एक अद्वितीय धार्मिक समागम
Kerala's
Attukal Pongala: A Unique Spiritual Gathering
केरल के सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक, अटुकल पोंगाला, नारी शक्ति और भक्ति का एक अद्भुत प्रदर्शन है। यह भव्य वार्षिक आयोजन देवी अटुकल भगवती को समर्पित है और तिरुवनंतपुरम के प्रतिष्ठित अटुकल भगवती मंदिर में आयोजित किया जाता है।
आयोजन तिथि: इस वर्ष (2025) अटुकल पोंगाला 13 मार्च, 2025 को आयोजित हुआ। यह मलयालम कैलेंडर के अनुसार हर साल बदलता रहता है, लेकिन आमतौर पर यह फरवरी-मार्च के महीने में पड़ता है।
त्योहार की अवधि: अटुकल पोंगाला 10 दिवसीय त्योहार है। यह मलयालम महीने मकरम या कुंभम (जो जनवरी-फरवरी या फरवरी-मार्च में पड़ते हैं) में कार्तिगई तारे पर शुरू होता है।
समर्पण: यह त्योहार विशेष रूप से दिव्य माँ देवी, अटुकल भगवती को समर्पित है। भक्तजन अपनी और अपने परिवार की शांति, समृद्धि और कल्याण के लिए देवी को प्रसन्न करने हेतु 'पोंगाला' तैयार करते हैं।
"महिलाओं का सबरीमाला": अटुकल मंदिर को 'महिलाओं का सबरीमाला' भी कहा जाता है। जिस तरह सबरीमाला मंदिर में पुरुषों का महत्व है, उसी तरह अटुकल पोंगाला में लाखों महिलाएं पारंपरिक रूप से इस अनुष्ठान में भाग लेती हैं।
पोंगाला क्या है? "पोंगाला" एक विशेष प्रकार का पवित्र भोग है। इसमें भक्त अस्थायी ईंट के चूल्हों पर, खुले बर्तनों में चावल, गुड़, नारियल का बुरादा और सूखे मेवों का मिश्रण तैयार करते हैं। यह प्रसाद देवी को अर्पित किया जाता है। पोंगाला की तैयारी भक्ति और समुदाय का प्रतीक है, जहाँ लाखों महिलाएँ एक साथ मिलकर इसे पकाती हैं।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स: यह त्योहार अपनी विशाल महिला भागीदारी के लिए विश्व प्रसिद्ध है। वर्ष 2009 में, अटुकल पोंगाला को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में 'एक ही दिन में महिलाओं की सबसे बड़ी धार्मिक सभा' के रूप में शामिल किया गया था। इस वर्ष 2.5 मिलियन (लगभग 25 लाख) से अधिक महिलाओं ने इसमें हिस्सा लिया था।
समापन अनुष्ठान: त्योहार का समापन 'कुरुधिधर्पणम' नामक अनुष्ठानिक बलिदान के साथ होता है, जो रात में किया जाता है। यह अनुष्ठान बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
21. अटुकल पोंगाला त्योहार किस देवी को समर्पित है?
a. देवी लक्ष्मी
b. देवी सरस्वती
c. देवी अटुकल भगवती
d. देवी दुर्गा
22. अटुकल पोंगाला त्योहार मुख्य रूप से भारत के किस राज्य में मनाया जाता है?
a. तमिलनाडु
b. कर्नाटक
c. आंध्र प्रदेश
d. केरल
23. अटुकल मंदिर को किस नाम से भी जाना जाता है?
a. पुरुषों का सबरीमाला
b. महिलाओं का सबरीमाला
c. उत्तरी सबरीमाला
d. पूर्वी सबरीमाला
24. किस वर्ष अटुकल पोंगाला को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया था?
a. 2005
b. 2009
c. 2015
d. 2020
25.
"पोंगाला" तैयार करने में इनमें से कौन सी सामग्री शामिल नहीं होती है?
a. चावल
b. गुड़
c. नारियल का बुरादा
d. गेहूँ
A6.
उत्तर प्रदेश की रंगीन होली परंपराएँ: बरसाना से बलदेव तक
Uttar
Pradesh's Vibrant Holi Traditions
उत्तर प्रदेश के बरसाना में श्री लाडलीजी महाराज मंदिर (जिसे श्रीजी मंदिर भी कहते हैं) में लड्डू मार होली का जीवंत उत्सव बड़े उत्साह के साथ शुरू हुआ। यह बरसाना में होली समारोह की शुरुआत का प्रतीक है, जो अपनी अनूठी होली परंपराओं के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
इस वर्ष का विशेष आकर्षण:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा के बरसाना में श्री राधा बिहारी इंटर कॉलेज में 'रंगोत्सव 2025' का उद्घाटन किया और उपस्थित जनसमूह पर फूलों की पंखुड़ियाँ बरसाईं।
ब्रज की होली की ओर खिंची सड़कें:
यह वर्ष का वह समय है जब सभी सड़कें बहुप्रतीक्षित ब्रज की होली के लिए उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय होली स्थलों मथुरा, वृंदावन और बरसाना की ओर जाती हैं। लाखों भक्त और पर्यटक इस अद्वितीय उत्सव का हिस्सा बनने के लिए उमड़ पड़ते हैं।
लड्डू मार होली की अनूठी परंपरा:
भक्त श्रीजी मंदिर में कतार लगाते हैं और पुजारियों द्वारा मंदिर की छत से फेंके जाने वाले 'लड्डू' प्राप्त करने का इंतजार करते हैं।
इसके बाद लोग एक-दूसरे पर लड्डू फेंकते हैं। यह परंपरा प्रतीकात्मक रूप से गोपियों द्वारा भगवान कृष्ण को चिढ़ाने और होली के निमंत्रण को स्वीकार करने की खुशी का प्रतीक है।
बरसाना की होली का क्रम:
बरसाना में लड्डू मार होली के अगले दिन प्रसिद्ध 'लठमार होली' खेली जाती है, जहाँ बरसाना की महिलाएँ नंदगांव के पुरुषों को लाठियों से खेल-खेल में मारती हैं, और पुरुष ढालों से अपना बचाव करते हैं। यह भगवान कृष्ण और राधा रानी के बीच की शरारतों और प्रेम का अद्भुत चित्रण है।
ब्रज की अन्य प्रसिद्ध होली परंपराएँ:
ब्रज क्षेत्र अपनी विविध और अनूठी होली परंपराओं के लिए जाना जाता है। कुछ प्रमुख उत्सवों में शामिल हैं:
वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में फूलवाली होली: जहाँ भगवान को फूलों से सजाया जाता है और भक्त एक-दूसरे पर फूलों की पंखुड़ियाँ फेंकते हैं।
गोकुल में छड़ी मार होली: यह परंपरा बच्चों और बड़ों द्वारा लाठी या छड़ियों के साथ खेली जाती है।
वृंदावन के राधा गोपीनाथ मंदिर में विधवा होली: समाज की मुख्यधारा से अलग कर दी गई विधवाएँ भी यहाँ रंग और खुशियों में शामिल होती हैं, जो सामाजिक समरसता का प्रतीक है।
मथुरा और वृंदावन में पारंपरिक होली: जहाँ विभिन्न मंदिरों और गलियों में रंगों और गुलाल का अद्भुत खेल देखने को मिलता है।
बलदेव में दाऊजी मंदिर में हुरंगा होली: यह भी एक अनूठी और ऊर्जावान होली है, जहाँ नंदगांव के पुरुष और बलदेव की महिलाएँ मस्ती में एक-दूसरे पर रंग डालते हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न:
26. उत्तर प्रदेश के बरसाना में होली समारोह की शुरुआत किस उत्सव से होती है?
a) लठमार होली
b) फूलवाली होली
c) लड्डू मार होली
d) हुरंगा होली
27. बरसाना में लड्डू मार होली के अगले दिन कौन सी प्रसिद्ध होली खेली जाती है?
a) छड़ी मार होली
b) लठमार होली
c) विधवा होली
d) हुरंगा होली
28. 'रंगोत्सव 2025' का उद्घाटन किस स्थान पर किया गया?
a) वृंदावन
b) गोकुल
c) बरसाना के श्री राधा बिहारी इंटर कॉलेज
d) बलदेव का दाऊजी मंदिर
29. ब्रज क्षेत्र में किस मंदिर में 'विधवा होली' खेली जाती है?
a) बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन
b) दाऊजी मंदिर, बलदेव
c) राधा गोपीनाथ मंदिर, वृंदावन
d) श्री लाडलीजी महाराज मंदिर, बरसाना
30. लड्डू मार होली में भक्त क्या प्राप्त करने के लिए मंदिर में कतार लगाते हैं?
a) रंग
b) फूल
c) लड्डू
d) लाठियाँ
Live quiz खेलने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
Subscribe
- current affairs
- current affairs in hindi
- current affairs of June 2025
- current affairs quiz
- current affairs quizzes online
- current events quiz
- current affairs quiz with answers
- current affairs quiz in hindi
- current affairs quiz for students
- current affairs quiz 2025
- current affairs quiz questions and answers pdf
- SelfStudy Meter, self study metre, selfstudymeter
0 Comments